जयपुर. राजधानी की बड़ी चौपड़ पर हुए गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान जमकर शब्द बाण चले. पक्ष-विपक्ष के दिग्गजों ने संविधान के नाम पर एक दूसरे को कटघरे में खड़ा किया. जहां कांग्रेस के मंच से सीएम अशोक गहलोत ने देश के गलत दिशा में जाने की बात कही. वहीं प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि देश के गणतंत्र को 7 दशक बीत चुके हैं. लेकिन आज जिस तरह के फैसले कई दल और सरकार ले रही है, उससे संविधान की भावना को ठेस पहुंच रही है. देश में लोगों को जोड़ने की राजनीति होनी चाहिए, तोड़ने की नहीं.
दक्षिण मुखी मंच पर केंद्र सरकार के फैसलों की सरहाना के बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने गहलोत और पायलट के बयान पर पलटवार भी किया. उन्होंने कहा कि देश में धारा 370 का जहर घुला हुआ था, वो दूर हुआ. पहली बार राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ और दूसरे देश से आए विस्थापितों को देश का नागरिक बन जीवन यापन करने का अवसर दिया. स्वच्छ और सशक्त भारत का निर्माण किया गया. दुनिया में भारत की पहचान बनाई. ऐसे समय को यदि गलत दिशा बताई जा रही है तो वह गलत है. उन्होंने कहा कि वोटों के कारण गलत दिशा में तो कांग्रेस ले जा रही है.
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वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को देश के लोकतंत्र ने लगभग 50 साल तक शासन करने का मौका दिया, लेकिन इन 50 सालों में या तो किसी वंश ने शासन किया या लूट और झूठ का खेल हुआ, जो बेनकाब हुआ. जबकि समस्याओं का समाधान पीएम मोदी ने किया. लेकिन कांग्रेस पार्टी ने जो काम राजस्थान के सदन में किया वो दिखावा और पाखंड था. केवल वोट बैंक की राजनीति की गई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब पूरी तरह बैकफुट पर है, क्योंकि लोगों ने थू थू करना शुरू कर दिया है.