जयपुर. निर्भया के गुनहगारों को शुक्रवार को फांसी की सजा मिल चुकी है. लेकिन 7 साल पहले हुई इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. उस घटना के बाद निर्भया के गुनहगारों को सजा दिलाने में सबसे अहम भूमिका अगर किसी ने निभाई, तो वह है निर्भया की मां.
जिन्होंने सड़क से लेकर न्यायालय तक लगातार 7 साल तक संघर्ष किया और आज उसी संघर्ष के चलते वह हर मां के लिए एक प्रेरणा बन गई है. अब इसी संघर्ष को सलाम करते हुए संस्कृति संस्था निर्भया की मां को भारत गौरव अवार्ड अलंकरण से सम्मानित करने जा रही है. संस्कृति संस्था के अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा ने कहा कि निर्भया की मां ने न केवल अपनी बेटी के लिए बल्कि पूरे देश की बेटियों के लिए न्याय के लिए लड़ाई लड़ी और दोषियों को फांसी के फंदे पर पहुंचाकर ही दम लिया.
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ऐसे में इस साल का भारत गौरव अवार्ड निर्भया की मां को दिए जाने का निर्णय लिया गया है. मिश्रा ने कहा कि भारत गौरव अवार्ड समारोह लंदन की ब्रिटिश पार्लिमेंट और न्यूयॉर्क में आयोजित किया जाता है, जो इस बार निर्भय की मां को दिया जाएगा.
इससे पहले यह अवार्ड आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर, फिल्म स्टार मनोज कुमार, आचार्य लोकेश मुनि, फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर, जैन मुनि पुलक सागर, नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, सुलभ शौचालय के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक, गीतकार शैलेश लोढ़ा, लंदन के सांसद वीरेंद्र शर्मा, राजयोगिनी दादी जानकी, मेजर ध्यानचंद, गजल गायक जगदीप सिंह, योग गुरु एचआर नागेंद्र और नीरजा भनोट जैसी हस्तियों को दिया जा चुका है.