जयपुर. राजस्थान सरकार के कोरोना कुप्रबंधन, इंजेक्शन की कालाबाजारी और कचरे में मिली वैक्सीन सहित कई मामलों को लेकर सोमवार को भाजपा ने ट्विटर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ हैशटैग #GehlotWastedVaccine अभियान चलाया. यह ट्विटर पर पूरे देश में टॉप-3 ट्रेंडस में शामिल रहा. इस हैशटैग पर 20 हजार से भी अधिक ट्वीट हुए और करीब 4 घंटों तक पूरे देश में यह टॉप ट्रेंड में शामिल रहा.
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया, प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, राष्ट्रीय मंत्री डॉ. अलका गुर्जर, केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल, कैलाश चौधरी सहित कई प्रमुख नेताओं, पार्टी पदाधिकारियों, सांसदों-विधायकों, पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस अभियान के समर्थन में ट्वीट कर गहलोत सरकार के कुप्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोला.
दूध की पुरानी दरें लागू करने पर पूनिया ने जताया आभार
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को 30 मई को पत्र लिखकर किसानों की आजीविका को लेकर दूध की पुरानी दरें पुनः लागू करने का आग्रह किया था, जिसे स्वीकार कर मुख्यमंत्री ने पुरानी दरें लागू कर दी है. पूनिया ने दूध की पुरानी दरें लागू करने पर अशोक गहलोत का आभार जताया है.
पूनिया ने 30 मई को मुख्यमंत्री को पत्र में लिखा था कि वर्तमान समय में संपूर्ण विश्व कोरोना वैश्विक महामारी से जूझ रहा है. इस महामारी ने किसानों की आजीविका पर भी संकट खड़ा कर दिया है. ऐसे समय में किसानों के पास केवल दूध का व्यवसाय ही ऐसा है, जिससे प्रतिदिन इन किसानों का रोजी-रोटी का प्रबंध हो रहा है. लेकिन राजस्थान सरकार की ओर से दूध के प्रति पैकेट 40 पैसे घटाकर किसानों के समक्ष नई आर्थिक मुसीबत खड़ी कर दी है.
सतीश पूनिया ने सीएम गहलोत से आग्रह किया था कि कोरोना वैश्विक महामारी की वर्तमान परिस्थितियों और गर्मी के मौसम को दृष्टिगत रखते हुए दूध की पुरानी दरों को ही पुनः लागू की जाए. इससे किसानों को इस कठिन समय में आर्थिक हानि से बचाया जा सकेगा.
वैक्सीन को कूड़े में फेंकने की खबर एक अफवाह: CMHO
प्रदेश में वैक्सीन की बर्बादी को लेकर एक नई बहस छिड़ चुकी है. एक ओर जहां राजस्थान सरकार केंद्र सरकार पर पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध नहीं करवाने का आरोप लगा रही है, तो वहीं केंद्र सरकार लगातार राज्य के इन आरोपों का खंडन कर रहा है. इस संबंध में जब अजमेर के सीएमएचओ डॉ. केके सोनी से बातचीत की गई तो उन्होंने इस खबर को सिर्फ कोरी अफवाह बताया है. उन्होंने कहा कि अजमेर में कहीं भी वैक्सीन की बर्बादी नहीं की जा रही है. चिकित्सा विभाग भी वर्तमान परिस्थितियों से अवगत है ऐसे में कोई भी वैक्सीन की बर्बादी के बारे में सोच नहीं सकता.
डॉक्टर केके सोनी ने कहा चिकित्सा विभाग प्रत्येक वायल के संपूर्ण उपयोग का प्रयास करता है. उन्होंने कहा कि हर वैक्सीन का अपना-अपना उपयोग प्रतिशत होता है, जो उसका वेस्टेज फैक्टर कहलाता है. उन्होंने कहा कि पूरे जिले से वैक्सीनेशन की रिपोर्ट मंगवा कर राजस्थान सरकार को भेजी जाएगी ताकि सच्चाई का खुलासा किया जा सके.
भाजपा और पीएम मोदी को बदनाम करने की साजिश: दिलावर
भाजपा के प्रदेश महामंत्री और रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने राजस्थान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना वेक्सीन को लेकर भाजपा और प्रधानमंत्री को बदनाम करने की साजिश रची गई है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में कोरोना वैक्सीन का डोज कूड़े दान में मिलने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री पर अपराधिक मुकदमा दर्ज होना चाहिए.
दिलावर ने कहा कि राजस्थान सरकार बार-बार भारत सरकार पर आरोप लगाती रही है कि सरकार की ओर से कोरोना वैक्सीन कम दी जा रही है जबकि सच्चाई कुछ और ही है. उन्होंने कहा कि वैक्सनी के डोज कूड़ेदान में फेंके जा रहे हैं. करीब 3500 डोज कूड़ेदान में मिला है, इसका मीडिया ने खुलासा किया है.
मदन दिलावर ने कहा कि गहलोत सरकार पर भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री को बदनाम करने व राष्ट्रीय संपत्ति को हानि पहुंचाने को लेकर मुकदमा दर्ज होना चाहिए. उन्होंने बताया कि चूरू जिले में 40 फीसदी वैक्सीन को कूड़ेदान में फेंका गया, तो वहीं हनुमानगढ़ में 26 फीसदी, बूंदी में 25 फीसदी और केकड़ी में 20 फीसदी वैक्सीन को कूड़ेदान में फेंका गया. उन्होंने कहा कि यह सब जानबूझ कर पीएम नरेंद्र मोदी को बदनाम करने के लिए किया गया. उन्होंने सीएम गहलोत और चिकित्सा मंत्री पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की.