जयपुर. प्रदेश में एनएसयूआई संगठन एक बार फिर सक्रिय होने लगा है. संगठन ने योग्यशाला अभियान की शुरुआत की तो वहीं शुक्रवार को बैठककर पदाधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी भी सौंपी. प्रदेश प्रभारी गुरजोत सिंह संधू ने एनएसयूआई कार्यालय में प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक ली. साथ ही स्टूडेंट की सहायता के लिए जल्द हेल्पलाइन नंबर लॉन्च करने की बात कही.
अभिषेक चौधरी के नए प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद संगठन की पहली बैठक हुई. इस बैठक में यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में चल रही एडमिशन प्रक्रिया और संगठन की ओर से शुरू किए गये योग्यशाला अभियान को लेकर चर्चा कर जिम्मेदारी बांटी गई. इस संबंध में गुरजोत सिंह संधू ने कहा कि बैठक में एडमिशन के लिए हेल्पलाइन नंबर लांच करने, छात्रों के आगामी सत्र की फीस को माफ करवाने और छात्रों को बिना परीक्षा प्रमोट करवाने को लेकर आगामी रूपरेखा तैयार की जा रही है.
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वहीं राजीव गांधी के जन्मदिन के अवसर पर योग्यशाला अभियान की शुरुआत की गई है. उन्होंने बताया कि रीच टू टीच कंसेप्ट पर अभियान चलाया जाएगा. ताकि छात्रों और शिक्षकों के बीच कम्युनिकेशन गैप ना रहे. उनकी करियर काउंसलिंग की क्लासेस लग सके. आईटी सेक्टर में उन्हें मदद मिल सके. इस अभियान को 7 दिन के अंदर धरातल पर उतारने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
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वहीं एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने कहा कि कोविड-19 के दिनों में छात्रों की ज्यादा से ज्यादा मदद कैसे की जा सकती है, उस पर संवाद किया जा रहा है. इस दौरान उन्होंने कहा कि एनएसयूआई कोरोना काल में छात्रों को प्रमोट करने के पक्ष में ही रही है. अब यूजीसी की गाइडलाइन और केंद्र सरकार की ओर से कोर्ट में दिए गए हलफनामे के बाद छात्रों में परीक्षाओं को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. कोर्ट के फैसले का इंतजार है, उसके बाद ही एनएसयूआई आगे की रूपरेखा तैयार करेगी.