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निकाय चुनाव 2021: प्रत्याशियों को लेकर भाजपा में मंथन शुरू, बगावत के डर से इस बार अपनाई ये रणनीति

प्रदेश के 20 जिलों के 90 निकायों में होने वाले चुनाव को लेकर प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर प्रत्याशियों के नाम पर मंथन शुरू हो गया है. 2 दिन में सभी 90 निकायों के प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए जाएंगे, हालांकि इस बार प्रत्याशियों के नाम का सार्वजनिक ऐलान जयपुर से नहीं होगा.

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निकाय चुनाव 2021...
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Published : Jan 13, 2021, 7:16 PM IST

जयपुर. प्रदेश के 20 जिलों के 90 निकायों में होने वाले चुनाव को लेकर प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर प्रत्याशियों के नाम पर मंथन शुरू हो गया है. 2 दिन में सभी 90 निकायों के प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए जाएंगे, हालांकि इस बार प्रत्याशियों के नाम का सार्वजनिक ऐलान जयपुर से नहीं होगा. तय किए गए नाम की सूची सीधी जिला प्रभारी व निकाय प्रभारी को सौंपी जाएगी. वह अपने-अपने क्षेत्रों में पहुंचकर प्रत्याशियों के नामांकन भरवाने और सिंबल देने का काम करेंगे.

प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नाम पर मंथन शुरू हो गया है...

प्रदेश भाजपा मुख्यालय में इस सिलसिले में चुनाव समिति की बैठक हुई. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर मिश्रा के साथ ही केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी रहे. बैठक में जिलेवार संबंधित नेताओं से चर्चा के बाद नाम फाइनल किए गए हैं.

जालौर से हुई शुरुआत...

बैठक में हर जिले से अपेक्षित नेताओं पदाधिकारियों को बुलाया गया. जिसमें संबंधित जिले के अध्यक्ष संगठन प्रभारी, संभाग प्रभारी, निकाय प्रभारी के साथ ही जिले से जुड़े भाजपा के सांसद व विधायक शामिल रहे. जनप्रतिनिधि अपने साथ हर निकाय में वार्डों से जुड़े सिंगल से लेकर 3 नामों तक के उम्मीदवारों का पैनल अपने साथ लेकर आए थे. बैठक में इन्हीं पर चर्चा करने के साथ ही प्रत्याशियों के नाम फाइनल किए गए. गुरुवार को प्रतापगढ़, बूंदी और हनुमानगढ़ जिले से जुड़े निकायों के प्रत्याशियों के नाम फाइनल करने के लिए बैठक होगी.

पढ़ें: राजस्थान निकाय चुनाव : PCC चीफ डोटासरा समेत 7 मंत्रियों और 23 विधायकों की साख दांव पर...

जयपुर से नहीं होगी घोषणा...

इस बार प्रत्याशियों के नाम की घोषणा जयपुर में ना होकर संबंधित क्षेत्र के प्रभारी उस क्षेत्र में ही करेंगे. इसके पीछे पार्टी की मंशा है कि नाम सार्वजनिक करने पर बगावत के सुर बुलंद हो जाते हैं, ऐसे में बीजेपी नहीं चाहती कि प्रत्याशियों के नाम फाइनल होने के बाद उसका सार्वजनिक रूप से ऐलान किया जाए, ताकि जिन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया गया है. वो नाराज होकर बागावत करें. मतलब बगावत रोकने के लिए बीजेपी ने यह रणनीति अपनाई है. हालांकि, पिछले निकाय चुनाव में भी बीजेपी की यही रणनीति थी, जो सफल भी साबित हुई.

जीत का दावा...

निकाय चुनाव 28 जनवरी को है, लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल बीजेपी के जीत का दावा अभी से ही कर रहे हैं. पूनिया ने कहा कि प्रदेश सरकार ने परिसीमन के नाम पर लाख कोशिशें भले ही कर ली हो, लेकिन जनता इन चुनावों में कांग्रेस को आइना दिखा देगी. बीजेपी की निश्चित ही जीत होगी. केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी प्रदेश सरकार के 2 साल के कामकाज पर सवाल उठाते हुए आगामी निकायों में बीजेपी की जीत का दावा किया.

जयपुर. प्रदेश के 20 जिलों के 90 निकायों में होने वाले चुनाव को लेकर प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर प्रत्याशियों के नाम पर मंथन शुरू हो गया है. 2 दिन में सभी 90 निकायों के प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए जाएंगे, हालांकि इस बार प्रत्याशियों के नाम का सार्वजनिक ऐलान जयपुर से नहीं होगा. तय किए गए नाम की सूची सीधी जिला प्रभारी व निकाय प्रभारी को सौंपी जाएगी. वह अपने-अपने क्षेत्रों में पहुंचकर प्रत्याशियों के नामांकन भरवाने और सिंबल देने का काम करेंगे.

प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नाम पर मंथन शुरू हो गया है...

प्रदेश भाजपा मुख्यालय में इस सिलसिले में चुनाव समिति की बैठक हुई. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर मिश्रा के साथ ही केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी रहे. बैठक में जिलेवार संबंधित नेताओं से चर्चा के बाद नाम फाइनल किए गए हैं.

जालौर से हुई शुरुआत...

बैठक में हर जिले से अपेक्षित नेताओं पदाधिकारियों को बुलाया गया. जिसमें संबंधित जिले के अध्यक्ष संगठन प्रभारी, संभाग प्रभारी, निकाय प्रभारी के साथ ही जिले से जुड़े भाजपा के सांसद व विधायक शामिल रहे. जनप्रतिनिधि अपने साथ हर निकाय में वार्डों से जुड़े सिंगल से लेकर 3 नामों तक के उम्मीदवारों का पैनल अपने साथ लेकर आए थे. बैठक में इन्हीं पर चर्चा करने के साथ ही प्रत्याशियों के नाम फाइनल किए गए. गुरुवार को प्रतापगढ़, बूंदी और हनुमानगढ़ जिले से जुड़े निकायों के प्रत्याशियों के नाम फाइनल करने के लिए बैठक होगी.

पढ़ें: राजस्थान निकाय चुनाव : PCC चीफ डोटासरा समेत 7 मंत्रियों और 23 विधायकों की साख दांव पर...

जयपुर से नहीं होगी घोषणा...

इस बार प्रत्याशियों के नाम की घोषणा जयपुर में ना होकर संबंधित क्षेत्र के प्रभारी उस क्षेत्र में ही करेंगे. इसके पीछे पार्टी की मंशा है कि नाम सार्वजनिक करने पर बगावत के सुर बुलंद हो जाते हैं, ऐसे में बीजेपी नहीं चाहती कि प्रत्याशियों के नाम फाइनल होने के बाद उसका सार्वजनिक रूप से ऐलान किया जाए, ताकि जिन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया गया है. वो नाराज होकर बागावत करें. मतलब बगावत रोकने के लिए बीजेपी ने यह रणनीति अपनाई है. हालांकि, पिछले निकाय चुनाव में भी बीजेपी की यही रणनीति थी, जो सफल भी साबित हुई.

जीत का दावा...

निकाय चुनाव 28 जनवरी को है, लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल बीजेपी के जीत का दावा अभी से ही कर रहे हैं. पूनिया ने कहा कि प्रदेश सरकार ने परिसीमन के नाम पर लाख कोशिशें भले ही कर ली हो, लेकिन जनता इन चुनावों में कांग्रेस को आइना दिखा देगी. बीजेपी की निश्चित ही जीत होगी. केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी प्रदेश सरकार के 2 साल के कामकाज पर सवाल उठाते हुए आगामी निकायों में बीजेपी की जीत का दावा किया.

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