जयपुर. राजस्थान के सभी छह नगर निगमों के लिए टिकट की माथापच्ची कांग्रेस पार्टी में जारी है. इसी बीच शुक्रवार को राजधानी जयपुर के निवर्तमान जिला अध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास ने साफ किया कर दिया कि राजस्थान में कांग्रेस सत्ता में है और 2 साल से जो काम किए हैं उन कामों का असर होगा और जनता कांग्रेस पार्टी के पार्षद प्रत्याशियों को समर्थन देगी. जयपुर में हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम दोनों कांग्रेस पार्टी जीतेगी.
पढ़ें: राजस्थान को सुशासन का मॉडल बनाने का रहेगा प्रयास: सीएम गहलोत
हर वार्ड के लिए कांग्रेस का वादा पत्र...
प्रताप सिंह खाचरियावास ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि कोटा, जयपुर और जोधपुर के लिए पार्टी अलग-अलग घोषणा पत्र जारी करेगी, लेकिन राजधानी जयपुर के लिए हर वार्ड के लिए जिला कांग्रेस की ओर से कांग्रेस पार्टी वादा पत्र लेकर आएगी. इस वादा पत्र में संबंधित वार्ड में क्या काम पार्षद की ओर से करवाया जाएगा, इन सब बातों की जानकारी होगी.
टिकट नहीं मिलने वालों को कहीं और एडजस्ट कर देंगे...
नगर निगम चुनाव में प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा होने पर उन्होंने कहा की प्रत्याशी ज्यादा टिकट मांग रहे हैं, लेकिन टिकट तो किसी एक को ही मिल सकता है. राजनीति में बगावत और समर्थन सब चलता रहता है. राजस्थान में सरकार हमारी है, जिसे टिकट नहीं मिलेगा उसे कहीं और एडजस्ट कर दिया जाएगा, लेकिन फिर भी कोई चुनौती देगा तो उसकी चुनौती स्वीकार करेंगे. असली कांग्रेस का कार्यकर्ता वही है जो पंजे के निशान के साथ खड़ा रहेगा.
कांग्रेस एकजुट, भाजपा में कई फाड़...
खाचरियावास ने कहा कि कांग्रेस एकजुट होकर चुनाव लड़ रही है, जबकि भाजपा के नेता आपस में लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि 2 साल में वह प्रदेश स्तर के विरोध प्रदर्शन में भाजपा इतने लोग इकट्ठा नहीं कर पाई जितने कांग्रेस पार्टी के जिला स्तर के कार्यक्रमों में इकट्ठा होते थे. हाइब्रिड सिस्टम को लेकर उन्होंने कहा कि यह फार्मूला मैंने पढ़ा नहीं है लेकिन ओबीसी महिला कांग्रेस पार्टी की ओर से बड़ी संख्या में जीत कर आएगी. ऐसे में इस फार्मूले की कोई आवश्यकता नहीं रहेगी.
इन चुनावों में सरकार की साख पर वोट मिलेगा...
लोकसभा चुनाव में मिली हार को लेकर खाचरियावास ने कहा कि लोकसभा चुनाव का समय अब निकल चुका है. निकाय चुनावों में सरकार की साख पर वोट मिलता है. लोकल बॉडी सरकार के अंडर आती है और काम सरकार को ही करना होता है. अगर नीचे का नुमाइंदा कांग्रेस पार्टी का होगा तो काम भी जनता के बेहतर तरीके से होंगे.