जयपुर. प्रदेश में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है. हत्या, चोरी, डकैती और लूट जैसी वारदात आमजन के लिए काफी परेशानी का सबब बनी हुई है. राजस्थान पुलिस भी इन चुनौतियों से निपटने में पूरी तरह से कामयाब नहीं हो पा रही है. ऐसे में अपराधियों पर नकेल कसने के लिए राजस्थान पुलिस गश्त व्यवस्था को सुदृढ़ कर रही है.
गश्त के माध्यम से अपराध पर अंकुश लगाने के लिए राजस्थान सरकार और पुलिस मुख्यालय की ओर से विशेष जोर दिया जा रहा है. ऐसे में राजस्थान के सभी शहरों में पेट्रोलिंग के जरिए अपराधियों पर नकेल कसने का प्रयास किया जा रहा है.
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पुलिस की पेट्रोलिंग को लेकर लोगों का कहना है, कि पेट्रोलिंग नियमित होने से अपराधियों और चोरों में भी भय रहता है. लेकिन अपराध को रोकने के लिए पुलिस की ओर से पेट्रोलिंग को और ज्यादा बढ़ाने की आवश्यकता है.
पेट्रोलिंग वाहन में हो बढ़ोतरी
लोगों का कहना है, कि हर थाने में एक ही वाहन से पेट्रोलिंग होती है. इनकी संख्या में बढ़ोतरी होनी चाहिए. उनका कहना है, कि एक थाना इलाके में एक समय पर 2 घटना ती सूचना पर एक गश्त वाहन 2 जगह पर नहीं पहुंच पाती है, जिससे परेशानी होती है.
जयपुर के कोतवाली एसीपी मेघचंद मीणा ने बताया, कि नाइट और मॉर्निंग गश्त टुकड़ियो में विभाजित की गई है. रात्रि के समय हर नाके और हर इलाके में पुलिस की गेस्ट और नाकाबंदी की जाती है ताकि किसी प्रकार से कोई अपराधिक गतिविधियां ना हो सके. संवेदनशील इलाकों में हथियारबंद नाकाबंदी भी की जाती है.
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मीणा ने बताया, कि पिछले दिनों गश्ती दल की सतर्कता के कारण एक चोरी की वारदात का खुलासा हुआ था. नाहरगढ़ थाना पुलिस की गश्ती दल ने मोबाइल छीनने वाली एक बड़ी गैंग का खुलासा किया था. इसमें चोरी के माल की रिकवरी भी हुई थी. इसी तरह चौड़ा रास्ता में एक दुकान में हुई चोरी के मामले में आरोपियों को भी गश्ती दल और सीसीटीवी मदद से पकड़ा गया था, जिससे और भी अन्य वारदातों का खुलासा हुआ था.
अपराध में आई कमी
पुलिस की पेट्रोलिंग से अपराध में भी कमी आई है. हर साल अपराधों में बढ़ोतरी होती है, लेकिन अन्य सालों की तुलना में नॉर्थ जिला में अपराध का आंकड़ा कम हुआ है. संवेदनशील इलाकों में पेट्रोलिंग की ज्यादा पुख्ता व्यवस्था रहती है. भट्टा बस्ती, रामगंज, सुभाष चौक, आमेर सहित अन्य कई इलाकों में वारदातें हुई, लेकिन उस पर वर्कआउट भी हुआ है.
पुलिस की 2 टीमें करती हैं पेट्रोलिंग
पुलिस गश्ती दल के चालक जितेंद्र सिंह ने बताया, कि सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक और रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक दिन-रात पुलिस की 2 टीमें पेट्रोलिंग करती है. कहीं भी कोई संदिग्ध व्यक्ति और संदिग्ध वस्तु नजर आती है तो उसके खिलाफ तुरंत एक्शन लिया जाता है. कई बार संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ के दौरान वारदातों का भी खुलासा हो जाता है.
नाहरगढ़ थाने की गश्ती दल चालक राम सिंह और गश्ती दल में तैनात हेड कांस्टेबल गोपाल लाल ने बताया, कि पुलिस के गश्ती दल पूरी मुस्तैदी के साथ दिन और रात को गश्त करती है. किसी तरह की कोई भी सूचना मिलने पर तुरंत मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की जाती है.
जयपुर ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट अनिल आनंद ने बताया, कि जयपुर शहर में अपराधों में बढ़ोतरी हुई है. अपराधी पेट्रोलिंग का समय भी जानकारी में रखता है. उनका कहना है, कि अगर इलाके के मुख्य स्थानों पर सीसीटीवी लगा दिया जाए तो अपराधों पर लगाम लगेगी.
आनंद का कहना है, कि इलाके में पुलिस का गश्ती दल पेट्रोलिंग करता है, तो इस दौरान पुलिस के गाड़ी की रंग बिरंगी लाइट को देखकर ही अपराधी छुप जाते हैं और पकड़ में नहीं आते. वहीं, गश्ती दल को निकलने के बाद फिर वारदात को अंजाम दे देते हैं.
जनता को भी जागरूक होने की जरूरत
अपराध पर लगाम कसने के लिए जनता को भी जागरूक होने की जरूरत है. लोग अपने घरों और प्रतिष्ठानों के बाहर सीसीटीवी लगाए, ताकि अपराध पर नियंत्रण हो. इससे पुलिस को भी काफी सहयोग मिलेगा. इस तरह के सिस्टम होने से अपराध शून्य हो सकता है.