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RS Election 2022 Result: जीत के बाद इमोशनल हुए प्रमोद तिवारी, CM के गले लग बोले- ये गहलोत का जादू

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सियासत के जादूगर (CM Ashok Gehlot Magic) हैं इस पर एक बार फिर मुहर लग गई है. जिस अंदाज में उन्होंने राज्यसभा का रण मैनेज किया उसकी हर जगह चर्चा है. जीत से गदगद कांग्रेस के तीसरे उम्मीदवार प्रमोद तिवारी ने भी जादूगर के खेल को सराहा और ऐसा कहते वक्त वो इमोशनल (Pramod Tiwari Gets Emotional) भी हुए.

RS Election 2022 Result
इमोशनल हुए प्रमोद तिवारी
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Published : Jun 11, 2022, 8:27 AM IST

Updated : Jun 11, 2022, 8:36 AM IST

जयपुर. राज्यसभा चुनाव (RS Election 2022 Result) में राजस्थान से कांग्रेस पार्टी के तीनों उम्मीदवार रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी राज्यसभा का सफर तय करने में सफल रहे. सब बोल रहे हैं कि कांग्रेस विधायकों की एकजुटता और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बेहतरीन रणनीति ने सफर (CM Ashok Gehlot Magic) आसान बना दिया. यही वजह है कि जीत का ताज माथे पर सजते ही तीसरे उम्मीदवार प्रमोद तिवारी भावुक (Pramod Tiwari Gets Emotional) हो गए. जिन्होंने जीतने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को न केवल धन्यवाद कहते हुए उन्हें राजनीति का जादूगर बताया बल्कि गहलोत के इस तरह से कंधों को चूमते हुए गले लगे कि मानो यह कह रहे हों कि गहलोत ने बहुत बड़े संकट से तिवारी को बाहर निकाल लिया.

क्या जीत पक्की थी?: कांग्रेस विजय को देखने का नजरिया कई तरह का है. कई जीत निश्चित बता रहे थे. पहले दिन से कहा जा रहा था कि कांग्रेस को 126 वोट मिलेंगे और आखिर में हुआ भी वही. ऐसे में सवाल उठता है कि इसमें किस बात की जादूगरी? इसका भी सधा जवाब है. राजनीतिक पंडित मानते हैं कि जिस तरीके से भाजपा लगातार कांग्रेस को रणनीतिक रूप से मात दे रही है उस परिस्थिति में मंजिल आसान नहीं है. विषम स्थिति में भी गहलोत ने न केवल अपने प्रत्याशियों को जिताया बल्कि साल 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों का एक तरह से बिगुल भी बजा दिया है.

जीत के बाद इमोशनल हुए प्रमोद तिवारी

पढ़ें-कांग्रेस के 'जादूगर' ने फिर दिखाया क्या होती है रणनीति, जानिए वे मौके जब अशोक गहलोत ने नहीं किया आलाकमान को निराश

ऐसे चला जादू: तीनों प्रत्याशियों में प्रमोद तिवारी तीसरी वरीयता पर रखे गए. सीएम ने रणनीतिक फैसला लिया. गहलोत ने पहले तीनों प्रत्याशियों को 40 -40 वोट दिलाने का फैसला किया और 6 वोट सबसे अंत में परिस्थितियों को देखते हुए कास्ट करने का निर्णय लिया गया. अब इसे गहलोत की जादूगरी कहें या सरकार के कामकाज का प्रभाव जो भाजपा की विधायक शोभा रानी कुशवाह ने कांग्रेस के पक्ष में क्रॉस वोट (BJP MLA Cross Voting) कर दिया और वो वोट प्रमोद तिवारी के खाते में गिर गया.

ये भी पढ़ें-Rajyasabha Elections: राज्यसभा की तीन सीटों पर कांग्रेस की विजय लोकतंत्र की जीत है -सीएम गहलोत

तीसरी वरीयता वाले को सबसे पहले 41 वोट: कुशवाह के वोट के चलते जिन प्रमोद तिवारी को तीसरी वरीयता का माना जा रहा था उन्हें सबसे पहले 41 वोट मिले और तीसरे नंबर पर जीतने वाले प्रमोद तिवारी की जीत पर आश्वस्त होने के बाद ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाकी बचे 6 वोट मुकुल वासनिक और रणदीप सुरजेवाला में बांट दिए. हालांकि सुरजेवाला और मुकुल वासनिक दोनों को ही 43-43 वोट मिलने थे लेकिन एक कांग्रेस विधायक के वोट देने में गलती करने के चलते वासनिक का एक वोट कम रह गया और उन्हें 42 वोट मिले.

जयपुर. राज्यसभा चुनाव (RS Election 2022 Result) में राजस्थान से कांग्रेस पार्टी के तीनों उम्मीदवार रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी राज्यसभा का सफर तय करने में सफल रहे. सब बोल रहे हैं कि कांग्रेस विधायकों की एकजुटता और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बेहतरीन रणनीति ने सफर (CM Ashok Gehlot Magic) आसान बना दिया. यही वजह है कि जीत का ताज माथे पर सजते ही तीसरे उम्मीदवार प्रमोद तिवारी भावुक (Pramod Tiwari Gets Emotional) हो गए. जिन्होंने जीतने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को न केवल धन्यवाद कहते हुए उन्हें राजनीति का जादूगर बताया बल्कि गहलोत के इस तरह से कंधों को चूमते हुए गले लगे कि मानो यह कह रहे हों कि गहलोत ने बहुत बड़े संकट से तिवारी को बाहर निकाल लिया.

क्या जीत पक्की थी?: कांग्रेस विजय को देखने का नजरिया कई तरह का है. कई जीत निश्चित बता रहे थे. पहले दिन से कहा जा रहा था कि कांग्रेस को 126 वोट मिलेंगे और आखिर में हुआ भी वही. ऐसे में सवाल उठता है कि इसमें किस बात की जादूगरी? इसका भी सधा जवाब है. राजनीतिक पंडित मानते हैं कि जिस तरीके से भाजपा लगातार कांग्रेस को रणनीतिक रूप से मात दे रही है उस परिस्थिति में मंजिल आसान नहीं है. विषम स्थिति में भी गहलोत ने न केवल अपने प्रत्याशियों को जिताया बल्कि साल 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों का एक तरह से बिगुल भी बजा दिया है.

जीत के बाद इमोशनल हुए प्रमोद तिवारी

पढ़ें-कांग्रेस के 'जादूगर' ने फिर दिखाया क्या होती है रणनीति, जानिए वे मौके जब अशोक गहलोत ने नहीं किया आलाकमान को निराश

ऐसे चला जादू: तीनों प्रत्याशियों में प्रमोद तिवारी तीसरी वरीयता पर रखे गए. सीएम ने रणनीतिक फैसला लिया. गहलोत ने पहले तीनों प्रत्याशियों को 40 -40 वोट दिलाने का फैसला किया और 6 वोट सबसे अंत में परिस्थितियों को देखते हुए कास्ट करने का निर्णय लिया गया. अब इसे गहलोत की जादूगरी कहें या सरकार के कामकाज का प्रभाव जो भाजपा की विधायक शोभा रानी कुशवाह ने कांग्रेस के पक्ष में क्रॉस वोट (BJP MLA Cross Voting) कर दिया और वो वोट प्रमोद तिवारी के खाते में गिर गया.

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तीसरी वरीयता वाले को सबसे पहले 41 वोट: कुशवाह के वोट के चलते जिन प्रमोद तिवारी को तीसरी वरीयता का माना जा रहा था उन्हें सबसे पहले 41 वोट मिले और तीसरे नंबर पर जीतने वाले प्रमोद तिवारी की जीत पर आश्वस्त होने के बाद ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाकी बचे 6 वोट मुकुल वासनिक और रणदीप सुरजेवाला में बांट दिए. हालांकि सुरजेवाला और मुकुल वासनिक दोनों को ही 43-43 वोट मिलने थे लेकिन एक कांग्रेस विधायक के वोट देने में गलती करने के चलते वासनिक का एक वोट कम रह गया और उन्हें 42 वोट मिले.

Last Updated : Jun 11, 2022, 8:36 AM IST
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