जयपुर. कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन तेजी से पैर पसार रहा है. अकेले जयपुर में इसके 121 मामले सामने आ चुके हैं. अब तक राजधानी में आरटी-पीसीआर के बाद जिनोम सीक्वेंसिंग के जरिए इस वेरिएंट के संक्रमण का पता लगाया जा रहा है. हालांकि अब एक कंपनी ने ओमीस्योर नाम से एक एंटीजन किट निकाली है. जिसके जरिए घर पर ही व्यक्ति टेस्ट कर सकता है. आईसीएमआर से इसे मंजूरी भी मिल चुकी है. हालांकि जयपुर के बाजारों में अभी यह उपलब्ध नहीं है.
कोरोना संक्रमित मरीज में वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट संक्रमण का पता लगाने के लिए देश में बने टेस्ट किट ओमीस्योर को आईसीएमआर की मंजूरी मिल गई है. ओमीस्योर के माध्यम से 15 मिनट में घर बैठे टेस्ट कर रिजल्ट मिल जाता है. इसे लेकर सीएमएचओ डॉ नरोत्तम शर्मा ने बताया कि ये एक रैपिड एंटीजन टेस्ट है. लेकिन कंफर्मेटिव टेस्ट अभी भी जिनोम सीक्वेंसिंग (genome sequencing test for Omicron in Jaipur) ही है. जयपुर में नवंबर के बाद जितने भी केस पॉजिटिव आए हैं, उन सभी का जिनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट एसएमएस अस्पताल में ही हुआ है.
उन्होंने कहा कि यदि ओमीस्योर के रिजल्ट सही पाए जाते हैं, तो स्वास्थ्य विभाग पर भार कम होगा. कोरोना के 90 फीसदी मरीज एसिंप्टोमेटिक/माइल्ड सिंप्टोमेटिक होते हैं. अभी भी अधिकतर मामलों में लोगों के डेल्टा वेरिएंट ही निकल रहा है. उन्होंने कहा कि अब जल्द से जल्द वैक्सीनेशन पूरा करने पर ध्यान है. ताकि कोरोना के दूसरे वेरिएंट से भी बचाव हो सके.
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वहीं जब जयपुर के बाजारों में ओमीस्योर सर्च की गई तो जानकारी मिली कि फिलहाल कोरोना जांच के लिए तो किट मौजूद है, लेकिन ओमीस्योर अभी मार्केट में नहीं आई है. केमिस्ट एसोसिएशन की माने तो हाल ही में इसे केंद्र सरकार से मंजूरी मिली है. धीरे-धीरे ही ये बाजार में उपलब्ध होगी.
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आपको बता दें कि 28 दिसंबर से 4 जनवरी तक 1900 केस डिटेक्ट हुए हैं. जिसमें 180 बच्चे शामिल हैं. यही वजह है कि 15 से 17 साल के बच्चों को जल्द से जल्द वैक्सीनेट किया जा रहा है. 2 दिन में जयपुर में 50 हजार से ज्यादा बच्चों को वैक्सीनेट किया जा चुका है. यहां 5 लाख बच्चों को वैक्सीनेट करना है. स्वास्थ्य महकमे की कोशिश यही है कि इसी महीने में सभी बच्चों को वैक्सीनेट कर दिया जाए.