जयपुर. राजस्थान के 21 जिलों में 636 जिला परिषद सदस्य और 4371 पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव होने हैं, जिनके लिए बुधवार 4 नवंबर से नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी, क्योंकि 9 नवंबर नामांकन दाखिल करने का आखिरी समय होगा. ऐसे में पार्टीयो के पास ज्यादा समय शेष नहीं है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव के लिए बनाए गए जिला पर्यवेक्षको को 3 और 4 नवंबर को अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर रायशुमारी करने और 5 नवंबर तक तीन-तीन नामों का पैनल बनाकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपने के निर्देश दिए हैं.
ऐसे में कांग्रेस पार्टी के जिला पर्यवेक्षक जो मंत्री या विधायक नहीं है. वह सोमवार रात तक अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में पहुंच गए थे, जबकि विधायक और मंत्री विधानसभा सत्र सोमवार को देर रात तक होने के चलते मंगलवार को अपने प्रभार वाले जिलों में पहुंचेंगे. जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्य उम्मीदवारों के नामों को लेकर यह जिला पर्यवेक्षक अपने जिले के प्रभारी मंत्री, निवर्तमान जिला अध्यक्ष, विधायक, विधायक के उम्मीदवार, सांसद उम्मीदवार और वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे और टिकट को लेकर रायशुमारी करेंगे.
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वैसे अभी इन चुनाव में टिकट का मापदंड क्या होगा. इसके बारे में कुछ तय नहीं किया गया है, लेकिन जिस तरीके से नगर निगम चुनाव में विधायकों की चली और टिकट उन्हीं के अनुसार दिए गए, ऐसे में माना जा रहा है कि इन जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव में भी वर्तमान विधायकों के अनुसार ही टिकट दिए जाएंगे.
ये मंत्री और विधायक जिला प्रभारी आज पहुंचेंगे
अजमेर के जिला प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया, प्रतापगढ़ के भजन लाल जाटव, बाड़मेर के खिलाड़ी लाल बैरवा, बूंदी की शकुंतला रावत, चूरू की जाहिदा खान, जालौर के किशना राम विश्नोई, झालावाड़ के पानाचंद मेघवाल, झुंझुनू के इंद्राज गुर्जर, नागौर के दानिश अबरार, राजसमंद के गोपाल मीणा, टोंक के मुरारी मीणा और उदयपुर के जगदीश चंद्र आज अपने जिलों में रायशुमारी के लिए जाएंगे.
इन जिलों के पर्यवेक्षक अपने जिलों में पहुंचे
बांसवाड़ा से पूर्व सांसद रतनसिंह, भीलवाड़ा से पूर्व विधायक गंगा सहाय, बीकानेर से पूर्व सांसद सुभाष महरिया, चित्तौड़गढ़ से बीज निगम के पूर्व चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़, डूंगरपुर से वक्फ बोर्ड के चेयरमैन खानु खान, पाली से पूर्व यूआईटी चेयरमैन अक्षय त्रिपाठी, सीकर से पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान आज अपने प्रभाव जिलों के पर्यवेक्षकों की बैठक लेंगे.
सचिन पायलट कैंप के विधायकों को दी जिम्मेदारी
राजस्थान में राजनीतिक उठापटक के दौरान कांग्रेस पार्टी दो दलों में बट गई थी. ऐसे में क्योंकि सचिन पायलट की विधानसभा टोंक और विजेंद्र ओला की विधानसभा झुंझुनू में भी यह चुनाव होने हैं. ऐसे में कोई विवाद ना हो इसलिए टोंक की जिम्मेदारी दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा और झुंझुनू की जिम्मेदारी विराट नगर विधायक इंद्राज गुर्जर को सौंपी गई है. दोनों विधायक पायलट कैंप के हैं, इसलिए इन नेताओं को जिम्मेदारी देकर कांग्रेस पार्टी ने किसी भी तरीके के विवाद से छुटकारा पा लिया है.