जयपुर. नगर निगम ग्रेटर भाजपा बोर्ड में चल रही उठापटक के बीच पार्टी ने कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी है कि जो भी संगठन से बाहर जाकर काम करेगा उस पर एक्शन लिया जाएगा, फिर चाहे वो पार्षद हो या अन्य निगम का पदाधिकारी. ग्रेटर नगर निगम के (Party warns BJP councilors during meeting) महापौर, उप-महापौर सहित चुनिंदा समिति के अध्यक्षों की शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय में गुप्त बैठक रखी गई. भाजपा बोर्ड और पार्षदों के बीच गुटबाजी थामने के लिए इसबार राजेन्द्र राठौड़ ने मोर्चा संभाला.
भाजपा मुख्यालय में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़, जयपुर शहर के अध्यक्ष राघव शर्मा और विधायक एवं मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने यह गुप्त बैठक ली. इस दौरान उनकी ओर से ग्रेटर नगर निगम में चल रहे कामकाज की जानकारी ली गई, साथ ही वार्डों के विकास कार्यों में आ रही बाधाओं को लेकर चर्चा सहित एकजुटता का पाठ पढ़ाया गया.
ये मुद्दें उठे बैठक में: बताया जा रहा है कि बैठक में पिछले दिनों हुई ग्रेटर नगर निगम की साधारण सभा में रखे गए प्रस्ताव का मामला भी उठा. पार्टी पदाधिकारियों ने इस बात को लेकर नाराजगी जताई कि बोर्ड बैठक में नगर निगम के सीईओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव ऊपर लाया गया, जबकि भाजपा पार्षदों की प्री बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को सबसे अंत में रखने का फैसला हुआ था. बताया जा रहा है कि बोर्ड बैठक में नगर निगम समितियों के पुनर्गठन को लेकर भी एक खेमे के भाजपा पार्षद प्रस्ताव रखना चाहते थे, जिस पर पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने नाराजगी जताकर उसे ना रखने के निर्देश दिए थे. सीईओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव आने के कारण बैठक बीच में ही खत्म हो गई. जिसके चलते वार्डों में 50 लाख रुपए के विकास कार्य से जुड़े कार्यों का प्रस्ताव बैठक में पास नहीं हो पाया. इस दौरान बैठक में मौजूद कुछ पार्षद ओर समिति के अध्यक्षों ने (councilors questioned mayor) मेयर की कार्यशैली पर भी सवाल उठा दिए.
संगठन के निर्णय के बाहर जाकर काम करने वालों पर होगी कार्रवाई: बैठक को संबोधित करते हुए राजेंद्र राठौड़ और रामलाल शर्मा ने ये भी स्पष्ट निर्देश दिए कि भाजपा बोर्ड के सभी पार्षद, समिति के चेयरमैन, महापौर और उप-महापौर एकजुट होकर जनता के विकास से जुड़े कार्यों पर ध्यान दें. यदि सरकार की ओर से इस में रुकावट आ रही है तो एकजुटता के साथ पुरजोर तरीके से इसका विरोध करें, उन्होंने कहा कि आपसी मतभेद या गुटबाजी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पदाधिकारियों ने यह भी साफ कर दिया कि बीजेपी संगठन का निर्णय सर्वोपरि है और जो संगठन के निर्देश से बाहर जाकर कोई काम करेगा उस पर समय आने पर एक्शन लिया जाएगा.
पिछले दिनों कुछ समिति चेयरमैन मिले थे पूनिया,राठौड़ और शर्मा से: नगर निगम ग्रेटर के भाजपा बोर्ड के पार्षदों और पदाधिकारियों में चल रही खींचतान और गुटबाजी के बीच पिछले दिनों भाजपा के कुछ पार्षद और समिति के चेयरमैन पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, उप-नेता राठौड़ और जयपुर शहर के अध्यक्ष राघव शर्मा से मिले थे. उन्होंने साधारण सभा की बोर्ड बैठक में रखे गए प्रस्ताव और निगम की समितियों के पुनर्गठन को लेकर चल रही कवायद पर नाराजगी जताई थी. कुछ ने तो मेयर डॉ सौम्या गुर्जर की (councilors questioned mayor) कार्यशैली पर नाराजगी भी जताई थी. इन्हीं शिकायतों के बाद शुक्रवार को नगर निगम ग्रेटर भाजपा बोर्ड में चल रही इस गुटबाजी को खत्म करने के लिए पार्टी मुख्यालय में गुप्त बैठक रखी गई, जिसमें खेमेबाजी रोकने की जिम्मेदारी राजेन्द्र राठौड़ को दी गई.