जयपुर. राजस्थान मूल्य सांख्यिकी पोर्टल को 18वां सीएसआई एसआईजी ई-गवर्नेंस अवार्ड 2020 मिला है. मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय के नवीन विभागीय पोर्टल प्राइस स्टेटिस्टिक्स इन राजस्थान (पीएसआर) को लखनऊ में आयोजित समारोह में स्टेट गवर्नमेंट एंटीटी के रूप में 18 वां सीएसआई एसआइजी ई-गवर्नेंस अवार्ड 2020 प्रदान करने पर बधाई दी है.
मुख्यसचिव निरंजन आर्य ने कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इण्डिया (सीएसआई) की ओर से मूल्य संकलन और सूचकांक निर्माण के लिए राज्य में डेवलप करवाए गए वेब पोर्टल की इस उल्लेखनीय उपलब्धि की सराहना करते हुए विभाग की ओर से समंको के संकलन, विश्लेषण और रियल टाईम डेटा की पहुंच में सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग प्रभावशाली रूप से सुनिश्चित कर ई-गवर्नेंस को आमजन तक सुगमता से पहुंचाने के प्रयास को सराहनीय कार्य बताया. आर्थिक एवं साख्यिकी विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने बताया कि कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इण्डिया (सीएसआई) तकनीकी क्षेत्र में नवाचारों और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए विशेष रूचि रखने वाले केन्द्रीय एवं राज्यों के सरकारी विभागों और संगठनों को हर साल सीएसआई एसआईजी ई-गवर्नेंस अवार्ड प्रदान करती है.
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बता दें कि उक्त अवार्ड के लिए विभागों और संगठनों का चयन विभिन्न चरणबद्ध और तय मापदंड प्रक्रिया के उपरान्त किया जाता है. इस के लिए विभाग का लगातार तीसरे साल चयन होना एक गौरव की बात है. उन्होंने बताया कि विभाग के उल्लेखनीय प्रयासों के संदर्भ में साल 2017-18 में पहचान पोर्टल और 2019 में बिजनेस रजिस्टर वेब पोर्टल को उक्त अवार्ड दिया जा चुका है. आर्थिक एंव सांख्यिकी विभाग के निदेशक एवं संयुक्त शासन सचिव ओम प्रकाश बेरवा ने बताया कि राष्ट्रीय सूचना केन्द्र (एनआईसी) के सहयोग से इन-हाउस डवलप करवाये जा रहे वेब पोर्टल्स के माध्यम से नवीनतम सांख्यिकी समंक जनसामान्य को शीघ्रता से उपलब्ध हो रहे है. उन्होंने बताया कि ई-गवर्नेंस को अधिक प्रभावशाली बनाए जाने के लिए किए जा रहे नवाचारों में सूचना प्रौद्योगिकी पर अधिक बल दिया जा रहा है.
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वर्तमान में विभाग की ओर से 20 विभागीय पोर्टल और मोबाईल ऐप के माध्यम से आमजन को विश्वसनीय एवं प्रभावी सांख्यिकी समंक रियल टाईम उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. बैरवा ने बताया कि पूर्व में मूल्य संकलन कार्य मेन्युअली किया जाता था, जिससे डेटा प्रोसेसिंग में काफी समय लगता था और डेटा आमजन तक उपलब्ध मूल्य संकलन कार्य ऑनलाईन आधार पर किया जाकर विभिन्न सूचकांक आमजन हेतु समय अन्तराल अधिक रहता था. अब पोर्टल के माध्यम से मूल्य संकलन कार्य ऑनलाईन आधार पर किया जाकर विभिन्न सूचकांक आमजन के लिए समय पर और विश्वसनीयता के साथ उपलब्ध करवाये जा रहे हैं.