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देवस्थान विभाग ने पहली बार मनाया राधा अष्टमी महोत्सव, शाम को रुकमणी विवाह - जन्माष्टमी के 15 दिन बाद राधा अष्टमी

जयपुर के श्री ब्रजनिधि मंदिर में राधा अष्टमी महोत्सव का आयोजन देवस्थान विभाग की ओर से किया गया. रविवार (Radha Ashtami in Jaipur) सुबह अभिषेक के बाद पूजा की गई. वहीं शाम में रुक्मणी विवाह का आयोजन हुआ.

Jaipur Shri Brij Nidhi Mandir
राधा अष्टमी महोत्सव
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Published : Sep 4, 2022, 4:30 PM IST

Updated : Sep 4, 2022, 10:43 PM IST

जयपुर. राजधानी जयपुर के जलेब चौक स्थित श्री ब्रजनिधि मंदिर में देवस्थान विभाग की ओर से रविवार को राधाष्टमी महोत्सव का आयोजन किया गया. इसके तहत सुबह 5.15 बजे अभिषेक किया गया. वहीं 9.15 बजे से गोपाल सहस्त्रनाम के पाठ हुए. शाम को 5.15 से 9.15 तक भजन संध्या और रुक्मणी विवाह का आयोजन हुआ. हालांकि विभाग की मंत्री शकुंतला रावत दिल्ली में कांग्रेस की महारैली में शामिल होने के चलते आयोजन में शरीक नहीं हुईं.

प्रदेश में देवस्थान विभाग की ओर से लगातार धार्मिक आयोजन कराए जा रहे हैं. बीते दिनों रामनवमी पर रामायण पाठ (Celebration of Radha Ashtami in Jaipur) और हनुमान जयंती पर सुंदरकाण्ड पाठ करवाए गए थे. सावन में शिव मंदिरों में रुद्राभिषेक कराया गया. वहीं अब विभाग की ओर से राधा अष्टमी के मौके पर जयपुर के श्री ब्रजनिधि मंदिर में राधाष्टमी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है.

पढ़ें. गहलोत सरकार का सॉफ्ट हिंदुत्व चेहरा, अब 4 सितंबर को मना रही राधाष्टमी महोत्सव

विभागीय अधिकारियों की मानें तो जन्माष्टमी के 15 दिन बाद राधा अष्टमी का पर्व मनाया जाता है. धर्मग्रंथों में राधा के बिना श्याम (Radha Ashtami in Jaipur) की पूजा अधूरी मानी गई है. ऐसे में प्रदेश में खुशहाली और समृद्धता के लिए राधाष्टमी महोत्सव का आयोजन रखा गया. हालांकि इस आयोजन में सरकार का कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ. वहीं देवस्थान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यहां संस्कृत स्कूल के 51 छात्रों ने गोपाल सहस्त्रनाम के पाठ किए. ये पाठ भगवान श्री कृष्ण की स्तुति हैं. धर्म शास्त्रों के अनुसार गोपाल सहस्त्रनाम पाठ करने से मनुष्य की सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं. वहीं अधिकारियों ने शाम को होने वाली भजन संध्या और रुक्मणी विवाह कार्यक्रम में भक्तों से अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की.

जयपुर. राजधानी जयपुर के जलेब चौक स्थित श्री ब्रजनिधि मंदिर में देवस्थान विभाग की ओर से रविवार को राधाष्टमी महोत्सव का आयोजन किया गया. इसके तहत सुबह 5.15 बजे अभिषेक किया गया. वहीं 9.15 बजे से गोपाल सहस्त्रनाम के पाठ हुए. शाम को 5.15 से 9.15 तक भजन संध्या और रुक्मणी विवाह का आयोजन हुआ. हालांकि विभाग की मंत्री शकुंतला रावत दिल्ली में कांग्रेस की महारैली में शामिल होने के चलते आयोजन में शरीक नहीं हुईं.

प्रदेश में देवस्थान विभाग की ओर से लगातार धार्मिक आयोजन कराए जा रहे हैं. बीते दिनों रामनवमी पर रामायण पाठ (Celebration of Radha Ashtami in Jaipur) और हनुमान जयंती पर सुंदरकाण्ड पाठ करवाए गए थे. सावन में शिव मंदिरों में रुद्राभिषेक कराया गया. वहीं अब विभाग की ओर से राधा अष्टमी के मौके पर जयपुर के श्री ब्रजनिधि मंदिर में राधाष्टमी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है.

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विभागीय अधिकारियों की मानें तो जन्माष्टमी के 15 दिन बाद राधा अष्टमी का पर्व मनाया जाता है. धर्मग्रंथों में राधा के बिना श्याम (Radha Ashtami in Jaipur) की पूजा अधूरी मानी गई है. ऐसे में प्रदेश में खुशहाली और समृद्धता के लिए राधाष्टमी महोत्सव का आयोजन रखा गया. हालांकि इस आयोजन में सरकार का कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ. वहीं देवस्थान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यहां संस्कृत स्कूल के 51 छात्रों ने गोपाल सहस्त्रनाम के पाठ किए. ये पाठ भगवान श्री कृष्ण की स्तुति हैं. धर्म शास्त्रों के अनुसार गोपाल सहस्त्रनाम पाठ करने से मनुष्य की सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं. वहीं अधिकारियों ने शाम को होने वाली भजन संध्या और रुक्मणी विवाह कार्यक्रम में भक्तों से अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की.

Last Updated : Sep 4, 2022, 10:43 PM IST
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