ETV Bharat / city

यात्रीगण कृपया ध्यान दें, सर्दियों में कोहरे के बीच सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए रेलवे कर रहा खास इंतजाम

सर्दियों के दिनों में कोहरे के मौसम में सुरक्षित रेल संचालन के लिए रेलवे प्रशासन की ओर से विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं. उत्तर भारत में सर्दियों के मौसम में कोहरे की अधिकता के कारण रेलवे यातायात भी प्रभावित रहता है. उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर और बीकानेर मंडल के रेलखंड कोहरे की अधिकता से प्रभावित रहते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार रेलवे की ओर से समय रहते ही विशेष प्रबंध किए जा रहे है.

author img

By

Published : Nov 29, 2019, 8:35 AM IST

safe train operation in fog in winter, Railways special arrangements in winter, jaipur Railways news, कोहरे में ट्रेनों के लिए विशेष इंतजाम
कोहरे के बीच सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए रेलवे कर रहा खास इंतजाम

जयपुर. कोहरे से प्रभावित क्षेत्रों में रेल सेवाओं के सुरक्षित संचालन के लिए रेलवे प्रशासन की ओर से विशेष प्रबंध किए गए हैं. उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा ने बताया कि आगामी सर्दियों के मौसम में कोहरे की अधिकता के दौरान ट्रेनों के संचालन में संरक्षा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे की ओर से विशेष प्रबंध किए गए हैं. जिनमें फोग सेफ डिवाइस, चमकने वाले साइन बोर्ड, डेटोनेटर (पटाखे), नियमित पेट्रोलिंग के विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं. इसके लिए रेलवे कर्मचारियों और अधिकारियों को भी विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

कोहरे के बीच सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए रेलवे कर रहा खास इंतजाम

रेलवे प्रशासन की ओर से कोहरे के दौरान प्रभावित क्षेत्रों में चलने वाली ट्रेनों के इंजनों में फोग सेफ डिवाइस मुहैया करवाने का प्रावधान किया जा रहा है. विभिन्न स्टेशनों पर पटाखे लगाने के लिए फोग सिग्नलमैन की नियुक्ति की जा रही है. स्टेशनों और समपार फाटकों पर समुचित मात्रा में पटाखों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है. सिग्नल राइटिंग बोर्ड, फोग सिग्नल मैन पोस्ट और फ्लैग स्टेशन बोर्ड पर मार्किंग की जा रही है.

यह भी पढ़ें : उत्तर पश्चिम रेलवे की ओर से होने वाला है विद्युतीकृत ट्रेनों का संचालन, दिसंबर तक कार्य हो जाएगा पूरा

सिग्नल साइटिंग बोर्ड और समपार फाटकों के बूम पर पेंट करना और चमकीले टेप की पट्टियां लगाने का काम किया जा रहा है. सभी स्टेशनों पर वीटीओ की उपलब्धता करवाई जाएगी. क्योकि, स्टेशन मास्टर के जरिए पर्याप्त दृश्यता की जांच में सहायता मिलती है. ताकि यह निर्णय ले सके कि लोको पायलट को एप्रोच स्टॉप सिग्नल के स्थान के बारे में चेतावनी देने के लिए डेटोनेटर कब रखते हैं. रेल जॉइंट्स का निरीक्षण और लुब्रिकेशन निर्धारित मापदंडों के अनुसार करके संरक्षा को सुनिश्चित करने का काम किया जा रहा है. इसके साथ ही रेलवे प्रशासन की ओर से पटरियों के मेंटेनेंस के साथ ही रात के समय नियमित पेट्रोलिंग की जाएगी.

यह भी पढ़ें : यात्रियों के लिए खुशखबरीः मंडोर सुपरफास्ट ट्रेन का होगा बाड़मेर तक संचालन

रेलवे प्रशासन की ओर से स्टेशन मास्टर और गेटमैनों को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि गाड़ी संचालन के समय सभी नियमों का पूर्ण रुप से पालन करें. रेलवे अधिकारियों की ओर से रात्रि में औचक निरीक्षण किए जा रहे हैं. ताकि स्टाफ की मुस्तैदी को चेक किया जा सके.

रेलवे की यात्रियों से अपील...

वहीं रेलवे प्रशासन ने अपने यात्रियों से अपील की है कि कोहरे के मौसम में कई रेलगाड़ियां देरी से भी संचालित हो सकती है. यात्री अपनी यात्रा शुरू करने से पहले रेलगाड़ी की वर्तमान स्थिति देखकर जाएं और इसके चलते होने वाली असुविधा से बचें.

जयपुर. कोहरे से प्रभावित क्षेत्रों में रेल सेवाओं के सुरक्षित संचालन के लिए रेलवे प्रशासन की ओर से विशेष प्रबंध किए गए हैं. उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा ने बताया कि आगामी सर्दियों के मौसम में कोहरे की अधिकता के दौरान ट्रेनों के संचालन में संरक्षा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे की ओर से विशेष प्रबंध किए गए हैं. जिनमें फोग सेफ डिवाइस, चमकने वाले साइन बोर्ड, डेटोनेटर (पटाखे), नियमित पेट्रोलिंग के विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं. इसके लिए रेलवे कर्मचारियों और अधिकारियों को भी विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

कोहरे के बीच सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए रेलवे कर रहा खास इंतजाम

रेलवे प्रशासन की ओर से कोहरे के दौरान प्रभावित क्षेत्रों में चलने वाली ट्रेनों के इंजनों में फोग सेफ डिवाइस मुहैया करवाने का प्रावधान किया जा रहा है. विभिन्न स्टेशनों पर पटाखे लगाने के लिए फोग सिग्नलमैन की नियुक्ति की जा रही है. स्टेशनों और समपार फाटकों पर समुचित मात्रा में पटाखों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है. सिग्नल राइटिंग बोर्ड, फोग सिग्नल मैन पोस्ट और फ्लैग स्टेशन बोर्ड पर मार्किंग की जा रही है.

यह भी पढ़ें : उत्तर पश्चिम रेलवे की ओर से होने वाला है विद्युतीकृत ट्रेनों का संचालन, दिसंबर तक कार्य हो जाएगा पूरा

सिग्नल साइटिंग बोर्ड और समपार फाटकों के बूम पर पेंट करना और चमकीले टेप की पट्टियां लगाने का काम किया जा रहा है. सभी स्टेशनों पर वीटीओ की उपलब्धता करवाई जाएगी. क्योकि, स्टेशन मास्टर के जरिए पर्याप्त दृश्यता की जांच में सहायता मिलती है. ताकि यह निर्णय ले सके कि लोको पायलट को एप्रोच स्टॉप सिग्नल के स्थान के बारे में चेतावनी देने के लिए डेटोनेटर कब रखते हैं. रेल जॉइंट्स का निरीक्षण और लुब्रिकेशन निर्धारित मापदंडों के अनुसार करके संरक्षा को सुनिश्चित करने का काम किया जा रहा है. इसके साथ ही रेलवे प्रशासन की ओर से पटरियों के मेंटेनेंस के साथ ही रात के समय नियमित पेट्रोलिंग की जाएगी.

यह भी पढ़ें : यात्रियों के लिए खुशखबरीः मंडोर सुपरफास्ट ट्रेन का होगा बाड़मेर तक संचालन

रेलवे प्रशासन की ओर से स्टेशन मास्टर और गेटमैनों को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि गाड़ी संचालन के समय सभी नियमों का पूर्ण रुप से पालन करें. रेलवे अधिकारियों की ओर से रात्रि में औचक निरीक्षण किए जा रहे हैं. ताकि स्टाफ की मुस्तैदी को चेक किया जा सके.

रेलवे की यात्रियों से अपील...

वहीं रेलवे प्रशासन ने अपने यात्रियों से अपील की है कि कोहरे के मौसम में कई रेलगाड़ियां देरी से भी संचालित हो सकती है. यात्री अपनी यात्रा शुरू करने से पहले रेलगाड़ी की वर्तमान स्थिति देखकर जाएं और इसके चलते होने वाली असुविधा से बचें.

Intro:जयपुर
एंकर- सर्दियों में कोहरे के मौसम में सुरक्षित रेल संचालन के लिए रेलवे प्रशासन की ओर से विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। उत्तर भारत में सर्दियों के मौसम में कोहरे की अधिकता के कारण रेलवे यातायात भी प्रभावित होता है। उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर और बीकानेर मंडल के रेलखंड कोहरे की अधिकता से प्रभावित रहते हैं।


Body:कोहरे से प्रभावित क्षेत्रों में रेल सेवाओं के सुरक्षित संचालन के लिए रेलवे प्रशासन ने विशेष अतिरिक्त प्रबंध किए हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा ने बताया कि आगामी सर्दियों के मौसम में कोहरे की अधिकता के दौरान ट्रेनों के संचालन में संरक्षा और सुरक्षा को देखते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे की ओर से विशेष प्रबंध किए गए हैं। जिसमें फोग सेफ डिवाइस, चमकने वाले साइन बोर्ड, डेटोनेटर (पटाखे), नियमित पेट्रोलिंग के विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। इसके लिए रेलवे कर्मचारियों और अधिकारियों को भी विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
रेलवे प्रशासन की ओर से कोहरे के दौरान प्रभावित क्षेत्रों में चलने वाली ट्रेनों के इंजनों में फोग सेफ डिवाइस मुहैया करवाने का प्रावधान किया जा रहा है। विभिन्न स्टेशनों पर पटाखे लगाने के लिए फोग सिगनलमैन की नियुक्ति की जा रही है। स्टेशनों और समपार फाटको पर समुचित मात्रा में पटाखों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। सिग्नल राइटिंग बोर्ड फोग सिगनल मैन पोस्ट और फ्लैग स्टेशन बोर्ड पर मार्किंग की जा रही है। सिग्नल साइटिंग बोर्ड और समपार फाटको के बूम पर पेंट करना और चमकीले टेप की पट्टियां लगाने का काम किया जा रहा है। सभी स्टेशनों पर वीटीओ की उपलब्धता करवाई जाएगी क्योकि स्टेशन मास्टर के जरिए पर्याप्त दृश्यता की जांच में सहायता मिलती है ताकि यह निर्णय ले सके कि लोको पायलट को एप्रोच स्टॉप सिगनल के स्थान के बारे में चेतावनी देने के लिए डेटोनेटर कब रखते हैं। रेल जॉइंट्स का निरीक्षण और लुब्रिकेशन निर्धारित मापदंडों के अनुसार करके संरक्षा को सुनिश्चित करने का काम किया जा रहा है। इसके साथ ही रेलवे प्रशासन की ओर से रेलवे मार्गों के पुराने अनुभव के आधार पर ऐसे मार्गों की पहचान की जा रही है जिन पर रेल फैक्चर की संभावना अधिक रहती है। उन रेलखंडों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। पटरियों के मेंटेनेंस के साथ ही रात्री के समय नियमित पेट्रोलिंग की जाएगी।
रेलवे प्रशासन की ओर से स्टेशन मास्टर और गेटमेनो को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि गाड़ी संचालन के समय सभी नियमों का पूर्ण रुप से पालन करें। रेलवे अधिकारियों द्वारा रात्रि में औचक निरीक्षण किए जा रहे हैं ताकि स्टाफ की मुस्तैदी को चेक किया जा सके।
रेलवे प्रशासन ने अपने यात्रियों से अपील की है। कोहरे के मौसम में रेलगाड़ियों देरी से भी संचालित हो सकती है। यात्री अपनी यात्रा शुरू करने से पहले रेलगाड़ी की वर्तमान स्थिति देखकर जाएं और असुविधा से बचें।

पीटीसी- उमेश सैनी



Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.