जयपुर. प्रदेश की 3 विधानसभा सीटों पर चुनावी चौसर बिछ चुकी है और इसमें राजनीतिक दलों के प्रत्याशी रूपी योद्धा भी उतर चुके हैं. लेकिन, हाल ही में घोषित स्टार प्रचारक भी अब इसमें नजर आएंगे. हालांकि, महामारी के बीच भाजपा के राजस्थान से जुड़े केंद्रीय नेताओं को छोड़कर अन्य बड़े केंद्रीय नेता इस बार राजस्थान की धरा में चल रहे उपचुनाव की जंग में नजर नहीं आएंगे. वहीं, पार्टी का भी इस बार पूरा फोकस डोर टू डोर चुनाव प्रचार पर ज्यादा रहेगा.
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दरअसल, स्टार प्रचारकों की सूची में इस बार राजस्थान में उन्हीं केंद्रीय नेताओं को स्थान दिया गया है जो या तो राजस्थान से संबंध रखते हैं या जिन्हें राजस्थान में बतौर प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा एकमात्र नाम कृष्ण पाल गुर्जर का है. लेकिन 17 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए अब तक इन नेताओं को चुनाव प्रचार कार्यक्रम नहीं बन पाया है. वहीं, राजस्थान से संबंध रखने वाले पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव उपचुनाव के दौरान राजस्थान का रुख शायद ही करें.
जिनके नाम उनके नहीं मिले प्रचार कार्यक्रम
उपचुनाव के लिए भाजपा ने 30 स्टार प्रचारक बनाए हैं, लेकिन उनमें से बड़े नामों की बात की जाए तो पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से जुड़ा चुनाव प्रचार कार्यक्रम अब तक नहीं बना है और ना ही केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर का. इसी तरह राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव, पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे के साथ ही ओम प्रकाश माथुर और किरोड़ी लाल मीणा का अब तक कोई कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है.
स्थानीय जिला इकाई की मांग पर ही बनेंगे बड़े चुनाव प्रचार कार्यक्रम
दरअसल, कोविड-19 की गाइडलाइन के कारण इस बार पार्टी ने स्थानीय जिला इकाई की मांग पर ही चुनाव प्रचार के बड़े कार्यक्रम तय करना सुनिश्चित किया है. पार्टी का पूरा फोकस मौजूदा हालातों में डोर टू डोर जनसंपर्क पर है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के अनुसार जिला इकाई अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए जिन नेताओं की डिमांड कर रहा है, पार्टी उनके कार्यक्रम ही चुनाव प्रचार के लिए बनाएंगी.