जयपुर. कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के दौरान जयपुर शहर में अवैध मादक पदार्थों की बिक्री की सूचना मिलने पर सीएसटी टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया है. जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम और प्रताप नगर थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दौसा निवासी बलराम मीणा को अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया है. साथ ही आरोपी के कब्जे से 2 किलोग्राम गांजा भी बरामद किया गया है. आरोपी हाल में किराएदार के रूप में प्रताप नगर इलाके के एक मकान में रह रहा था.
जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव के मुताबिक ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत जयपुर शहर में कार्रवाई लगातार की जा रही है. लॉकडाउन के दौरान नशीले और मादक पदार्थों की सप्लाई और बिक्री करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राईम अशोक गुप्ता और डीसीपी क्राइम योगेश यादव के सुपरविजन में सीएसटी टीम का गठन किया गया है. वहीं एडिशनल डीसीपी विमल सिंह के निर्देशन में इंस्पेक्टर लखन सिंह खटाना और सुरेंद्र यादव के नेतृत्व में सीएसटी टीम ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है.
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आरोपी से पूछताछ में सामने आया है कि वह मूल रूप से दौसा का रहने वाला है. लेकिन जयपुर शहर में किराए के मकान में परिवार सहित रहता है. जयपुर शहर के प्रतापनगर इलाकों में गांजे की पुड़िया बना कर बेचता है. साथ ही आरोपी द्वारा गांजा करौली से खरीद कर लाना बताया गया है. जो शहर में युवाओं, मजदूरों और नशे के आदी लोगों को सप्लाई किया जा रहा था.
पूछताछ में यह भी सामने आया है कि लॉक डाउन के दौरान नशे के आदी लोगों को मादक पदार्थ गांजा नहीं मिलने के कारण अधिक मुनाफा कमाने के लालच में गांजे की छोटी-छोटी पुड़िया बनाकर बिक्री करता है और विश्वसनीय ग्राहकों को गांजा बेचता है. आरोपी बलराम मीणा ऑपरेशन क्लीन स्वीप के दौरान पहले भी गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के खिलाफ मादक पदार्थों की तस्करी और बिक्री के अपराधिक मामले पहले से भी दर्ज है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.