जयपुर. 21वीं सदी के अंतर्गत प्रदूषण एक सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरा है, लेकिन अब ये समस्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. क्योंकि कहते हैं कि "जान है तो जहान है", लेकिन अब राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के आस-पास के लोगों के लिए खतरा बढ़ता जा रहा है. एक तरफ कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों का तो दूसरी तरफ हवा में उड़ते प्रदूषण के जहर का, ये दोनों खतरे आगामी त्योहार के सीजन को देखते हुए और भी खतरनाक लगते नजर आ रहे हैं.
बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली में जहां प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और आमजन का जीना भी दुर्लभ हो रहा है. वहीं, अब दिल्ली के आस-पास के क्षेत्र के अंतर्गत भी प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. दिल्ली से सटे एनसीआर क्षेत्र भिवाड़ी की बात की जाए तो भिवाड़ी में प्रदूषण का स्तर आसमान छूने जा रहा है और भिवाड़ी रेड जोन के अंदर भी पहुंच गया है.
प्रदेश में आज सर्वाधिक प्रदूषण की बात करें तो सोमवार को प्रदेश में सर्वाधिक प्रदूषण भिवाड़ी में ही दर्ज किया गया है. प्रदूषण नियंत्रण मंडल के आंकड़ों की मानें तो सोमवार को भिवाड़ी में एयर क्वालिटी इंडेक्स 464 के स्तर पर दर्ज किया गया है. यही नहीं प्रदेश के ज्यादातर शहरों में आज प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा है.
वहीं, अजमेर की बात करें तो अजमेर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 222, अलवर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 200, कोटा में तो क्वालिटी इंडेक्स बढ़कर 253, पाली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 115, उदयपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 167, जोधपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 261 और राजधानी जयपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 के ऊपर बना हुआ है.
बता दें कि सर्दी के मौसम की शुरुआत के साथ ही कई इलाकों में रविवार की सुबह हल्का कोहरा देखने को मिला था. वहीं, बीते दिनों में तो 31 अक्टूबर को राजधानी जयपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़कर 275 तक पहुंच गया था. अभी तक 2020 में पहली बार एयर क्वालिटी इंडेक्स 31 अक्टूबर को 275 और इसके साथ ही पिंक सिटी के लिए अब आने वाले दिनों में रेड अलर्ट को लेकर भी अलर्ट हो चुका है. अगर ऐसे ही लगातार प्रदूषण बड़ा तो राजधानी जयपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स आने वाले दिनों में 300 के पार हो जाएगा और राजधानी जयपुर को भी रेड कैटेगरी में शामिल कर दिया जाएगा.
यह जयपुर के लिए एक बेहद चिंताजनक श्रेणी है. बता दें कि ग्रीन और येलो केटेगिरी में रहने वाला जयपुर अब लगातार ऑरेंज केटेगरी में बना हुआ है. ऐसे में जिस तरीके से प्रदूषण बढ़ रहा है तो उम्मीद की जा रही है कि कुछ ही दिनों में दिवाली के बाद जयपुर को रेड जॉन में डाल दिया जाएगा.
जानिए क्या है एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI)...
बता दें कि वायु गुणवत्ता मापने के लिए एयर क्वालिटी इंडेक्स बनाए गए हैं. ये इंडेक्स देश में वायु की गुणवत्ता को मापते हैं और बताते हैं कि वायु में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड की मात्रा विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से तय किए गए मापदंड से अधिक है या नहीं. ऐसे में अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 0 से 50 के बीच अच्छा माना गया है. 50 से 100 के बीच संतोषजनक,101 से 200 के बीच सामान्य, 201 से 300 के बीच खराब माना गया है. 300 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है.