ETV Bharat / city

प्रवासियों को लेकर सीएम के बयान और अधिकारियों के विरोधाभासी पत्र से बनी भ्रम की स्थिति: भाजपा

author img

By

Published : Apr 29, 2020, 12:38 AM IST

राजस्थान के प्रवासी लोगों को राज्य में वापस लाने को लेकर प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. प्रदेश भाजपा ने इसको लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने इस में ट्वीट कर मुख्यमंत्री स्थिति स्पष्ट करने की बात कही है. वहीं केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने जालोर और सिरोही कलेक्टरों के पत्रों लेकर सरकार को घेरा है.

प्रवासियों को राजस्थान लाने पर बयान, अर्जुन राम मेघवाल का गहलोत पर आरोप,Arjun Ram Meghwal accused Gehlot, BJP state president Satish Poonia
प्रवासियों के घर वापसी को लेकर सियासत

जयपुर. कोरोना संकट के बीच अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रवासी राजस्थानियों की राज्य में वापसी को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. प्रदेश भाजपा नेताओं ने इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान और सरकार के अधिकारियों के विरोधाभासी पत्र से भ्रम की स्थिति बनने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है.

ये पढ़ें: गुजरात से 2 हजार राजस्थानी लौटे, क्वॉरेंटाइन के बाद भेजा जाएगा घर...मंत्री मीणा ने कही ये बड़ी बात

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्विटर के जरिए इस मामले में प्रदेश सरकार को घेरते हुए मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि, वे इस मामले में बयान बाजी, राजनीति करने और केंद्र सरकार को कोसने की बजाय व्यवहारिक पक्ष के अनुरूप ही समुचित कार्रवाई करें. सतीश पूनिया ने ट्विटर के जरिए प्रदेश सरकार के रैपिड जांच किट की खरीद में कथित घोटाले की बात कहते हुए प्रदेश सरकार को घेरने का प्रयास किया.

  • प्रवासी भाईयों को लेकर मुख्यमंत्री जी के बयानों और सरकार के अधिकारियों के विरोधाभासी पत्रों से भ्रम की स्थिति बनी है;मेरा अनुरोध है कि इस मामले में बयानबाज़ी व राजनीति करने और केन्द्र को कोसने की बजाय व्यावहारिक पक्ष के अनुरूप ही समुचित कार्यवाही करें@bjp4india @BJP4Rajasthan

    — Satish Poonia (@DrSatishPoonia) April 28, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वहीं प्रवासी राजस्थानी और को विभिन्न प्रदेशों से राजस्थान लाने के मामले में केंद्रीय संसदीय कार्य और भारी उद्योग राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. मेघवाल ने जालौर, सिरोही कलेक्टर गुजरात के सूरत राजकोट सहित कुछ जिलों में भेजे गए पत्र का उदाहरण भी दिया. जिसमें वहां के हॉटस्पॉट बने केंद्रों से किसी भी प्रवासी को राजस्थान में लाए जाने की बात से इंकार किया था. मेघवाल ने कहा पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने कलेक्टर के लिखे गए पत्र को पढ़ ले. यह स्पष्ट करें कि क्या सरकार इस दिशा में प्रभावी और सकारात्मक कदम उठाना चाहती है या नहीं.

जयपुर. कोरोना संकट के बीच अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रवासी राजस्थानियों की राज्य में वापसी को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. प्रदेश भाजपा नेताओं ने इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान और सरकार के अधिकारियों के विरोधाभासी पत्र से भ्रम की स्थिति बनने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है.

ये पढ़ें: गुजरात से 2 हजार राजस्थानी लौटे, क्वॉरेंटाइन के बाद भेजा जाएगा घर...मंत्री मीणा ने कही ये बड़ी बात

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्विटर के जरिए इस मामले में प्रदेश सरकार को घेरते हुए मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि, वे इस मामले में बयान बाजी, राजनीति करने और केंद्र सरकार को कोसने की बजाय व्यवहारिक पक्ष के अनुरूप ही समुचित कार्रवाई करें. सतीश पूनिया ने ट्विटर के जरिए प्रदेश सरकार के रैपिड जांच किट की खरीद में कथित घोटाले की बात कहते हुए प्रदेश सरकार को घेरने का प्रयास किया.

  • प्रवासी भाईयों को लेकर मुख्यमंत्री जी के बयानों और सरकार के अधिकारियों के विरोधाभासी पत्रों से भ्रम की स्थिति बनी है;मेरा अनुरोध है कि इस मामले में बयानबाज़ी व राजनीति करने और केन्द्र को कोसने की बजाय व्यावहारिक पक्ष के अनुरूप ही समुचित कार्यवाही करें@bjp4india @BJP4Rajasthan

    — Satish Poonia (@DrSatishPoonia) April 28, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वहीं प्रवासी राजस्थानी और को विभिन्न प्रदेशों से राजस्थान लाने के मामले में केंद्रीय संसदीय कार्य और भारी उद्योग राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. मेघवाल ने जालौर, सिरोही कलेक्टर गुजरात के सूरत राजकोट सहित कुछ जिलों में भेजे गए पत्र का उदाहरण भी दिया. जिसमें वहां के हॉटस्पॉट बने केंद्रों से किसी भी प्रवासी को राजस्थान में लाए जाने की बात से इंकार किया था. मेघवाल ने कहा पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने कलेक्टर के लिखे गए पत्र को पढ़ ले. यह स्पष्ट करें कि क्या सरकार इस दिशा में प्रभावी और सकारात्मक कदम उठाना चाहती है या नहीं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.