जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी. अब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इस पर पलटवार करते हुए कहा (Poonia counterattack on CM Gehlot) कि मुख्यमंत्री को अपनी कुर्सी की चिंता है और इसी की सुरक्षा में आजकल वे दिल्ली के चक्कर काट रहे हैं. पूनिया ने यहां तक कहा कि सीएम गहलोत का किस दिन हिसाब-किताब हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता.
गुरुवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री बार-बार कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में है लेकिन लोकतंत्र खतरे में हो न हो, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कुर्सी जरूर खतरे में है. इसलिए उन्हें ज्यादा चिंता सियासी आरोप लगाकर अपनी कुर्सी बचाने की रहती है. पूनिया ने कहा कि सीएम गहलोत के साथ 'भेड़िया आया, भेड़िया आया' जैसी स्थिति है लेकिन किस दिन उनका ही हिसाब-किताब हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता.
पूनिया ने कहा कि आज अशोक गहलोत में असुरक्षा के भाव हैं और इसलिए वह इस तरह के बयान दे रहे हैं. यदि उनकी कांग्रेस पार्टी की स्थिति ठीक होती और नैतिकता बची होती तो उन्हें बार-बार दिल्ली के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती. वह राजस्थान में ही रहकर अच्छी तरीके से गवर्नमेंट चलाते लेकिन पिछले साढे़ 3 साल के कार्यकाल में कांग्रेस और मुख्यमंत्री का खाता बही जनता के बीच बेहद कमजोर रहा.
आबकारी विभाग की शुद्ध शराब योजना पर पूनिया ने किया यह कटाक्ष
16 सितंबर से शुरू होने जा रही आबकारी विभाग की शुद्ध शराब योजना को लेकर भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने व्यंग्यात्मक कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा जो सरकार बीएसपी, लेफ्ट और निर्दलीयों की मिलावट से बनी है वह आखिर मिलावट कैसे रोकेगी. उन्होंने कहा कि शराब को ऐसे प्रोत्साहित करना हमारे संस्कारों में नहीं लेकिन अब कांग्रेस जन समर्थन बढ़ाने के लिए शराब का भी सहारा ले रही है तो यह भी अजीबो गरीब स्थिति ही है.