जयपुर. प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए राज्य सरकार की ओर से लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन के दौरान मेडिकल और इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर सभी बाजार और दुकानें बंद रखी गई है. वहीं, लॉकडाउन के दौरान राजधानी जयपुर में पुलिस की ओर से विशेष सख्ती दिखाई जा रही है. जहां, गाइडलाइन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.
साथ ही अनावश्यक रूप से घूमने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. सरकार की ओर से प्राइवेट और सरकारी वाहनों को भी बंद रखा गया है. ऐसे में जो लोग बहानेबाजी करके बाहर निकल रहे हैं, उनके वाहनों को सीज किया जा रहा है. बता दें कि शहर में जगह-जगह पर नाकाबंदी पॉइंट्स पर पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. प्रत्येक वाहन की सघन चेकिंग की जा रही है. इसके अलावा अति आवश्यक होने पर ही वाहनों को आने-जाने की अनुमति दी जा रही है. पुलिस के आला अधिकारी भी लगातार इलाकों में दौरा कर रहे हैं. साथ ही पुलिस प्रशासन की ओर से आमजन से अपील भी की जा रही है कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में सरकार और प्रशासन का सहयोग करें. अति आवश्यक होने पर ही बाहर निकले, घरों में रहें और सुरक्षित रहें. मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करें.
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इसके साथ ही माणक चौक थाना अधिकारी सुरेंद्र यादव ने बताया कि बड़ी चौपड़ मुख्य चौराहा है. यहां चारों तरफ से आवागमन रहता है, ऐसे में यहां विशेष सख्ती बढ़ती जा रही है. गैर अनुमत वाहनों को बिल्कुल भी अलाउड नहीं किया जा रहा है. ऐसे लोगों के चालान किए जा रहे हैं. राज्य सरकार की ओर से दिए गए निर्देशों की सख्ती से पालना करवाई जा रही है. साथ ही मेडिकल और अति आवश्यक होने पर ही अनुमति दी जा रही है. राशन और सब्जी की दुकानों को सुबह 11 बजे तक खोलने की छूट दी गई है.
सुरेंद्र यादव ने बताया कि अगर किसी के कोई बीमार है तो उसके डॉक्टर की पर्ची साथ में होना जरूरी है. मेडिकल सेवा में होने वाले लोग अपनी आईडी कार्ड साथ लेकर चलें. ऐसे में इन चीजों से आईडेंटिफाई करके ही जाने की अनुमति दी जा रही है. कई बार मौका स्थिति के अनुसार कोई ज्यादा परेशानी में है तो उसको भी जाने दिया जाता है.