जयपुर. रीट की परीक्षा के लिए परीक्षार्थी निजी बसों से भी निशुल्क अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे. सरकार और निजी बस ऑपरेटर्स के बीच बातचीत का यह हल निकला है.
शासन सचिवालय में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की अध्यक्षता में हुई इस वार्ता में प्राइवेट बस ऑपरेटर्स यूनियन से जुड़े पदाधिकारी और अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार सिंह सहित परिवहन विभाग गृह विभाग और रोडवेज के अधिकारी भी शामिल हुए. इस दौरान यह तय किया गया की 52 सीट और 35 सीट वाली निजी बस को प्रतिदिन 5 हजार रुपये उनकी सेवाओं के लिए दिए जाएंगे.
साथ ही 32 सीटर बसों के लिए 4 हजार रुपये प्रति बस प्रतिदिन दिया जाएगा. हालांकि निजी बस ऑपरेटर 52 सीट वाली बसों के मेहनताना प्रतिदिन 6 हजार रुपये चाहते थे, लेकिन समझौता वार्ता में 5 हजार रुपये प्रतिदिन पर सहमति बन गई. रीट परीक्षा 2021 के लिए अभी निजी ऑपरेटर्स यूनियन से करीब 35 हजार बसें मांगी गई हैं.
बैठक में यह तय किया गया कि इन बसों को परिवहन विभाग और आरटीओ ही लेगा और परिवहन विभाग व शिक्षा विभाग की देखरेख में परीक्षा के दौरान यह बसें चलेंगी. बैठक में यह भी तय किया गया कि जिन बसों का अधिग्रहण इस परीक्षा के लिए किया जा रहा है, उनका भुगतान अगले 1 सप्ताह के दौरान कर दिया जाएगा.
परीक्षार्थी ठगों के बहकावे में न आएं..
रीट परीक्षा 2021 के परीक्षार्थियों से परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपील की है कि वह किसी भी प्रकार के ठगों के बहकावे में न आएं. प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा इस परीक्षा का न तो कोई पेपर आता है और न ही कोई किसी को कहकर पास करवा सकता है. इसमें मेहनत से ही परीक्षार्थी सफल हो सकता है. खाचरियावास ने कहा कि कई लोग बाहर से आकर परीक्षाओं की आड़ में अभ्यर्थियों के साथ ठगी करते हैं.
परीक्षार्थियों को नहीं आने देंगे परेशानी..
परिवहन मंत्री ने कहा कि सरकार ने इस परीक्षा के अभ्यर्थियों को निशुल्क आवागमन की सुविधाएं देने का फैसला लिया है. रोडवेज के पास सीमित बसें हैं, लेकिन अब प्राइवेट बसें भी इस काम में सरकार का सहयोग करेंगी. प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि इस परीक्षा में परीक्षार्थियों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी. इसके लिए सरकार ने पूरी व्यवस्था की है. आमजन से भी सहयोग की अपील की गई है.
गौरतलब है कि सरकार ने रोडवेज बसों के साथ ही निजी बसों में भी इस परीक्षा के अभ्यर्थियों को निशुल्क आवागमन का ऐलान किया था. इसके बाद गुरुवार से निजी बसों के अधिग्रहण का काम शुरू हो गया. इससे नाराज होकर बस ऑपरेटर्स ने शुक्रवार से हड़ताल की घोषणा की थी. हालांकि अब परिवहन मंत्री से वार्ता के बाद यह हड़ताल वापस ले ली गई है. इस परीक्षा में दोनों पारियों में प्रदेश में 25 लाख 35 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी बैठ रहे हैं.