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श्रुत पंचमी पर्व पर श्रावक-श्राविकाओं ने की श्रुत...घरों में ही की जिनवाणी की पूजा - Shrut Panchami festival

जैन धर्म का श्रुत पंचमी पर्व श्रावक-श्राविकाओं ने भक्ति भाव से मनाया. इस मौके पर राजस्थान जैन साहित्य परिषद् जयपुर के आव्हान पर श्रद्धालुओं ने घरों में ही जिनवाणी की पूजा अर्चना की.

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Published : Jun 15, 2021, 11:09 PM IST

जयपुर. जैन धर्म का श्रुत पंचमी पर्व आस्था भाव से मनाया गया. साधकों ने घर में ही जिनवाणी पूजा अर्चना की. इससे पूर्व राजस्थान जैन साहित्य परिषद् जयपुर के तत्वावधान में वेबीनार पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया.

परिषद् के अध्यक्ष महेश चन्द चांदवाड ने बताया कि गत 60 वर्षों से परिषद के तत्वावधान में जयपुर में श्रुत पंचमी पर्व मनाया जा रहा है. कोरोना महामारी की वजह से श्रुतपंचमी सामूहिक जिन स्कंध पूजा एवम् जिनवाणी रथ यात्रा का आयोजन किया जाना संभव नहीं था. इसलिये जैन धर्मावलंबियों ने अपने घर में ही भगवान महावीर स्वामी के चित्र के सम्मुख श्रुत पंचमी की पूजा की. भगवान महावीर की आरती से समापन हुआ.

पढ़ें- Rajasthan Modified Lockdown: छूट का दायरा और बढ़ा, जानिए नई गाइडलाइन

प्रचार प्रभारी विनोद जैन कोटखावदा के अनुसार मंदिरों में नित्याभिषेक, शांतिधारा, पूजा अर्चना के हुए आयोजन का श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन लाभ उठाया. इसी तरह मालवीयनगर नगर में मुनि भक्त महेन्द्र माया साह आबूजीवाले ने अपने घर पर ही जिनवाणी शोभायात्रा निकाली. कई श्रद्धालुओं ने जिनवाणी की रक्षा के लिए दान दिया तथा घरों में रखे हुए प्राचीन ग्रंथों व जिनवाणी पुस्तकों की पूजा अर्चना की.

जयपुर. जैन धर्म का श्रुत पंचमी पर्व आस्था भाव से मनाया गया. साधकों ने घर में ही जिनवाणी पूजा अर्चना की. इससे पूर्व राजस्थान जैन साहित्य परिषद् जयपुर के तत्वावधान में वेबीनार पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया.

परिषद् के अध्यक्ष महेश चन्द चांदवाड ने बताया कि गत 60 वर्षों से परिषद के तत्वावधान में जयपुर में श्रुत पंचमी पर्व मनाया जा रहा है. कोरोना महामारी की वजह से श्रुतपंचमी सामूहिक जिन स्कंध पूजा एवम् जिनवाणी रथ यात्रा का आयोजन किया जाना संभव नहीं था. इसलिये जैन धर्मावलंबियों ने अपने घर में ही भगवान महावीर स्वामी के चित्र के सम्मुख श्रुत पंचमी की पूजा की. भगवान महावीर की आरती से समापन हुआ.

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प्रचार प्रभारी विनोद जैन कोटखावदा के अनुसार मंदिरों में नित्याभिषेक, शांतिधारा, पूजा अर्चना के हुए आयोजन का श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन लाभ उठाया. इसी तरह मालवीयनगर नगर में मुनि भक्त महेन्द्र माया साह आबूजीवाले ने अपने घर पर ही जिनवाणी शोभायात्रा निकाली. कई श्रद्धालुओं ने जिनवाणी की रक्षा के लिए दान दिया तथा घरों में रखे हुए प्राचीन ग्रंथों व जिनवाणी पुस्तकों की पूजा अर्चना की.

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