जयपुर. केंद्र सरकार ने अपना 2020-21 का बजट पेश कर दिया है. मोदी सरकार के पहले बजट को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया आना शुरू हो गयी है. अलग-अलग वर्ग के लोगों को इस बजट से ढेरों उम्मीदे थी. ऐसे में कई लोगों को ये बजट अपने पक्ष में लगा तो वहीं कुछ लोग निराश भी दिखे.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टैक्स स्लैब में छूट देकर लोगों को राहत दी है. लोगों ने कहा कि टैक्स स्लैब में बदलाव करके राहत मिली है. लोगों ने कहा कि टैक्स को लेकर व्यपारियों के साथ न्याय हुआ है. महिलाओं ने कहा कि आंगनबाड़ी से लोगों को जोड़ने के लिए 6 लाख आंगनबाड़ी महिलाओं को मोबाइल दिया जाएगा, ताकि महिला और बच्चें स्वस्थ्य रह सके. लोगों ने कही कि ग्राम पंचायतों, पुलिस थाने और आंगनबाड़ियों को डिजिटल करने की योजना सराहनीय है.
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महिलाओं ने कहा कि फर्नीचर, फुटवियर और मेडिकल इक्विपमेंट जैसी जरूरतमंद चीजों को महंगा कर दिया जो ठीक नहीं है. व्यपारी वर्ग ने कहा कि जीएसटी रिटर्न्स की अप्रैल 2020 से नई प्रक्रिया लाई जाएगी जो सराहनीय है. 20 लाख किसानों को सोलर पंप लगाने में सरकार मदद करेगी.
महिलाओं ने कहा कि स्वास्थ्य को लेकर भी लोगों को ध्यान में रखा गया है. गंभीर बीमारी टीबी को खत्म करने के लिए सरकार प्रयास कर रही है. शिक्षा और कर्मचारियों ने इस बजट को निरस बजट बताया. उन्होंने नई टैक्स स्लैब से गफलत की स्थिति बताई और जिसने होम लोन लिया है, उसे करीब 50 हजार टैक्स ज्यादा देना होगा.