जयपुर. भाजपा जहां मोदी सरकार के 7 वर्ष पूरे होने पर केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाने में जुटी है तो वही गहलोत सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मोदी सरकार के 7 साल की उपलब्धि शून्य बताई है. खाचरियावास ने कहा कि मोदी सरकार के 7 वर्ष महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी और देश में अराजकता और लाशों के ढेर लगाने के लिए हमेशा याद किए जाएंगे.
भाजपा ने कुर्सी लेने के लिए देश के साथ धोखा किया
प्रताप सिंह खाचरियावास ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि अच्छे दिन, 15 लाख रुपए का वादा, महंगाई खत्म करना, रोजगार देना, पेट्रोल-डीजल के दाम सस्ते करना जैसे बड़े सपने दिखाकर मोदी सरकार सत्ता में आई, ना देश के लोगों को रोजगार मिला, ना रोटी मिली, देश में एयरपोर्ट, रेलवे, बीएसएनएल जैसी बड़ी संस्थाएं जिन को बनाने में 75 वर्ष लग गए उनका निजीकरण कर दिया गया. पाकिस्तान का डर दिखाकर हिंदू ,मुसलमान, सिख, इसाई में बांटकर धर्म में टकराव की राजनीति पैदा करके आम आदमी के असली मुद्दों से ध्यान हटाकर लोगों को भूख और बेरोजगारी से मरने के लिए छोड़ दिया गया. अब लोगों के समझ में आ गया है कि कुर्सी लेने के लिए भाजपा और उनके नेताओं ने देश के साथ धोखा किया.
खाचरियावास ने कहा कि यदि कोरोना की पहली लहर के वक्त केंद्र सरकार सतर्क होकर कोरोना की दूसरी लहर की पूरी तैयारी कर लेती तो लाखों लोगों को बचाया जा सकता था. पूरे देश में वैक्सीनेशन प्रोग्राम चलाया जाता समय पर वैक्सीन उपलब्ध करवाकर लगा दी जाती और ऑक्सीजन और दवाइयों की व्यवस्था कर ली जाती तो आज लाशों के ढेर नहीं लगते. महामारी के दौर में कई लोगों की सांसे टूट गई, ऑक्सीजन, दवाई और वैक्सीन का मैनेजमेंट केंद्र की मोदी सरकार ने अपने हाथ में रखा और सभी कार्यों में पूरी तरह से फेल साबित हुई.
खाचरियावास के अनुसार 7 वर्षों में पहली बार मोदी सरकार को कोरोना संकट में जनता की मदद करने के लिए जनता ने पुकारा लेकिन केंद्र ने अपना खजाना नहीं खोला. वैक्सीन के पैसे मांग लिये, पूरे देश में हाहाकार मच गया, जो सरकार दर्द, दुख और परेशानी में जनता की मदद नहीं कर सकती वह सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है.