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दूदू पुलिस ने 24 बाल श्रमिकों को कराया मुक्त, फैक्ट्री मालिक के खिलाफ केस दर्ज

राजधानी की दूदू थाना पुलिस ने बाल श्रम पर कार्रवाई करते हुए एक फैक्ट्री में काम कर रहे 24 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया. बच्चों से पत्थर पिसाई जैसे खतरनाक काम करवाए जा रहे थे. पुलिस ने फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.

police action on child labor, जयपुर न्यूज
दूदू पुलिस ने 24 बाल श्रमिकों को कराया मुक्त
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Published : Mar 6, 2020, 11:46 PM IST

जयपुर. ग्रामीण पुलिस की ओर से चलाए जा रहे अभियान के तहत दूदू पुलिस ने 24 बाल श्रमिकों को फैक्ट्री से मुक्त करवाया. बताया जा रहा है कि दूदू स्थित बालाजी कंस्ट्रक्शन में इन बच्चों से पत्थर पिसाई जैसे खतरनाक काम करवाए जा रहे थे. वहीं फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. जिनकी तलाश की जा रही है.

दूदू पुलिस ने 24 बाल श्रमिकों को कराया मुक्त

दूदू सीआई दीपक खंडेलवाल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि दूदू के नरेना रोड स्थित बालाजी कंट्रक्शन कम्पनी में बाल मजदूरी करवाई जा रही है. जिसके बाद टीम गठित कर सादी वर्दी में फैक्ट्री को चेक किया गया. जहां पत्थर की पिसाई करते और पाउडर कट्टों में भरते बाल श्रमिक मिले.

पढ़ें- राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन

बता दें कि ये फैक्ट्री पत्थर पिसाई का काम करती है. जिससे उड़ने वाली धूल सांस के जरिए इन बच्चों के फेफड़ों में भी जाती है. जिससे सिलिकोसिस होने का खतरा बना रहता है. जिसके बाद कार्रवाई को अंजाम देते हुए इन बच्चों को छुड़वाया गया. बाल श्रमिकों ने बताया कि उनसे रोजाना 12 घंटे फैक्ट्री में काम करवाया जाता था. जिसके लिए करीब 10 से 12 हजार रुपए प्रतिमाह दिए जाते थे. फैक्ट्री मालिक उन्हें खुद ही वेतन देता था. वहीं फैक्ट्री मालिक राजेश भारद्वाज और प्रदीप गुप्ता मौके पर नहीं मिले. जिनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.

जयपुर. ग्रामीण पुलिस की ओर से चलाए जा रहे अभियान के तहत दूदू पुलिस ने 24 बाल श्रमिकों को फैक्ट्री से मुक्त करवाया. बताया जा रहा है कि दूदू स्थित बालाजी कंस्ट्रक्शन में इन बच्चों से पत्थर पिसाई जैसे खतरनाक काम करवाए जा रहे थे. वहीं फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. जिनकी तलाश की जा रही है.

दूदू पुलिस ने 24 बाल श्रमिकों को कराया मुक्त

दूदू सीआई दीपक खंडेलवाल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि दूदू के नरेना रोड स्थित बालाजी कंट्रक्शन कम्पनी में बाल मजदूरी करवाई जा रही है. जिसके बाद टीम गठित कर सादी वर्दी में फैक्ट्री को चेक किया गया. जहां पत्थर की पिसाई करते और पाउडर कट्टों में भरते बाल श्रमिक मिले.

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बता दें कि ये फैक्ट्री पत्थर पिसाई का काम करती है. जिससे उड़ने वाली धूल सांस के जरिए इन बच्चों के फेफड़ों में भी जाती है. जिससे सिलिकोसिस होने का खतरा बना रहता है. जिसके बाद कार्रवाई को अंजाम देते हुए इन बच्चों को छुड़वाया गया. बाल श्रमिकों ने बताया कि उनसे रोजाना 12 घंटे फैक्ट्री में काम करवाया जाता था. जिसके लिए करीब 10 से 12 हजार रुपए प्रतिमाह दिए जाते थे. फैक्ट्री मालिक उन्हें खुद ही वेतन देता था. वहीं फैक्ट्री मालिक राजेश भारद्वाज और प्रदीप गुप्ता मौके पर नहीं मिले. जिनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.

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