जयपुर. नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन के बैनर तले सोमवार को रेलवे कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. कर्मचारियों ने रेलवे के निजीकरण समेत केंद्र सरकार की कई नीतियों का विरोध किया.
नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश माथुर ने बताया कि, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन के तत्वाधान में उत्तर पश्चिम रेलवे में विरोध सप्ताह मनाया जा रहा है. इसी के तहत जयपुर में डीआरएम कार्यालय और रेलवे स्टेशन समेत सभी डिपो और रेलवे मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया गया है.
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों के डीए को रोकने, रेलवे का निजीकरण और ओल्ड पेंशन स्कीम लागू नहीं करने, 12 पदों को समाप्त करने समेत तमाम नीतियों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया है. रेलवे कर्मचारियों ने कोरोना महामारी के दौरान सरकार को अपना सहयोग दिया है. लेकिन इसके बदले में कर्मचारियों के डीए को फ्रीज किया गया है. ऐसे में देश भर की रेलवे कर्मचारियों में सरकार के खिलाफ रोष व्याप्त है.
वहीं नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन के मंडल मंत्री आरके सिंह ने बताया कि, कोरोना महामारी के दौरान रेलवे कर्मचारियों ने अपनी ड्यूटी को बखूबी से निभाया है. ऐसे समय में कर्मचारियों के डीए को फ्रीज करना शोभा नहीं देता है. कोविड-19 में रेलवे कर्मचारियों ने अपना 1 दिन का वेतन सहयोग के रूप में दिया है. लेकिन इसके बावजूद कर्मचारियों के हितों को लेकर सरकार ध्यान नहीं दे रही है. ऐसे समय में भी कर्मचारियों के 40 से 45 दिन के वेतन की कटौती करना ठीक नहीं है.
वता दें कि, कर्मचारी हितों की तरफ केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए विरोध सप्ताह मनाया गया है. इसी के तहत सोमवार को उत्तर पश्चिम रेलवे के सभी स्टेशनों, कारखानों और मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर सरकार को चेताने का काम किया गया है.