ETV Bharat / city

अब कांस्टेबल भी बनेंगे जांच अधिकारी, पुलिस मुख्यालय ने राज्य सरकार को भेजा प्रस्ताव

author img

By

Published : Oct 18, 2019, 8:44 PM IST

राज्य में बढ़ती एफआईआर के जल्द निपटारे के मकसद से अब राजस्थान पुलिस मुख्यालय ने राज्य सरकार को ये प्रस्ताव भेजा है कि कांस्टेबल को भी जांच अधिकारी बनाया जाए. अगर राज्य सरकार ये प्रस्ताव पास कर देती है तो कांस्टेबल को किसी मामले की जांच करने की शक्तियां दी जा सकेंगी.

अनुसंधान अधिकारी, constable a investigation officer

जयपुर. प्रदेश में थानों में लगातार एफआईआर की संख्या बढ़ती जा रही है और उनका अनुसंधान करने के लिए अधिकारियों की काफी कमी देखी जा रही है. जिसके चलते थानों में पेंडेंसी बढ़ रही है और प्रकरण के अनुसंधान में भी काफी देरी देखने को मिल रही है.

अब कांस्टेबल को भी बनाया जा सकता है जांच अधिकारी, पुलिस मुख्यालय ने सरकार को भेजा प्रस्ताव

प्रकरण के अनुसंधान में हो रही देरी को खत्म करने और साथ ही पेंडेंसी को कम करने के लिए पुलिस मुख्यालय ने एक नई पहल की है. पुलिस मुख्यालय में अला अधिकारियों ने एक मीटिंग कर प्रदेश में कॉन्स्टेबल को भी थानों में दर्ज प्रकरण के अनुसंधान के लिए अधिकृत करने पर विचार किया है.

पढ़ेंः दिल्ली की तर्ज पर अब जयपुर, जोधपुर, कोटा में भी होंगे दो-दो नगर निगम, 6 महीने बाद होंगे चुनाव

प्रदेश में कॉन्स्टेबल को अनुसंधान अधिकारी बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने एक ड्राफ्ट बनाकर राज्य सरकार को भेजा है. एडीजी क्राइम बीएल सोनी का कहना है कि थानों में दर्ज होने वाले साधारण अपराधों का अनुसंधान करने के लिए कॉन्स्टेबल को अधिकृत करने के लिए पुलिस मुख्यालय ने राज्य सरकार को एक ड्राफ्ट बनाकर भेजा है.

पढ़ेंः PCC में जन सुनवाई के दौरान आपस में भिड़े कांग्रेस के मंत्री और सचिव, गर्ग पर कार्यकर्ताओं का काम नहीं करने का आरोप

जिस पर राज्य सरकार भी उच्च स्तर पर अमल कर रही है और जल्द ही कॉन्स्टेबल को अनुसंधान अधिकारी बनाएं जाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से हरी झंडी मिलने की संभावना है. कॉन्स्टेबल को अनुसंधान अधिकारी बनाने की स्वीकृति मिलने पर साइबर क्राइम के विभिन्न मामलों में भी कांस्टेबल का सहयोग लिया जाएगा.

जयपुर. प्रदेश में थानों में लगातार एफआईआर की संख्या बढ़ती जा रही है और उनका अनुसंधान करने के लिए अधिकारियों की काफी कमी देखी जा रही है. जिसके चलते थानों में पेंडेंसी बढ़ रही है और प्रकरण के अनुसंधान में भी काफी देरी देखने को मिल रही है.

अब कांस्टेबल को भी बनाया जा सकता है जांच अधिकारी, पुलिस मुख्यालय ने सरकार को भेजा प्रस्ताव

प्रकरण के अनुसंधान में हो रही देरी को खत्म करने और साथ ही पेंडेंसी को कम करने के लिए पुलिस मुख्यालय ने एक नई पहल की है. पुलिस मुख्यालय में अला अधिकारियों ने एक मीटिंग कर प्रदेश में कॉन्स्टेबल को भी थानों में दर्ज प्रकरण के अनुसंधान के लिए अधिकृत करने पर विचार किया है.

पढ़ेंः दिल्ली की तर्ज पर अब जयपुर, जोधपुर, कोटा में भी होंगे दो-दो नगर निगम, 6 महीने बाद होंगे चुनाव

प्रदेश में कॉन्स्टेबल को अनुसंधान अधिकारी बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने एक ड्राफ्ट बनाकर राज्य सरकार को भेजा है. एडीजी क्राइम बीएल सोनी का कहना है कि थानों में दर्ज होने वाले साधारण अपराधों का अनुसंधान करने के लिए कॉन्स्टेबल को अधिकृत करने के लिए पुलिस मुख्यालय ने राज्य सरकार को एक ड्राफ्ट बनाकर भेजा है.

पढ़ेंः PCC में जन सुनवाई के दौरान आपस में भिड़े कांग्रेस के मंत्री और सचिव, गर्ग पर कार्यकर्ताओं का काम नहीं करने का आरोप

जिस पर राज्य सरकार भी उच्च स्तर पर अमल कर रही है और जल्द ही कॉन्स्टेबल को अनुसंधान अधिकारी बनाएं जाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से हरी झंडी मिलने की संभावना है. कॉन्स्टेबल को अनुसंधान अधिकारी बनाने की स्वीकृति मिलने पर साइबर क्राइम के विभिन्न मामलों में भी कांस्टेबल का सहयोग लिया जाएगा.

Intro:जयपुर
एंकर- प्रदेश में थानों में लगातार एफआईआर की संख्या बढ़ती जा रही है और उनका अनुसंधान करने के लिए अधिकारियों की काफी कमी देखी जा रही है। जिसके चलते थानों में पेंडेंसी बढ़ रही है और प्रकरण के अनुसंधान में भी काफी देरी देखने को मिल रही है। प्रकरण के अनुसंधान में हो रही देरी को खत्म करने और साथ ही पेंडेंसी को कम करने के लिए पुलिस मुख्यालय ने एक नई पहल की है। पुलिस मुख्यालय में अला अधिकारियों ने एक मीटिंग कर प्रदेश में कॉन्स्टेबल को भी थानों में दर्ज प्रकरण के अनुसंधान के लिए अधिकृत करने पर विचार किया है।


Body:वीओ- प्रदेश में कॉन्स्टेबल को अनुसंधान अधिकारी बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने एक ड्राफ्ट बनाकर राज्य सरकार को भेजा है। एडीजी क्राइम बीएल सोनी का कहना है कि थानों में दर्ज होने वाले साधारण अपराधों का अनुसंधान करने के लिए कॉन्स्टेबल को अधिकृत करने के लिए पुलिस मुख्यालय ने राज्य सरकार को एक ड्राफ्ट बनाकर भेजा है। जिस पर राज्य सरकार भी उच्च स्तर पर अमल कर रही है और जल्द ही कॉन्स्टेबल को अनुसंधान अधिकारी बनाएं जाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से हरी झंडी मिलने की संभावना है। कॉन्स्टेबल को अनुसंधान अधिकारी बनाने की स्वीकृति मिलने पर साइबर क्राइम के विभिन्न मामलों में भी कांस्टेबल का सहयोग लिया जाएगा।

बाइट- बीएल सोनी, एडीजी क्राइम- राजस्थान


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.