जयपुर. इंदिरा रसोई पर आम जनता को गरमा-गरम भोजन मिल सके, इसके लिए चपाती वार्मर और सब्जी वार्मर उपलब्ध कराए जाएंगे. साथ ही लोगों के पानी पीने के लिए स्टील या डिस्पोजल ग्लास भी उपलब्ध कराए जाएंगे. वहीं, झूठे बर्तन धोने की अलग से व्यवस्था की जाएगी. मुख्य सचिव की ओर से दिए गए सुझावों के बाद स्वायत्त शासन विभाग ने ये आदेश जारी किए हैं.
बीते 30 मार्च को मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने सांगानेरी गेट महिला चिकित्सालय और बांगड़ अस्पताल में स्थित इंदिरा रसोइयों का निरीक्षण किया था. इस दौरान लाभार्थियों से बातचीत में उन्हें व्यवस्था और खाने की गुणवत्ता का बेहतर फीडबैक मिला. लेकिन कुछ कमियां भी देखने को मिली जिसे लेकर मुख्य सचिव ने स्वायत्त शासन विभाग को सुझाव दिए. इन्हीं सुझावों को धरातल पर उतारने के लिए विभाग ने सभी नगरीय निकायों को इंदिरा रसोई में व्यवस्थाएं बेहतर करने के संबंध में निर्देश जारी किए.
ये होंगे सुधार...
- लाभार्थी के पानी पीने के लिए स्टील या डिस्पोजल ग्लास.
- झूठे बर्तन धोने की अलग से व्यवस्था.
- चपाती वार्मर और सब्जी वार्मर उपलब्ध कराए जाएंगे.
- रसोई में वॉश बेसिन और लिक्विड सोप की व्यवस्था.
- रसोई के अंदर प्रचार प्रसार की पर्याप्त व्यवस्था.
- बोर्ड लगाकर टोल फ्री नंबर, प्रभारी अधिकारी का नाम और नंबर, भोजन प्रायोजनकर्ता और रसोई संचालक संस्थान का नाम परिचय प्रदर्शित किए जाएंगे.
- साप्ताहिक मैन्यू का निर्धारण होगा और बासी खाना नहीं परोसा जाएगा.
- पर्याप्त साज-सज्जा और लाइट की अच्छी व्यवस्था.
- रसोई और रसोई परिसर के आसपास पर्याप्त सफाई व्यवस्था के लिए कर्मचारी लगाने के निर्देश.
- चपाती निर्धारित मात्रा 250 ग्राम से कम ना हो.
- निरीक्षण रजिस्टर उपलब्ध कराया जाए.
- अधिकारियों की ओर से महीने में कम से कम 2 बार निरीक्षण कर रिपोर्ट सबमिट की जाए.
स्वायत्त शासन विभाग की ओर से जारी निर्देशों में ये भी स्पष्ट किया गया कि इंदिरा रसोइयों के अंदर फ्लेक्स, नोटिस बोर्ड लगाकर फोटो विभाग को प्रेषित किया जाए. इन आदेशों की पालना जल्द सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं.