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निजी स्कूल संचालकों का हल्ला बोल! 225 किमी का सफर तय कर पहुंचे राजधानी, CM से मिलने की जिद्द पर अड़े...शहीद स्मारक पर डाला डेरा - repayment of reimbursement amount

निजी स्कूल संचालकों ने आज जयपुर मार्च किया. ब्यावर से जयपुर की 225 किमी दूरी इन लोगों ने पैदल ही नापी. नाराजगी है कि शिक्षा के अधिकार (RTE) के तहत जो पुनर्भरण राशि (Reimbursement Amount ) उन्हें दी जानी थी उसकी पूर्ति अब तक नहीं की गई है. साथ ही स्कूल खुलवाने को लेकर भी तत्पर हैं. संचालकों ने शहीद स्मारक तले डेरा जमा लिया है. सिर्फ एक ही मांग है- CM से मुलाकात!

private school directors on streets
प्राइवेट स्कूलों के संचालक सड़क पर
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Published : Aug 13, 2021, 12:57 PM IST

Updated : Aug 13, 2021, 1:51 PM IST

जयपुर: पहली से बाहरवीं कक्षा की स्कूल खोलने और शिक्षा के अधिकार (RTE) के तहत पुनर्भरण राशि (Reimbursement Amount ) की मांग के साथ प्राइवेट स्कूल संचालकों ने 225 किमी का सफर पैदल ही तय कर लिया. शुक्रवार को जयपुर पहुंचे. यहां उन्होंने शहीद स्मारक पर पड़ाव डाल दिया. अड़े हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करनी है.

निजी स्कूल संचालकों का हल्ला बोल
पोस्टर पॉलिटिक्स: वसुंधरा राजे के बयान से भाजपा के अंदर की फूट दिखती है: डोटासरा

9 अगस्त को निकली संचालकों की टोली: दरअसल, स्कूल खोलने (Re-Opening Of School) और आरटीई (RTE) की पुनर्भरण राशि (Reimbursement Amount ) का भुगतान करने की मांग को लेकर ब्यावर से निजी स्कूल संचालकों का एक दल 9 अगस्त को पैदल रवाना हुआ था. जो शुक्रवार (13 अगस्त) को जयपुर पहुंचा. यहां प्रदेश भर के निजी स्कूल संचालक इकट्ठा हुए और पैदल सीएम हाउस के लिए रवाना हुए. बाद में उन्हें पुलिस ने शहीद स्मारक पहुंचाया. जहां प्रदेशभर के निजी स्कूल संचालकों ने पड़ाव डाल लिया है.

इनका कहना है कि कोरोना काल के समय इन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई कर्मचारी कोरोना की मार झेल रहे हैं. स्कूल बंद है और ये चाहते हैं कि बच्चों के भविष्य की खातिर इन्हें जल्द से जल्द खोल दिया जाए. एक अहम मांग और है. गरीब छात्रों को शिक्षा के अधिकार के अंतर्गत पुनर्भरण राशि जो पेंडिंग है, उसे तुरंत जारी कराने की.

और सीएम हाउस जाने को लेकर पुलिस से भिड़े: 200 फीट बाईपास से निजी स्कूल संचालकों का पैदल मार्च एलिवेटेड पुलिया होते हुए रवाना हुआ. पुलिया से उतरकर निजी स्कूल संचालक सिविल लाइन्स होते हुए मुख्यमंत्री आवास जाना चाह रहे थे. जबकि पुलिस उन्हें शहीद स्मारक ले जाने पर अड़ गई. इस बात को लेकर निजी स्कूल संचालकों की पुलिस से बहस भी हुई. बाद में निजी स्कूल संचालकों को शहीद स्मारक ले जाया गया. जहां उन्होंने पड़ाव डाल दिया है.

जयपुर: पहली से बाहरवीं कक्षा की स्कूल खोलने और शिक्षा के अधिकार (RTE) के तहत पुनर्भरण राशि (Reimbursement Amount ) की मांग के साथ प्राइवेट स्कूल संचालकों ने 225 किमी का सफर पैदल ही तय कर लिया. शुक्रवार को जयपुर पहुंचे. यहां उन्होंने शहीद स्मारक पर पड़ाव डाल दिया. अड़े हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करनी है.

निजी स्कूल संचालकों का हल्ला बोल
पोस्टर पॉलिटिक्स: वसुंधरा राजे के बयान से भाजपा के अंदर की फूट दिखती है: डोटासरा

9 अगस्त को निकली संचालकों की टोली: दरअसल, स्कूल खोलने (Re-Opening Of School) और आरटीई (RTE) की पुनर्भरण राशि (Reimbursement Amount ) का भुगतान करने की मांग को लेकर ब्यावर से निजी स्कूल संचालकों का एक दल 9 अगस्त को पैदल रवाना हुआ था. जो शुक्रवार (13 अगस्त) को जयपुर पहुंचा. यहां प्रदेश भर के निजी स्कूल संचालक इकट्ठा हुए और पैदल सीएम हाउस के लिए रवाना हुए. बाद में उन्हें पुलिस ने शहीद स्मारक पहुंचाया. जहां प्रदेशभर के निजी स्कूल संचालकों ने पड़ाव डाल लिया है.

इनका कहना है कि कोरोना काल के समय इन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई कर्मचारी कोरोना की मार झेल रहे हैं. स्कूल बंद है और ये चाहते हैं कि बच्चों के भविष्य की खातिर इन्हें जल्द से जल्द खोल दिया जाए. एक अहम मांग और है. गरीब छात्रों को शिक्षा के अधिकार के अंतर्गत पुनर्भरण राशि जो पेंडिंग है, उसे तुरंत जारी कराने की.

और सीएम हाउस जाने को लेकर पुलिस से भिड़े: 200 फीट बाईपास से निजी स्कूल संचालकों का पैदल मार्च एलिवेटेड पुलिया होते हुए रवाना हुआ. पुलिया से उतरकर निजी स्कूल संचालक सिविल लाइन्स होते हुए मुख्यमंत्री आवास जाना चाह रहे थे. जबकि पुलिस उन्हें शहीद स्मारक ले जाने पर अड़ गई. इस बात को लेकर निजी स्कूल संचालकों की पुलिस से बहस भी हुई. बाद में निजी स्कूल संचालकों को शहीद स्मारक ले जाया गया. जहां उन्होंने पड़ाव डाल दिया है.

Last Updated : Aug 13, 2021, 1:51 PM IST
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