ETV Bharat / city

कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों की अटकलों पर लगा विराम - राजस्थान राजनीतिक नियुक्तियों से जुड़ी खबर

प्रदेश प्रभारी अजय माकन के दौरे के बाद कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों की अटकलों पर विराम लग गया है. कहा जा रहा है कि अब पहले संगठन में नियुक्तियां होगी. वहीं पंचायत चुनाव के बाद ही कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां होने की संभावना है.

राजस्थान हिंदी न्यूज , rajasthan hindi news,  jaipur latest news , rajasthan congress news
राजनीतिक नियुक्तियों की अटकलों पर लगा विराम
author img

By

Published : Sep 2, 2020, 5:58 PM IST

जयपुर. राजस्थान में सियासी महासंग्राम के बाद प्रदेश में इंतजार हो रहा है कि कब राजस्थान में कैबिनेट विस्तार या फेरबदल होगा और कब प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियां होंगी? पहले माना जा रहा था कि सितंबर महीने में यह राजनीतिक नियुक्तियां और कैबिनेट विस्तार का काम पूरा कर लिया जाएगा. लेकिन प्रदेश प्रभारी अजय माकन के दौरे के बाद एक बात बिल्कुल साफ हो गई है कि अब राजस्थान में कैबिनेट और राजनीतिक नियुक्तियों में करीब डेढ़ से 2 महीने का समय लगेगा.

राजनीतिक नियुक्तियों की अटकलों पर लगा विराम

2 अक्टूबर को कामकाज की होगी समीक्षा

कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों से पहले प्रदेश में संगठन में नियुक्तियों का काम पूरा होगा. इसके पीछे कारण यह है कि एक तो कांग्रेस पार्टी 2 अक्टूबर को राजस्थान सरकार के मंत्रियों का 16 महीने के कामकाज का ब्यौरा और चुनाव घोषणा पत्र में से पूरे किए गए वादों की पूरी जानकारी लेगी. वहीं 15 अक्टूबर तक प्रदेश में होने वाले 3,859 पंचायतों के चुनाव करा लिए जाएंगे. ऐसे में चुनाव में जाने के लिए पार्टी को सबसे ज्यादा आवश्यकता संगठन की होगी.

15 अक्टूबर तक होंगे पंचायत चुनाव

संगठन में क्योंकि बीते 50 दिनों से केवल गोविंद डोटासरा अध्यक्ष के रूप में एकमात्र पदाधिकारी हैं. ऐसे में 15 अक्टूबर तक अगर पार्टी को पंचायत चुनाव करवाने हैं, तो फिर संगठन के पदाधिकारियों की जरूरत पड़ेगी. यही कारण है कि अब राजस्थान में पहले संगठन स्तर पर नियुक्तियां की जाएगी और चुनाव संपन्न होने के बाद ही राजस्थान में कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां होगी.

यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री निवास और दफ्तर पर 30 कर्मचारी मिले कोरोना पॉजिटिव, VC के जरिए हो सकती है कैबिनेट बैठक

माना जा रहा है कि राजनीतिक नियुक्तियों में इस बार विधायकों को तजरीह दी जाएगी. ऐसे में अगर राजनीतिक नियुक्तियों में विधायकों को ज्यादा जगह मिले और संगठन के लोग दरकिनार किए जाएं, तो चुनाव में पार्टी को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में पार्टी किसी भी विवाद से बचने के लिए पहले संगठन के स्तर पर नियुक्तियां करेगी. उसके बाद ही कैबिनेट और राजनीतिक नियुक्तियों के बारे में सोचेगी.

जयपुर. राजस्थान में सियासी महासंग्राम के बाद प्रदेश में इंतजार हो रहा है कि कब राजस्थान में कैबिनेट विस्तार या फेरबदल होगा और कब प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियां होंगी? पहले माना जा रहा था कि सितंबर महीने में यह राजनीतिक नियुक्तियां और कैबिनेट विस्तार का काम पूरा कर लिया जाएगा. लेकिन प्रदेश प्रभारी अजय माकन के दौरे के बाद एक बात बिल्कुल साफ हो गई है कि अब राजस्थान में कैबिनेट और राजनीतिक नियुक्तियों में करीब डेढ़ से 2 महीने का समय लगेगा.

राजनीतिक नियुक्तियों की अटकलों पर लगा विराम

2 अक्टूबर को कामकाज की होगी समीक्षा

कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों से पहले प्रदेश में संगठन में नियुक्तियों का काम पूरा होगा. इसके पीछे कारण यह है कि एक तो कांग्रेस पार्टी 2 अक्टूबर को राजस्थान सरकार के मंत्रियों का 16 महीने के कामकाज का ब्यौरा और चुनाव घोषणा पत्र में से पूरे किए गए वादों की पूरी जानकारी लेगी. वहीं 15 अक्टूबर तक प्रदेश में होने वाले 3,859 पंचायतों के चुनाव करा लिए जाएंगे. ऐसे में चुनाव में जाने के लिए पार्टी को सबसे ज्यादा आवश्यकता संगठन की होगी.

15 अक्टूबर तक होंगे पंचायत चुनाव

संगठन में क्योंकि बीते 50 दिनों से केवल गोविंद डोटासरा अध्यक्ष के रूप में एकमात्र पदाधिकारी हैं. ऐसे में 15 अक्टूबर तक अगर पार्टी को पंचायत चुनाव करवाने हैं, तो फिर संगठन के पदाधिकारियों की जरूरत पड़ेगी. यही कारण है कि अब राजस्थान में पहले संगठन स्तर पर नियुक्तियां की जाएगी और चुनाव संपन्न होने के बाद ही राजस्थान में कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां होगी.

यह भी पढ़ें : मुख्यमंत्री निवास और दफ्तर पर 30 कर्मचारी मिले कोरोना पॉजिटिव, VC के जरिए हो सकती है कैबिनेट बैठक

माना जा रहा है कि राजनीतिक नियुक्तियों में इस बार विधायकों को तजरीह दी जाएगी. ऐसे में अगर राजनीतिक नियुक्तियों में विधायकों को ज्यादा जगह मिले और संगठन के लोग दरकिनार किए जाएं, तो चुनाव में पार्टी को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में पार्टी किसी भी विवाद से बचने के लिए पहले संगठन के स्तर पर नियुक्तियां करेगी. उसके बाद ही कैबिनेट और राजनीतिक नियुक्तियों के बारे में सोचेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.