जयपुर. प्रदेश में कोरोना काल के दौरान राज्य कर्मचारियों के वेतन की कटौती के निर्णय से बिजली कर्मचारियों को अलग रखे जाने की मांग को लेकर बिजली कर्मचारियों का विरोध जारी है. राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के बैनर तले बुधवार को अभियंता और तकनीकी कर्मचारियों ने प्रदेशभर में काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया. साथ ही कार्यालय प्रमुख को ज्ञापन भी सौंपा.
राजस्थान उत्पादन निगम, प्रसारण निगम और वितरण निगम से जुड़े बड़ी संख्या में इंजीनियर और तकनीकी कर्मचारियों ने इस विरोध में अपनी भागीदारी निभाई. कर्मचारियों का कहना था कि विद्युतकर्मी भी पुलिस विभाग और चिकित्सा विभाग के समान ही 24 घंटे अपनी ड्यूटी पर तैनात रहते हैं. जनता को सुचारू रूप से बिजली मिले इसके लिए कोरोना काल में लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं. बावजूद इसके वेतन कटौती के प्रस्ताव में बिजली कर्मचारियों को भी शामिल कर दिया गया.
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बिजली कर्मचारियों ने सरकार और विद्युत निगमों के प्रबंधन से मांग की है की पुलिस महकमे और चिकित्सा महकमे के कर्मचारियों के सामान ही विद्युत कर्मियों के वेतन में भी किसी प्रकार की कटौती ना की जाए. साथ ही प्रतिमाह पूर्ण वेतन के आदेश वापस दिए जाएं ताकि विद्युत विभाग से जुड़ा कर्मचारी भी आत्मसम्मान के साथ कोरोना काल में अपनी सेवाएं दे सकें.