जयपुर. पूरे देश में लॉकडाउन 2.0 जारी है. जिस वजह से स्कूल, कॉलेज, ऑफिस सब बंद है. कहीं इस लॉकडाउन का उल्लंघन हो रहा है तो वहीं कई लोग ऐसे है भी हैं जो इस लॉकडाउन में अपने समय का पूरा सदउपयोग कर रहे हैं. हर उम्र के और हर वर्ग के लोग इस लॉकडाउन में घर पर रहकर अपने समय का सदउपयोग भी कर रहे हैं साथ ही खुद को सुरक्षित भी रख रहे हैं. अपनी इस खास रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे ही लोगों के बारे में जो इस लॉकडाउन में कैसे अपने हुनर को संवार रहे हैं.
पेशे से सीए मुकुट गुप्ता को बचपन से गाने का शौक था. लेकिन कभी इन्हें मौका नहीं मिला. लेकिन लॉकडाउन के इस वक्त में इन्होंने अपने इस शौक को पूरा किया. पेशे से टीचर और लेखक सुरुचि गोस्वामी को भी गानो का शौक हैं. लेकिन परिस्थिति और व्यवस्तता के कारण अपने इस शौक को पूरा नहीं कर पाई. सुरुचि गोस्वामी जितना अच्छा वो बच्चों को पढ़ाती और लिखाती हैं उतनी ही मीठी आवाज में गाती भी हैं. लेकिन लॉकडाउन में ये गाने के शौक को भी पूरा कर रही हैं और कुछ वक्त किताबे लिखने में भी वक्त गुजारती हैं.
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अब बात करते है दो भाई-बहन की जो लॉकडाउन में अपने पिता से ज्योतिष शास्त्र सिख रहे हैं. केशव गौड़ और श्रिया भारद्वाज लॉकडाउन का ज्यादा वक्त अपने पिता के साथ बिता रहे हैं. केशव होटल इंडट्री में काम कर रहे हैं तो श्रिया डॉक्टर बनने की तैयारी में लगी हुई हैं.
पेशे से मनोचिकित्सक मनस्वी गौतम को गॉर्डेनिंग का काफी शौक है. लेकिन काम में व्यस्त रहने की वजह से वह अपने इस शौक को पूरा नही कर पा रहे थे. लेकिन अब वह अपना काफी वक्त पेड़ पौधो के बीच बीता रहे हैं.
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बात करते है 10 वीं की छात्रा दक्षता मोहनपुरिया की. दक्षता को दीवारें सजाने और पेंटिंग करने का आईडिया तब आया जब लोग डाउन के चलते लोगों को घर में रहने की सलाह दी गई, दक्षता को लगा ये अच्छा मौका हैं अपने हुनर का सही उपयोग करने का और लग गई घर की दीवारों को सजाने में.
लॉकडाउन के बीच यह कुछ ऐसी तस्वीरें है जो बता रही है किस तरह से लोग घरों में रह कर अपने शौक को ही पूरा नहीं कर रहे बल्कि कोरोना के इस संकट में घर पर रह कर सुरक्षित भी हैं.