जयपुर. एईन के साथ मारपीट का मामला प्रदेश की गहलोत सरकार के लिए गले की फांस बनता जा रहा है. एक तरफ जहां विपक्ष लगातार इस मामले में आरोपी विधायक की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है, वहीं अब (Demand for Girraj Singh Malinga Arrest) सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी लोगों ने इसकी मांग तेज कर दी है. कुछ ऐसा ही घटनाक्रम गुरुवार को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती समारोह के दौरान हुआ, जहां कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री की मौजूदगी में तख्तियां लहराई और विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा की गिरफ्तारी की मांग की.
मलिंगा अरेस्ट की तख्तियां : दरअसल, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती पर (Ambedkar Jayanti 2022) झालाना वेलफेयर सोसाइटी की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित सरकार के मंत्री और विधायक मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान अशोक गहलोत मंच पर बैठे हुए थे और दूसरे मंत्रियों का भाषण चल रहा था. इसी दौरान पंडाल में बैठे कुछ लोगों ने तख्तियां लहरा कर विरोध दर्ज कराया. इन सभी के हाथों में विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा की गिरफ्तारी की मांग लिखी हुई थी. उन्होंने कहा कि एक सरकारी कर्मचारी के साथ मारपीट के मामले में आरोपी विधायक की गिरफ्तारी होनी चाहिए.
कर्मचारी सुरक्षित नहीं तो आम जन का क्या : लोगों की नाराजगी थी कि एक विधायक (Protest in CM Gehlot Jaipur Ceremony) सरकारी कर्मचारी के साथ इस तरह से मारपीट करता है कि उसे न केवल जिले के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, बल्कि उसकी गंभीर हालत को देखते हुए वहां से उसे जयपुर में रेफर कर दिया. इतनी गंभीर हालत में वह भर्ती है. नामजद रिपोर्ट है, बावजूद इसके अभी तक विधायक की गिरफ्तारी नहीं हुई.
गहलोत ने दिखाई नाराजगी : कार्यक्रम के दौरान जब सीएम अशोक गहलोत भाषण के लिए (CM Gehlot on Scheduled Tribes Community) मंच पर पहुंचे तो नाराजगी दर्ज करा रहे लोगों ने विधायक की गिरफ्तारी की मांग के नारे लगाने लगे. इस पर गहलोत ने एक बार के लिए तल्ख रुख दिखाया. हालांकि, इसके तुरंत बाद ही गहलोत ने मुस्कुराते हुए कहा कि जो मांगोगे वो सब मिलेगा.
10 अधिकारी को छोड़ एससी वर्ग का मुख्य सचिव बनाया : कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि डॉ. अंबेडकर को पता था कि यह देश अनेकता में एकता वाला मुल्क है. इसी के आधार पर संविधान बनाया गया. ऐसे देश का संविधान बनाना भी बहुत कठिन होता है. गहलोत ने कहा कि रूस के 16 टुकड़े हो गए. जिस यूक्रेन में युद्ध चल रहा है वह भी पहले रूस का हिस्सा था, लेकिन हमारे मुल्क में इतनी सारी भाषाएं, जातियां होने के बावजूद हम एक हैं. यह हमारे संविधान की विशेषता है. गहलोत ने कहा कि निरंजन आर्य को मुख्य सचिव बनाया, 76 साल में पहली बार कोई एससी वर्ग का मुख्य सचिव बना. 10 अधिकारी इनसे सीनियर थे, फिर भी इन्हें चीफ सेक्रेटरी बनाया. इससे बड़ा निर्णय क्या हो सकता है ?
मंत्री का पति IAS बना : हमारी सरकार ने कोई कमी नहीं रखी. हर वर्ग-जाति को आगे लाने की कोशिश की. नॉन आरएएस को IAS बनाया. 17 साल कोर्ट में मुकदमा चला, रिटायर होने के बाद भी उन्हें IAS का लाभ दिया. इसी बीच गहलोत ने मुस्कुराते हुए कहा कि हमारी सरकार में मंत्री ममता भूपेश के पति घनश्याम भी IAS बन गए, लेकिन ये ममता भूपेश के पति होने की वजह से नहीं बने. लोग इसके लिए भी हमारी आलोचना करते हैं. कहते हैं कि मंत्री पति हैं, इसलिए बन गए. इनका UPSC में इंटरव्यू शानदार हुआ, इसलिए ये आईएएस बने. गहलोत ने कहा कि योग्यता ही काम आती है. ममता भूपेश में भी राजनीति करने की काबिलियत है.
प्रमोशन में आरक्षण लागू : गहलोत ने कहा कि सरकार की मंशा हमेशा से ही दलित, पीड़ित, मजबूर को आगे लाने की रही है. इसी मंशा का नतीजा है कि राजस्थान में आज भी प्रमोशन में आरक्षण लागू है और यह करके हमने दिखा दिया. हिंदुस्तान में केवल राजस्थान में ही प्रमोशन में आरक्षण है, लेकिन उसके बाद चुनाव आए और आपने हमें साफ कर दिया.