जयपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे अपने बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं. खड़गे के बयान पर प्रदेश में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. बीजेपी ने इस बयान को मुस्लिम धर्म विरोधी बताया है. वहीं बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा ने इस बयान को लेकर आंदोलन की तैयारी कर ली है.
खड़गे ईमानदार आदमी: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मल्लिकार्जुन खड़गे के इस बयान पर (Poonia hits back at Kharge) ट्वीट करते हुए कहा कि जहां तक मेरी जानकारी है. मोहर्रम में नाचा नहीं जाता बल्कि मातम मनाया जाता है. हां, लेकिन खड़गे साहब ईमानदार आदमी हैं. अपनी पार्टी की हकीकत बयान कर रहे हैं. कांग्रेस में इन दिनों हो यही रहा है. खड़गे के बयान पर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा आगबबूला है. अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश महामंत्री हमीद खान मेवाती ने इस बयान को मुस्लिम धर्म विरोधी बताया. अल्पसंख्यक मोर्चा गुरुवार दोपहर इस बयान को लेकर प्रेस वार्ता भी करने जा रहा है.
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ये है पूरा मामला: दरअसल कांग्रेस के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान जब उनसे सवाल किया गया कि कांग्रेस की तरफ से प्रधानमंत्री पद का अगला उम्मीदवार कौन होगा? तो इस पर खड़गे ने कहा- 'हमारे यहां एक कहावत है कि बकरीद में बचेंगे तो मोहर्रम में नाचेंगे. पहले मेरा चुनाव तो खत्म होने दो. मुझे अध्यक्ष तो बनने दो, उसके बाद देखेंगे.' इस बयान की खूब चर्चा हुई. कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर खड़गे ने कहा कि पार्टी को मजबूती बनाने और विचारधारा को बचाने के लिए मैंने चुनाव लड़ने का फैसला लिया.