जयपुर. मीडिया में रामगंज क्षेत्र को गलत तरीके से पेश करने पर रामगंज के लोगों में आक्रोश है. इसी आक्रोश के चलते ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल की ओर से बुधवार को जयपुर जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन दिया गया. साथ ही कई क्षेत्रों में रामगंज निवासियों के साथ भेदभाव का भी आरोप लगाया गया.
मिल्ली काउंसिल के सदस्य बुधवार को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और मीडिया की ओर से रामगंज क्षेत्र को गलत तरीके से बदनाम करने को लेकर जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन गया. जिला कलेक्टर के दफ्तर में नहीं होने पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम इकबाल खान को ज्ञापन दिया गया.
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ज्ञापन में बताया कि कोविड-19 महामारी से पूरा विश्व परेशान है. इसको रोकने के लिए सरकार और जनता अपना सहयोग कर रही है. रामगंज के लोग भी पूरे तन-मन-धन से इस कोविड-19 महामारी से बचने का उपाय कर रहे हैं. ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल के प्रवक्ता सैयद मुजाहिद अली नकवी ने बताया कि बुधवार को जयपुर के कुछ अखबारों ने कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने को लेकर रामगंज क्षेत्र को लेकर गलत बयानबाजी की.
उन्होंने बताया कि बुधवार को सुभाष चौक स्थित पानों का दरीबा में एक ही घर के 26 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले थे, लेकिन अखबारों में उसको रामगंज क्षेत्र बताकर रामगंज क्षेत्र को बदनाम किया गया. उन्होंने कहा कि मीडिया की गलत बयानी की वजह से समाज और पूरे देश में आक्रोश है कि रामगंज के लोग कोरोना फैला रहे हैं. इस क्षेत्र में आने से लोग कतरा रहे हैं. यहां के लोग दूसरी जगह जाते हैं तो उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है.
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नकवी ने कहा कि यदि रामगंज का कोई व्यक्ति रोजगार के लिए जाता है तो उसे मना कर दिया जाता है. सामान्य बीमारी का मरीज अगर अस्पताल जाता है तो उसे मना कर दिया जाता है. नकवी ने कहा कि रामगंज क्षेत्र के लोगों के साथ इस तरह से व्यवहार किया जाता है, जैसे उन्हें कोई अछूत बीमारी हो गई है. ज्ञापन में मांग की गई है कि पूरी मीडिया को हिदायत दी जाए कि अन्य क्षेत्र की घटनाओं को रामगंज क्षेत्र का नाम बताकर बदनाम नहीं किया जाए.