जयपुर. पिंक सिटी प्रेस क्लब में रविवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की ओर से दिल्ली दंगों को लेकर प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. इस प्रेस वार्ता में पीएफआई ने आरोप लगाया कि दिल्ली का दंगा हुकूमत और पुलिस के संरक्षण में किया गया था और यह एक सोची समझी साजिश थी.
पीएफआई के प्रदेशाध्यक्ष मोहम्मद आसिफ ने कहा कि दिल्ली में जो दंगे हुए, वह साजिश का नतीजा है. साथ ही कहा कि यह जो भी हुआ है, सब हुकूमत और पुलिस के संरक्षण में हुआ हैं. कई ऐसी वीडियो सामने आई है, जिसमें दिखाया गया है कि पुलिस दंगाइयों के साथ मिलकर काम कर रही थी. इन दंगों में 53 लोग मारे जा चुके हैं.
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आसिफ ने कहा कि जो लोग उनके अधिकारों की बात करते हैं या उनके समर्थन में आवाज उठाते हैं, उनके खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई कर रही है. साथ ही कहा कि पीएफआई जब इन लोगों के साथ मिलकर उनके समर्थन में आवाज उठाती है, तो उनके पदाधिकारियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाता है. उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जाते हैं.
इतना ही नहीं, आसिफ ने यह भी कहा कि जब पीएफआई कोई प्रेस वार्ता करती है तो दिल्ली पुलिस उस सभागार में ताला लगा देती है. दिल्ली में एक तरह से पुलिस का राज चल रहा है, इसलिए पीएफआई ने तय किया है कि दिल्ली दंगों को लेकर पूरी बात जनता तक पहुंचाएंगे, ताकि इसके खिलाफ खड़े हो सकें.
मोहम्मद आसिफ ने कहा कि CAA, NPR और NRC से देश के सामने संकट पैदा हो गया है, देश आर्थिक मंदी से गुजर रहा है और देश का भाईचारा भी खतरे में हैं. आसिफ ने कहा कि कि CAA को लागू करने को लेकर सरकार किसी भी हद तक जा सकती है और इसकी एक बानगी दिल्ली में देखने को मिली. साथ ही कहा कि पुलिस की नाक के नीचे वहां दंगे हो गए और बड़े पैमाने पर आगजनी भी हुई.
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आसिफ ने आरोप लगाते हुए कहा कि इन दंगों में धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाया गया. घरों और दुकानों को भी लूटा गया. वहीं इस प्रेस वार्ता में पीएफआई के प्रदेश महासचिव आबिद खान, सचिव ताज पठान, जिलाध्यक्ष नदीम खान सहित सदस्यगण मौजूद रहे.