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कोरोना से बचाव के लिए अगले दो सप्ताह महत्वपूर्ण सामाजिक व्यवहार और भीड़ से बचेंः मुख्यमंत्री

जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी धर्मगुरूओं, विभिन्न समुदाय, समाजों के प्रतिनिधियों और सभी विपक्षी दलों के नेताओं से प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में राज्य सरकार का सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से इस महामारी के संक्रमण को सीमित कर लोगों का जीवन बचाया जा सकता है. फिलहाल प्रदेश में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, लेकिन अगले 2-3 सप्ताह तक लोगों को भीड़भाड से दूर रखना बेहद जरूरी है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, jaipur news
कोरोना वायरस को रोकने में राज्य सरकार का सहयोग करे विपक्षी दल
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Published : Mar 17, 2020, 11:47 PM IST

जयपुर. शहर में मंगलवार को सीएम अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री कार्यालय में विपक्षी दलों के नेताओं, धर्मगुरूओं और विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकों में कहा कि यदि प्रदेश की जनता अगले 15-20 दिन तक सामाजिक व्यवहार कम रखेगी और भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचेगी तो हम इस बीमारी से जीत जाएंगे.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसके लिए कर्फ्यू नहीं लगाएगी, लेकिन लोगों को स्वयं ऐसा व्यवहार करना होगा जैसा कि कर्फ्यू लगा है. किसी धार्मिक स्थल पर ताला नहीं लगे, लेकिन धर्मगुरू और समाजों के पदाधिकारी ऐसा माहौल बनाए कि श्रद्धालु स्वयं धर्मस्थलों पर नहीं आएं.

कोरोना वायरस को रोकने में राज्य सरकार का सहयोग करे विपक्षी दल

अगले दो-तीन सप्ताह विशेष रूप से महत्वपूर्ण

सीएम गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए अभी तक हरसम्भव प्रयास किए हैं, जो सफल भी रहे हैं. अब आमजन की जिम्मेदारी है कि वे महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए सजग रहकर इस चुनौती से निपटने में सहयोग करें. उन्होंने कहा कि दूसरे देशों के अनुभव से पता चला है कि वायरस के संक्रमण के गुणात्मक फैलाव को रोकने के लिए अगले दो-तीन सप्ताह प्रदेश के विशेष रूप से महत्वपूर्ण होंगे.

सभी राजनीतिक दल करें सरकार का सहयोग

मुख्यमंत्री ने राजनीतिक दलों के साथ हुई सर्वदलीय बैठक में कहा कि कोरोना बीमारी पूरे प्रदेश के लिए चिंता का विषय है. ऐसे में सभी राजनीतिक दलों का इस आपदा से निपटने में सहयोग बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि सभी दल अपने-अपने संगठन के माध्यम से गांव-ढाणी तक इस बीमारी को लेकर जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने कहा कि आप सब राज्य सरकार को इस चुनौती से निपटने के लिए आवश्यक सुझाव दे सकते हैं.

अब तक स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में, आपात योजना भी तैयार

अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा और स्वास्थ्य रोहित कुमार सिंह ने बैठकों में बताया कि प्रदेश में केन्द्र सरकार की ओर से प्राप्त गाइडलाइन के अनुसार कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी सम्भव उपाय किए गए हैं. राज्य सरकार ने इसके लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध करवाए हैं. जिसके चलते अब तक हर संदिग्ध संक्रमित व्यक्ति की पहचान करने और लगातार मॉनीटरिंग करने में सफल रहे हैं. प्रदेश के सभी जिलों में स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए आपात योजना तैयार कर ली गई है.

पढ़ें- Corona से बचाव के लिए सहकारिता विभाग ने किया ये बदलाव, Biometric सत्यापन नहीं OTP से होगा पंजीयन

एसएमएस के प्रोटोकॉल को दी विशेषज्ञों ने मान्यता

एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी ने बताया कि संदिग्ध मरीजों की जांच के लिए हमारे पास उच्चस्तरीय वाइरोलॉजी लैब और 24 घंटे विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए एसएमएस में तैयार प्रोटोकॉल को मेडिकल काउन्सिल ऑफ इंडिया के साथ विभिन्न देशों के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मान्यता दी है.

गांव-ढाणी तक होगा व्यापक प्रचार-प्रसार

इससे पहले चिकित्सा और सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोरोना से बचाव के लिए राज्य स्तरीय, क्षेत्रीय और स्थानीय समाचार पत्रों, न्यूज चैनल्स, रेडियो सहित अन्य माध्यमों से लगातार प्रभावी प्रचार-प्रसार किया जाए. प्रदेशभर के अस्पतालों सहित विभिन्न स्थानों पर कोरोना की जानकारी से सम्बन्धित होर्डिंग्स लगाएं जाए. एसएमएस और टोल फ्री नम्बर से लोगों को संक्रमण से बचाव की जानकारी दी जाए. गांव-ढाणी तक व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए.

जयपुर. शहर में मंगलवार को सीएम अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री कार्यालय में विपक्षी दलों के नेताओं, धर्मगुरूओं और विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकों में कहा कि यदि प्रदेश की जनता अगले 15-20 दिन तक सामाजिक व्यवहार कम रखेगी और भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचेगी तो हम इस बीमारी से जीत जाएंगे.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसके लिए कर्फ्यू नहीं लगाएगी, लेकिन लोगों को स्वयं ऐसा व्यवहार करना होगा जैसा कि कर्फ्यू लगा है. किसी धार्मिक स्थल पर ताला नहीं लगे, लेकिन धर्मगुरू और समाजों के पदाधिकारी ऐसा माहौल बनाए कि श्रद्धालु स्वयं धर्मस्थलों पर नहीं आएं.

कोरोना वायरस को रोकने में राज्य सरकार का सहयोग करे विपक्षी दल

अगले दो-तीन सप्ताह विशेष रूप से महत्वपूर्ण

सीएम गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए अभी तक हरसम्भव प्रयास किए हैं, जो सफल भी रहे हैं. अब आमजन की जिम्मेदारी है कि वे महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए सजग रहकर इस चुनौती से निपटने में सहयोग करें. उन्होंने कहा कि दूसरे देशों के अनुभव से पता चला है कि वायरस के संक्रमण के गुणात्मक फैलाव को रोकने के लिए अगले दो-तीन सप्ताह प्रदेश के विशेष रूप से महत्वपूर्ण होंगे.

सभी राजनीतिक दल करें सरकार का सहयोग

मुख्यमंत्री ने राजनीतिक दलों के साथ हुई सर्वदलीय बैठक में कहा कि कोरोना बीमारी पूरे प्रदेश के लिए चिंता का विषय है. ऐसे में सभी राजनीतिक दलों का इस आपदा से निपटने में सहयोग बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि सभी दल अपने-अपने संगठन के माध्यम से गांव-ढाणी तक इस बीमारी को लेकर जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने कहा कि आप सब राज्य सरकार को इस चुनौती से निपटने के लिए आवश्यक सुझाव दे सकते हैं.

अब तक स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में, आपात योजना भी तैयार

अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा और स्वास्थ्य रोहित कुमार सिंह ने बैठकों में बताया कि प्रदेश में केन्द्र सरकार की ओर से प्राप्त गाइडलाइन के अनुसार कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी सम्भव उपाय किए गए हैं. राज्य सरकार ने इसके लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध करवाए हैं. जिसके चलते अब तक हर संदिग्ध संक्रमित व्यक्ति की पहचान करने और लगातार मॉनीटरिंग करने में सफल रहे हैं. प्रदेश के सभी जिलों में स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए आपात योजना तैयार कर ली गई है.

पढ़ें- Corona से बचाव के लिए सहकारिता विभाग ने किया ये बदलाव, Biometric सत्यापन नहीं OTP से होगा पंजीयन

एसएमएस के प्रोटोकॉल को दी विशेषज्ञों ने मान्यता

एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी ने बताया कि संदिग्ध मरीजों की जांच के लिए हमारे पास उच्चस्तरीय वाइरोलॉजी लैब और 24 घंटे विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए एसएमएस में तैयार प्रोटोकॉल को मेडिकल काउन्सिल ऑफ इंडिया के साथ विभिन्न देशों के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मान्यता दी है.

गांव-ढाणी तक होगा व्यापक प्रचार-प्रसार

इससे पहले चिकित्सा और सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोरोना से बचाव के लिए राज्य स्तरीय, क्षेत्रीय और स्थानीय समाचार पत्रों, न्यूज चैनल्स, रेडियो सहित अन्य माध्यमों से लगातार प्रभावी प्रचार-प्रसार किया जाए. प्रदेशभर के अस्पतालों सहित विभिन्न स्थानों पर कोरोना की जानकारी से सम्बन्धित होर्डिंग्स लगाएं जाए. एसएमएस और टोल फ्री नम्बर से लोगों को संक्रमण से बचाव की जानकारी दी जाए. गांव-ढाणी तक व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए.

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