जयपुर. जुलाई 2017 से देशभर में गुड्स एंड सर्विस टैक्स लागू कर दिया गया था. परिवहन और विविध सेवाओं की आपूर्ति करत होने के नाते भारतीय रेलवे इस तरह के बदलावों के तहत जीएसटी लगाने और इसे सरकार तक पहुंचाने के संबंध में अपनी जिम्मेदारी निभा रही है. उत्तर पश्चिम रेलवे की बात की जाए तो उत्तर पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2018 और 2019 के दौरान राजस्थान राज्य के सर्कल में सबसे ज्यादा जीएसटी भरी है.
आपको बता दें कि रेल प्रशासन ने इस बार 172.70 करोड़ का सर्वाधिक माल और सेवा कर का भुगतान कर राजस्थान में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे को राजस्थान राज्य के लिए प्रधान रेलवे के रूप में नामित किया गया है. जिसमें अन्य जोनल रेलवे तथा पश्चिम रेलवे और पश्चिम मध्य रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे में आने वाले क्षेत्र भी शामिल है.
वहीं उत्तर पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2018 के दौरान राजस्थान राज्य के तहत बिना किसी गलती किए हुए 172.70 करोड़ का सर्वाधिक माल और सेवा कर भुगतान किया है. इसको लेकर आयुक्त वाणिज्य कर विभाग ने प्रधान वित्त सलाहकार उत्तर पश्चिम रेलवे को सर्वाधिक जीएसटी भरने के लिए भी सराहना की है. वाणिज्य कर विभाग राजस्थान सरकार राजस्थान में रेल मंत्रालय का प्रतिनिधि होने के नाते उत्तर पश्चिम रेलवे को सर्वाधिक कर देने के फल स्वरुप व्यवहारी और सेवा प्रदाता सन्मान योजना 2019 के अंतर्गत प्लैटिनम श्रेणी के संभाग राज्य मित्र के रूप में सम्मानित भी करेगा.