जयपुर. नगर निगम में दो कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद भी अधिकारी और कर्मचारी लापरवाही बरत रहे हैं. यही नहीं, निगम में परिसर में पहुंचने वाली शहर की आम जनता भी कोरोना को लेकर सजग नहीं है. जयपुर हवामहल पश्चिम जोन में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की बुधवार को दफ्तर में तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद सहकर्मियों ने कर्मचारी को SMS अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसकी मौत हो गई. मौत के बाद कर्मचारी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद गुरुवार से जोन कार्यालय बंद है और पूरे कार्यालय को सैनिटाइज किया जा रहा है.
उधर निगम मुख्यालय में भी डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण प्रोजेक्ट में लगा एईएन कोरोना पॉजिटिव मिला. जिसके बाद स्वास्थ्य उपायुक्त द्वितीय, प्रोजेक्ट एक्सईएन समेत 10 कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट करवाया गया. उन्हें कुछ दिनों के लिए होम क्वॉरेंटाइन रहने को कहा गया है. साथ ही उस सेक्शन को भी बंद कर दिया गया है. बावजूद इसके निगम के अधिकारी और कर्मचारी अभी भी लापरवाही बरत रहे हैं. निगम परिसर में हो रही मीटिंग में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं की जा रही. वहीं, निगम मुख्यालय में अपनी समस्याओं और दूसरे कार्यों को लेकर पहुंच रही आम जनता भी लापरवाही बरत रही है.
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मुख्यालय परिसर में मौजूद नागरिक सेवा केंद्र के बाहर जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र और दूसरी समस्याओं को लेकर पहुंच रही आम जनता सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रही हैं. केंद्र के बाहर तैनात होमगार्ड भी मूक दर्शक बने रहते हैं. कोरोना काल में जहां निगम प्रशासन के पास ही कोरोना नियमों की पालना कराने का दायित्व होता है. उसी के मुख्यालय में नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं. जबकि इसी कार्यालय में पॉजिटिव मरीज भी मिले हैं. बावजूद इसके अधिकारी-कर्मचारी से लेकर यहां पहुंच रही आम जनता लापरवाह नजर आ रही है.