जयपुर. गहलोत सरकार में एसीएस ग्रामीण-विकास रोहित कुमार सिंह को केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के पद पर तैनाती दी गई है. रोहित कुमार सिंह ने पिछले दिनों केंद्र में नियुक्ति के लिए आवेदन किया था. इसके बाद उनका दिल्ली में एमपैनलमेंट हो गया था. अब केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय ने इसके लिए आदेश जारी कर दिए हैं.
1989 बैच के आईएएस और गहलोत सरकार में एसीएस ग्रामीण-विकास रोहित कुमार सिंह को केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के पद पर तैनाती दी गई है. कैबिनेट कमेटी की मंजूरी के बाद गुरुवार को केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय ने आदेश जारी किए. कुछ माह पहले ही रोहित ने इसके लिए राज्य सरकार से मंजूरी मांगी थी. इसके लिए आईएएस रोहित कुमार सिंह का केंद्र में अतिरिक्त सचिव के लिए एमपैनलमेंट हो गया था.
रोहित कुमार सिंह इससे पहले भी दिल्ली में सड़क परिवहन मंत्रालय का जिम्मा संभाल चुके हैं. केंद्रीय प्रतिनियुक्ति खत्म होने के बाद राजकुमार सिंह वापस होम कैडर आए थे. राजस्थान आने पर गहलोत सरकार ने उन्हें स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा दिया था. कोरोना काल में रोहित कुमार सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को बखूबी संभाला. जिसकी वजह से उन्हें नेशनल लेवल पर सम्मानित भी किया गया था.
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हालांकि, बताया जाता है कि अपने सुद्धान्तों और शर्तों पर काम करने वाले रोहित कुमार सिंह की चिकित्सा मंत्री के साथ ज्यादा पटरी नहीं बैठी. इसके चलते रोहित कुमार सिंह को स्वास्थ विभाग से हटाते हुए गृह विभाग का जिम्मा दिया था, लेकिन गृह विभाग में वह बहुत कम समय ही रुक पाए और 1 महीने के भीतर ही उनका फिर विभाग का जिम्मा बदला और उन्हें ग्रामीण एवं पंचायत राज विभाग का जिम्मा दिया गया.
पूर्व मंत्री और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को ग्रामीण एंव पंचायती राज विभाग से हटाए जाने के बाद सिंह पर एक बड़ी जिम्मेदारी थी. यहां पर भी रोहित कुमार ने अपनी कार्यकुशलता और सूझबूझ से विभाग को एक ऊंचाई पर ले कर गए. हाल ही में प्रधानमंत्री आवास योजना में ग्रामीण पंचायत राज विभाग को देश का पहले नंबर का स्थान मिला है
एडमिनिस्ट्रेशन एवं गुड गवर्नेंस के लिए मिला सम्मान...
भारतीय प्रशासिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी IAS रोहित कुमार सिंह को जेपी इंटरनेशनल अवार्ड- 2020 से सम्मानित किया जा चुका है. राजस्थान सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रामीण एवं पंचायतीराज विभाग के पद पर कार्यरत रोहित कुमार सिंह को 'एडमिनिस्ट्रेशन एवं गुड गवर्नेंस' के लिये अक्टूबर 2020 में नई दिल्ली में आयोजित समारोह में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने यह सम्मान प्रदान किया. सिंह को यह सम्मान लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केंद्र की ओर से दिया गया था.
कोरोना काल में संभाली थी बागडोर...
राजस्थान ब्यूरोक्रेसी के वरिष्ठ अधिकारी रोहित कुमार सिंह विभिन्न अहम पदों पर बड़ी जिम्मेदारियां निभा चुके हैं. पहले सिंह के पास बतौर अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा था. सिंह ने कोरोना काल की शुरुआत में इस पद पर रहते हुए प्रदेश में कोरोना के खिलाफ लड़ाई की बागडोर संभाली थी. उनके नेृतत्व में मेडिकल विभाग ने कोरोना के खिलाफ बेहद उम्दा रण्नीति के साथ कार्य किया था. राज्य में उनके कार्यकाल में कोरोना के खिलाफ लड़ी गई लड़ाई की केन्द्र सरकार ने भी प्रशंसा की थी.
रोहित कुमार सिंह की कार्यशैली काफी अलग और सुलझी हुई है. सीएम अशोक गहलोत लेकर अन्य वरिष्ठ अधिकारी उनकी कार्यशैली के प्रशंसक हैं. सौम्य स्वभाव के सिंह किसी भी कार्य को अंजाम देने के लिये बेहतर रणनीति बनाते हैं और फिर उसे अमली जामा पहनाते हैं. यही कारण है कि प्रदेश में कोरोना के खिलाफ लड़ी गई जंग में उन्होंने पूरे आक्रमक तरीके से फ्रंट लाइन पर मोर्चा संभाले रखा.
राजस्थान के ब्यूरोक्रेट्स में अपनी कार्यशैली के कारण अलग पहचान रखने वाले रोहित कुमार सिंह की पिछले दिनों वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी खुल कर तारीफ की थी. इतना ही नहीं सीएम गहलोत ने अन्य आईएएस अधिकारियों को रोहित कुमार सिंह से सीखने की सलाह भी थी.
1989 बैच के आईटी फ्रेंडली रोहित ने तब आधुनिक संसाधनों का उपयोग कर गुर्जर आंदोलन के दौरान अहम भूमिका निभाई थी और सरकार और आंदोलनकारियों के बीच सूचनाओं के सेतु का प्रभावी काम किया था. इसके अलावा वे आईटी खेल राजस्व, खाद्य वाणिज्य कर विभाग में अहम पदों पर रह चुके हैं. उन्होंने अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से 1 वर्ष तक पब्लिक पॉलिसी को लेकर अध्ययन भी किया है. साथ ही वे मणिपुर के उखरूल जिले में एसडीओ भी रह चुके हैं. वे 19 अप्रैल 2012 में यानी गहलोत सरकार के समय ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली चले गए थे. जहां वे तबसे ही केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में संयुक्त सचिव पद रहे. इसके बाद 2018 अपने होम कैडर में लौटे थे.
आईपीएस पत्नी के साथ मांगी केंद्र में जाने की अनुमति...
आईएएस रोहित कुमार सिंह पहली बार दिल्ली केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर नहीं जा रहे हैं. इससे पहले 2012 में पत्नी IPS नीना सिंह के साथ दिल्ली प्रतिनियुक्ति पर गए थे. इस बार भी उन्होंने अपनी आईपीएस पत्नी नीना सिंह के साथ दिल्ली जाने की इच्छा जताई थी.
शेरो-शायरी के शौकीन...
रोहित कुमार सिंह शेरो शायरी के भी शौकीन हैं. सिंह लगातार सोशल मीडिया लगातार शेरो शायरी करते रहते हैं. हालांकि कई बार उनकी शेरों शायरी को लेकर यह भी चर्चा रहती है कि रोहित कुमार सिंह शायरी के जरिए अपने विरोधियों पर हमला करते हैं. खास तौर पर ट्वीटर पर सिंह शेरों शायरी करते हैं दिखाई देते हैं.