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अब कोरोना रोगियों से मिल सकेंगे परिजन, खिला सकेंगे घर का खाना भी

प्रदेश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. कोरोना संक्रमित मरीजों में उत्पन्न तनाव को देखते हुए चिकित्सा मंत्री ने संक्रमित मरीजों के परिजनों को पीपीई किट और अन्य सुरक्षित साधनों के साथ मरीजों से मिलने व उन्हें भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. साथ ही RUHS अस्पताल में ऑक्सीजन युक्त बेडों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.

Facility related to Corona in Rajasthan,  Minister Raghu Sharma
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा
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Published : Sep 18, 2020, 10:39 PM IST

Updated : Sep 19, 2020, 9:25 AM IST

जयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कोविड संक्रमित मरीजों को राहत देते हुए कोरोना से संक्रमित मरीजों के परिजनों को पीपीई किट और अन्य सुरक्षित साधनों के साथ मरीजों से मिलने व उन्हें भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. वहीं कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ईएसआई अस्पताल का भी अधिग्रहण कर लिया गया है. इसके अलावा RUHS अस्पताल में भी ऑक्सीजन युक्त बेड की संख्या में बढ़ोतरी करने के निर्देश चिकित्सा मंत्री की ओर से जारी किए गए हैं.

चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का बयान

चिकित्सा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा ने कहा कि कोरोना से संक्रमित मरीजों के एकाकीपन और उसके कारण उत्पन्न तनाव को देखते हुए संक्रमित मरीज जो राजकीय/निजी चिकित्सालयों में उपचाररत हैं, उनसे उनके परिजनों/रिश्तेदारों को समस्त सुरक्षात्मक उपाय (पीपीई किट, मास्क, दस्ताने, नियत दूरी आदि) अपनाते हुए अस्पताल द्वारा तय समय अवधि में मिलने दिया जाए. साथ ही यह भी निर्देश दिया कि मरीज के परिजन/रिश्तेदार यदि मरीज को घर का खाना देना चाहते हैं तो निर्धारित प्रॉटोकॉल के अनुसार दिया जा सकता है.

पढ़ें- Corona Update: प्रदेश में 1817 नए केस आए सामने, 15 मौतें... कुल आंकड़ा 1,11,290

प्रदेश में पॉजिटिव से नेगेटिव होने वाले मरीजों का रिकवरी रेट 82 फीसदी के करीब है. प्रदेश में मृत्युदर में लगातार गिरावट आती जा रही है. वर्तमान में मृत्युदर 1.17 फीसदी है. प्रदेश में लगातार जांचों में बढ़ोतरी की जा रही है. अस्पतालों में शय्याओं में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है और वेंटीलेटर्स की संख्या प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में है.

संसाधनों की नहीं है कोई कमी

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है. RUHS में बेड की संख्या में बढ़ोतरी की गई है. 500 बेड की क्षमता वाले जयपुरिया अस्पताल को हाल ही कोविड डेडिकेटेड अस्पताल घोषित कर दिया है और वहां ऑक्सीजन सप्लाई के बेड बढ़ाने का काम निरंतर चल रहा है. 200 बेड की क्षमता वाले ईएसआई अस्पताल को भी अधिग्रहित कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो आर्मी से भी बेड लिया जाएगा, लेकिन किसी ही स्थिति में आमजन को परेशान नहीं होने दिया जाएगा.

जांच की दरों में की कमी, हेल्प डेस्क बनाई

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड के प्रसार पर नियंत्रण के हरसंभव प्रयास किए हैं. निजी अस्पतालों में कोविड के इलाज के लिए दरें निर्धारित की, वहीं जांच की दर को 2200 से 1200 पर लाए. साथ ही किसी मरीज को निजी कमरे की जरूरत पड़ने पर होटल से भी एमओयू कर दरें निर्धारित की है, ताकि आमजन को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.

पढ़ें- जयपुर: सरकार के आदेशों की उड़ रही धज्जियां, कोरोना जांच के नाम पर हो रही वसूली

रघु शर्मा ने बताया कि सरकार आमजन की मदद के लिए हेल्प डेस्क का भी गठन कर दिया गया है ताकि उन्हें वेंटिलेटर्स, बेड, ऑक्सीजन युक्त बेड की वास्तविक स्थिति का पता चल सके. यह हेल्प डेस्क राउंड द क्लॉक काम कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार पूरी मुस्तैदी के साथ इस महामारी पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रही है.

विपक्ष निभाए रचनात्मक भूमिका

डॉ. शर्मा ने कहा कि महामारी के दौर में विपक्ष किसी कमी को मुद्दा ना बनाने की बजाए सकारात्मक सहयोग करे ताकि सरकार और बेहतर तरीके से आमजन को सुविधाएं मुहैया करवा सके. उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष इस दौर में रचनात्मक भूमिका निभाएगा तो हम आमजन का जीवन बचाने में सक्षम हो सकेंगे. उन्होंने कहा कि विपक्ष कुछ भ्रामक जानकारी फैलाकर आमजन को भ्रमि करने का प्रयास कर रहा है.

जयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कोविड संक्रमित मरीजों को राहत देते हुए कोरोना से संक्रमित मरीजों के परिजनों को पीपीई किट और अन्य सुरक्षित साधनों के साथ मरीजों से मिलने व उन्हें भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. वहीं कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ईएसआई अस्पताल का भी अधिग्रहण कर लिया गया है. इसके अलावा RUHS अस्पताल में भी ऑक्सीजन युक्त बेड की संख्या में बढ़ोतरी करने के निर्देश चिकित्सा मंत्री की ओर से जारी किए गए हैं.

चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का बयान

चिकित्सा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा ने कहा कि कोरोना से संक्रमित मरीजों के एकाकीपन और उसके कारण उत्पन्न तनाव को देखते हुए संक्रमित मरीज जो राजकीय/निजी चिकित्सालयों में उपचाररत हैं, उनसे उनके परिजनों/रिश्तेदारों को समस्त सुरक्षात्मक उपाय (पीपीई किट, मास्क, दस्ताने, नियत दूरी आदि) अपनाते हुए अस्पताल द्वारा तय समय अवधि में मिलने दिया जाए. साथ ही यह भी निर्देश दिया कि मरीज के परिजन/रिश्तेदार यदि मरीज को घर का खाना देना चाहते हैं तो निर्धारित प्रॉटोकॉल के अनुसार दिया जा सकता है.

पढ़ें- Corona Update: प्रदेश में 1817 नए केस आए सामने, 15 मौतें... कुल आंकड़ा 1,11,290

प्रदेश में पॉजिटिव से नेगेटिव होने वाले मरीजों का रिकवरी रेट 82 फीसदी के करीब है. प्रदेश में मृत्युदर में लगातार गिरावट आती जा रही है. वर्तमान में मृत्युदर 1.17 फीसदी है. प्रदेश में लगातार जांचों में बढ़ोतरी की जा रही है. अस्पतालों में शय्याओं में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है और वेंटीलेटर्स की संख्या प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में है.

संसाधनों की नहीं है कोई कमी

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है. RUHS में बेड की संख्या में बढ़ोतरी की गई है. 500 बेड की क्षमता वाले जयपुरिया अस्पताल को हाल ही कोविड डेडिकेटेड अस्पताल घोषित कर दिया है और वहां ऑक्सीजन सप्लाई के बेड बढ़ाने का काम निरंतर चल रहा है. 200 बेड की क्षमता वाले ईएसआई अस्पताल को भी अधिग्रहित कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो आर्मी से भी बेड लिया जाएगा, लेकिन किसी ही स्थिति में आमजन को परेशान नहीं होने दिया जाएगा.

जांच की दरों में की कमी, हेल्प डेस्क बनाई

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड के प्रसार पर नियंत्रण के हरसंभव प्रयास किए हैं. निजी अस्पतालों में कोविड के इलाज के लिए दरें निर्धारित की, वहीं जांच की दर को 2200 से 1200 पर लाए. साथ ही किसी मरीज को निजी कमरे की जरूरत पड़ने पर होटल से भी एमओयू कर दरें निर्धारित की है, ताकि आमजन को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.

पढ़ें- जयपुर: सरकार के आदेशों की उड़ रही धज्जियां, कोरोना जांच के नाम पर हो रही वसूली

रघु शर्मा ने बताया कि सरकार आमजन की मदद के लिए हेल्प डेस्क का भी गठन कर दिया गया है ताकि उन्हें वेंटिलेटर्स, बेड, ऑक्सीजन युक्त बेड की वास्तविक स्थिति का पता चल सके. यह हेल्प डेस्क राउंड द क्लॉक काम कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार पूरी मुस्तैदी के साथ इस महामारी पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रही है.

विपक्ष निभाए रचनात्मक भूमिका

डॉ. शर्मा ने कहा कि महामारी के दौर में विपक्ष किसी कमी को मुद्दा ना बनाने की बजाए सकारात्मक सहयोग करे ताकि सरकार और बेहतर तरीके से आमजन को सुविधाएं मुहैया करवा सके. उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष इस दौर में रचनात्मक भूमिका निभाएगा तो हम आमजन का जीवन बचाने में सक्षम हो सकेंगे. उन्होंने कहा कि विपक्ष कुछ भ्रामक जानकारी फैलाकर आमजन को भ्रमि करने का प्रयास कर रहा है.

Last Updated : Sep 19, 2020, 9:25 AM IST
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