जयपुर. प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि राजनीतिक में कई बार मुद्दों को बेवजह तूल दिया जाता है. जयपुर कांग्रेस की वर्किंग और उसके एक-एक कार्यकर्ता ने मेहनत कर कांग्रेस को मजबूत किया. राजस्थान में जो ब्लॉक अध्यक्ष काम कर रहे हैं और जयपुर में जो ब्लॉक अध्यक्ष काम कर रहे हैं उनका कांग्रेस में कानूनी निर्माण किया जाता है. लेकिन पहली बार जयपुर में एक नया एक्सपेरिमेंट हुआ है कि उन्होंने वार्ड अध्यक्ष भी बनाये हैं. अब नया सीमांकन होकर दो नगर निगम बन गए हैं तो नए छोटे वार्ड भी बन गए.
जिसके बाद कुछ वार्ड खाली हैं जहां पर पहले भी नए अध्यक्ष बना दिए गए और कुछ अब बनाये जा रहे हैं. ऐसे में ब्लॉक अध्यक्ष को वार्ड की जिम्मेदारी दे रहे हैं जो कार्यकर्ताओ की अपनी पसंद है. जिससे सरकारी की योजनाएं लोगों तक पहुंच सके और कांग्रेस की आवाज जो जनता की आवाज है वो पहुंच सके.
इसके लिए इस तरह की नियुक्तियां की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि इसको पॉजिटिव ढंग से देखा जाना चाहिए. इसमें किसी ब्लॉक अध्यक्ष की भावना गलत नहीं है. यदि कुछ बात सामने आएगी तब पीसीसी अध्यक्ष से बात कर कर ली जाएगी क्योंकि ये परिवार का ही मामला है.
आपको बता दें कि राजस्थान में राजनीतिक उठापटक के बाद 15 जुलाई 2020 को सभी जिला अध्यक्षकों और ब्लॉक अध्यक्षकों के साथ ही जिला कार्यकारिणी व ब्लॉक कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया था. जिसके बाद अभी तक राजस्थान में 39 जिला अध्यक्षकों और जिला कार्यकारिणी के साथ ही 400 ब्लॉक अध्यक्षकों की नियुक्ति का इंतजार हो रहा है. लेकिन जयपुर शहर में 1 अप्रैल को बनीपार्क ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ने कोशेलेन्द्र अत्रे को वार्ड 34 का अध्यक्ष बनाया तो विवाद शुरू हो गया.