जयपुर.गुरुवार को बीएम बिड़ला साइंस सेंटर में सूर्यग्रहण की विस्तृत जानकारी दी गई. बड़ी संख्या में जुटे लोगों को एक प्रोजेक्शन के जरिए सूर्यग्रहण दिखाया गया. ग्रहण को लेकर वैज्ञानिक तथ्य बताए गए. बिड़ला साइंस सेंटर के सहायक निदेशक संदीप भट्टाचार्य ने बताया, कि आमजन के देखने के लिए प्रोजेक्शन सिस्टम की व्यवस्था यहां पर की गई.
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सुबह 8 बजकर 15 मिनट से चंद्रमा ने सूरज को ढंकना शुरू कर दिया था और 9 बजकर 28 मिनट पर पूर्ण सूर्यग्रहण पड़ा. जयपुर से करीब 51 प्रतिशत सूरज दिखाई दिया. जिससे रोशनी भी काफी कम हो गई थी.
संदीप ने बताया, कि जैसे-जैसे सूर्य दक्षिण की तरफ जाना शुरू होता है, वैसे ही सूर्यग्रहण का असर हो जाता है. लिहाजा दक्षिण की तरफ सूरज का ज्यादातर हिस्सा दिखाई दिया. बेंगलुरु के कोयम्बटूर में सूरज का 99 प्रतिशत हिस्सा ढंका हुआ था और वहां पर सूर्यग्रहण का सबसे ज्यादा असर भी था. भट्टाचार्य ने कहा, कि सूर्यग्रहण को वलयाकारकारी सूर्यग्रहण भी कह सकते हैं.
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भारत के अलावा इन जगहों पर दिखा सूर्य ग्रहण
संदीप भट्टाचार्य के मुताबिक भारत के अलावा नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका ,मालदीव ,बांग्लादेश, भूटान, चीन, म्यांमार, अफगानिस्तान सहित एशिया महाद्वीप के कई देशों के अलावा अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप में भी सूर्यग्रहण का असर दिखा. यह सूर्य ग्रहण 2 घंटे 42 मिनट की अवधि तक रहा.