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Facilities in SMS Hospital: SMS अस्पताल की इमरजेंसी होगी हाईटेक, अब मिलेंगी ये सुविधाएं...

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Published : Jun 13, 2022, 8:16 AM IST

Updated : Jun 13, 2022, 11:49 AM IST

सवाई मानसिंह अस्पताल की इमरजेंसी को अब हाईटेक किया जाएगा. अस्पताल की इमरजेंसी में अब डायलिसिस, एंडोस्कोपी और ब्रोंकोस्कॉपी की सुविधा भी शुरू (Facilities in SMS Hospital) की जा रही है.

SMS Hospital Jaipur
SMS अस्पताल की इमरजेंसी होगी हाईटेक

जयपुर. प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल की इमरजेंसी को अब हाईटेक किया जाएगा, ताकि गोल्डन आवर्स में पहुंचने वाले मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके और समय रहते उनकी जान बचाई जा सके. इसके लिए अस्पताल की इमरजेंसी में अब डायलिसिस, एंडोस्कोपी और ब्रोंकोस्कॉपी की सुविधा भी शुरू (Facilities in SMS Hospital) की जा रही है. अस्पताल का मेडिसिन विभाग इसे लेकर काम करेगा. मरीजों की स्थिति को देखते हुए अस्पताल की इमरजेंसी में अलग-अलग जोन भी तैयार किए जाएंगे ताकि मरीज की स्थिति को (dialysis will be available at SMS Hospital jaipur) देखते हुए उसका इलाज किया जा सके.

एसएमएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ने मरीजों के लिए सुविधाएं बढ़ाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. नेशनल मेडिकल काउंसिल के निर्देशों पर एसएमएस सहित प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में इमरजेंसी मेडिसिन के विभाग खोले जा रहे हैं. एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रशासन ने विभाग का गठन कर इस पर काम भी शुरू कर दिया है. अस्पताल के चिकित्सक डॉ पी एस लाम्बा ने बताया कि इस विभाग को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य अस्पतालों में इमरजेंसी सेवा को मजबूत कर अस्पताल में आने वाले मरीज को तुरंत इलाज देना है. जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल की इमरजेंसी में आमतौर पर 1000 से अधिक मरीज आपातकालीन स्थिति में पहुंचते हैं. वहीं ओपीडी में तकरीबन (dialysis will be available at SMS Hospital jaipur ) 800 मरीज हर दिन पहुंचते हैं.

पढ़ें. IPD Tower in SMS: आईपीडी टावर की हाइट को लेकर अभी भी असमंजस, एयरपोर्ट अथॉरिटी से नहीं मिली क्लीनचिट

ये होगी नई सुविधाएं: एसएमएस अस्पताल की इमरजेंसी में नई सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी. ऐसे में अब मरीजों को इलाज के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा. इसके लिए 30 बेड का नया वार्ड तैयार किया जाएगा. साथ ही इमरजेंसी में गंभीर स्थिति में आने वाले मरीजों के लिए एंडोस्कोपी, ब्रोंकोस्कोपी और एक इमरजेंसी डायलेसिस यूनिट भी लगाई जाएगी. वहीं गंभीर मरीजों के लिए आईसीयू और वेंटिलेटर की सुविधा का भी विस्तार किया जाएगा. इसके अलावा इमरजेंसी में मरीजों की स्थिति को देखते हुए अलग अलग जोन बनाए जाएंगे, जिसमे रेड, येलो और ग्रीन जोन शामिल है.

इमरजेंसी में मरीज के आते ही चिकित्सक या सीनियर नर्सिंग स्टाफ स्क्रीनिंग कर मरीज के रेड, येलो और ग्रीन रिबेल लगाएगा. जिसके बाद उसी जोन में मरीज की गंभीरता को देखते हुए इलाज किया जाएगा. इमरजेंसी सुविधा के विस्तार के साथ ही मैन पावर को भी बढ़ाया जाएगा. जिसमे इमरजेंसी मेडिसन के प्रोफेसर, एसो. प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर सहित 5 डॉक्टर्स की टीम मौजूद रहेगी. इसके अलावा एनेस्थीसिया, सर्जरी, कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, रेडियोलॉजी, मेडिकल ज्यूरिस्ट से एक (dialysis will be available at SMS Hospital jaipur ) एक डॉक्टर, 5 मेडिकल ऑफिसर और 1 चीफ मेडिकल ऑफिसर की ड्यूटी रहेगी.

जयपुर. प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल की इमरजेंसी को अब हाईटेक किया जाएगा, ताकि गोल्डन आवर्स में पहुंचने वाले मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके और समय रहते उनकी जान बचाई जा सके. इसके लिए अस्पताल की इमरजेंसी में अब डायलिसिस, एंडोस्कोपी और ब्रोंकोस्कॉपी की सुविधा भी शुरू (Facilities in SMS Hospital) की जा रही है. अस्पताल का मेडिसिन विभाग इसे लेकर काम करेगा. मरीजों की स्थिति को देखते हुए अस्पताल की इमरजेंसी में अलग-अलग जोन भी तैयार किए जाएंगे ताकि मरीज की स्थिति को (dialysis will be available at SMS Hospital jaipur) देखते हुए उसका इलाज किया जा सके.

एसएमएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ने मरीजों के लिए सुविधाएं बढ़ाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. नेशनल मेडिकल काउंसिल के निर्देशों पर एसएमएस सहित प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में इमरजेंसी मेडिसिन के विभाग खोले जा रहे हैं. एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रशासन ने विभाग का गठन कर इस पर काम भी शुरू कर दिया है. अस्पताल के चिकित्सक डॉ पी एस लाम्बा ने बताया कि इस विभाग को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य अस्पतालों में इमरजेंसी सेवा को मजबूत कर अस्पताल में आने वाले मरीज को तुरंत इलाज देना है. जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल की इमरजेंसी में आमतौर पर 1000 से अधिक मरीज आपातकालीन स्थिति में पहुंचते हैं. वहीं ओपीडी में तकरीबन (dialysis will be available at SMS Hospital jaipur ) 800 मरीज हर दिन पहुंचते हैं.

पढ़ें. IPD Tower in SMS: आईपीडी टावर की हाइट को लेकर अभी भी असमंजस, एयरपोर्ट अथॉरिटी से नहीं मिली क्लीनचिट

ये होगी नई सुविधाएं: एसएमएस अस्पताल की इमरजेंसी में नई सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी. ऐसे में अब मरीजों को इलाज के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा. इसके लिए 30 बेड का नया वार्ड तैयार किया जाएगा. साथ ही इमरजेंसी में गंभीर स्थिति में आने वाले मरीजों के लिए एंडोस्कोपी, ब्रोंकोस्कोपी और एक इमरजेंसी डायलेसिस यूनिट भी लगाई जाएगी. वहीं गंभीर मरीजों के लिए आईसीयू और वेंटिलेटर की सुविधा का भी विस्तार किया जाएगा. इसके अलावा इमरजेंसी में मरीजों की स्थिति को देखते हुए अलग अलग जोन बनाए जाएंगे, जिसमे रेड, येलो और ग्रीन जोन शामिल है.

इमरजेंसी में मरीज के आते ही चिकित्सक या सीनियर नर्सिंग स्टाफ स्क्रीनिंग कर मरीज के रेड, येलो और ग्रीन रिबेल लगाएगा. जिसके बाद उसी जोन में मरीज की गंभीरता को देखते हुए इलाज किया जाएगा. इमरजेंसी सुविधा के विस्तार के साथ ही मैन पावर को भी बढ़ाया जाएगा. जिसमे इमरजेंसी मेडिसन के प्रोफेसर, एसो. प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर सहित 5 डॉक्टर्स की टीम मौजूद रहेगी. इसके अलावा एनेस्थीसिया, सर्जरी, कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, रेडियोलॉजी, मेडिकल ज्यूरिस्ट से एक (dialysis will be available at SMS Hospital jaipur ) एक डॉक्टर, 5 मेडिकल ऑफिसर और 1 चीफ मेडिकल ऑफिसर की ड्यूटी रहेगी.

Last Updated : Jun 13, 2022, 11:49 AM IST
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