जयपुर. जिले के करणी विहार थाना पुलिस ने शुक्रवार को घरों में चोरी करने वाले अंतरराज्यीय नकबजन गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गिरोह के 5 शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया (Police arrested 5 vicious Nakabjan accused) है. आरोपी घरों के ताले तोड़कर चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे. आरोपियों के खिलाफ 100 से भी अधिक मामले दर्ज हैं. नकबजन गिरोह के सदस्य दुष्कर्म, पोक्सो एक्ट, स्टैंडिंग वारंट समेत अन्य मामलों में वांछित चल रहे थे.
पुलिस ने भीलवाड़ा निवासी आरोपी किशन लाल बेरवा, अजमेर निवासी रईस उर्फ इमाम, भीलवाड़ा निवासी कमलेश बैरवा, शैतान बागरिया और भागचंद बागरिया को गिरफ्तार किया है. डीसीपी वेस्ट ऋचा तोमर के मुताबिक गिरोह के सरगना किशन लाल बेरवा समेत पांच शातिर नकबजनों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी किशन लाल बेरवा करणी विहार थाने का हिस्ट्रीशीटर है. तीन-चार वर्ष पहले अपना गिरधारीपुरा कच्ची बस्ती स्थित मकान को बेचकर भीलवाड़ा में रहने लग गया था. जहां पर अपने लड़के कमलेश और दामाद रईस समेत अन्य साथी भागचंद और शैतान के साथ मिलकर एक गिरोह बना लिया था. गिरोह बनाकर नकबजनी की वारदातें करना शुरू कर दिया. गिरोह के लोग चोरी करने के लिए कार से जयपुर आते थे, एक सदस्य मोटरसाइकिल से आगे चलता था और कार में अन्य साथी मौजूद रहते थे. जहां पर भी इन लोगों को घर के बाहर ताला लटका हुआ दिखाई देता था, वहीं दीवार कूदकर अंदर प्रवेश करते थे और पेचकस की सहायता से ताला तोड़कर घर में चोरी की वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते थे.
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वारदात के बाद चोरी का सामान साथ लेकर भीलवाड़ा चले जाते थे. जहां पर आरोपी भागचंद बागरिया असली और नकली सोने चांदी के सामान की पहचान करने में एक्सपर्ट है. भागचंद सोने चांदी के सामान की पहचान करके असली सामान को अलग करके उसका वजन करके सुनारों को बेच देता था. आरोपी किशन लाल बेरवा ने चोरी के माल से कमाए गए रुपयों से नया पक्का मकान बनवा लिया था और कार खरीद ली थी.
गिरोह के सदस्य पर पोक्सो औैर बलात्कार का मामला दर्ज: पुलिस के मुताबिक गिरोह का सदस्य भागचंद पॉक्सो और बलात्कार के मामले में भीलवाड़ा में वांटेड है. इसके साथ ही किशन लाल बैरवा और कमलेश बैरवा के खिलाफ एक-एक स्थाई गिरफ्तारी वारंट अजमेर और जयपुर के करणी विहार में पेंडिंग है. पुलिस के मुताबिक आरोपी किशन लाल बेरवा करणी विहार थाना क्षेत्र में नकबजनी की फिराक में संदिग्ध घूमते हुए पकड़ा गया था. जिससे पूछताछ में अन्य साथियों के बारे में जानकारी जुटाई गई. जिसके बाद अन्य साथियों को भी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई है. पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों ने जयपुर शहर के चित्रकूट, वैशाली नगर, करधनी, मानसरोवर, शिप्रा पथ, मुहाना, भांकरोटा, करणी विहार, अजमेर और भीलवाड़ा में 20 वारदातें करना स्वीकार किया है.
पीड़ित ने 13 जनवरी को आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था: करणी विहार थाना अधिकारी जयसिंह बसेरा के मुताबिक 13 जनवरी को पीड़ित नरेश ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि गांधी पथ रोड करणी विहार इलाके में अज्ञात चोरों ने चोरी की है. परिवार के सभी लोग गोविंद देव जी मंदिर में दर्शन करने गए हुए थे. परिवार के लोग जब घर पर वापस लौटे, तो घर का ताला टूटा हुआ था और अंदर जाकर देखा तो सारा सामान बिखरा हुआ पड़ा था. अलमारियों के ताले भी टूटे हुए थे. अलमारी से सोने चांदी के जेवरात और 2.40 लाख रुपए नकदी चोरी हो गए थे. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम का गठन किया. सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी सहायता के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ करके मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.