जयपुर. हिंदू धर्म में सुहागिन महिलाएं पूरे साल करवा चौथ का इंतजार करती हैं. पति की लंबी उम्र और बेहतर स्वास्थ्य के लिए व्रत और विधि विधान के साथ पूजा अर्चना भी करती हैं. साथ ही कामना करती हैं कि उनका पति उनके साथ सात जन्मों तक रहे. हालांकि, कांग्रेस की नव निर्वाचित महिला पार्षद पॉलिटिक्स के चलते इस बार ये महापर्व अपने पतियों से दूर बाड़ेबंदी में कैद होकर मना रही हैं.
मंगलवार को शहर के दोनों नगर निगम हेरिटेज और ग्रेटर चुनाव के परिणाम सामने आए. ग्रेटर नगर निगम में स्थिति साफ है, लेकिन हेरिटेज में दोनों ही राजनीतिक दलों को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया है. ऐसे में जोड़-तोड़ की राजनीति से पहले फिलहाल दोनों दलों ने अपने-अपने पार्षदों की बाड़ेबंदी कर रखी है.
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इस बीच बुधवार को करवा चौथ पर्व होने से सुहागिन महिला पार्षद घर नहीं जा सकी. ऐसे में सारी महिला नव निर्वाचित पार्षद लग्जरी होटल में ही विधि-विधान के साथ करवा चौथ का पर्व मना रही हैं. जिसमें ना सिर्फ हिंदू पार्षद बल्कि अल्पसंख्यक समुदाय की पार्षद भी शामिल हुई हैं.
इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में वार्ड 85 की पार्षद सुनीता मावर ने बताया कि सभी धर्म संप्रदाय की महिलाएं मिलकर आज करवा चौथ मना रही हैं. यहां कहानी सुनी, पूजन किया और सूर्य को अर्घ्य भी दिया. उन्होंने कहा कि जीत और करवा चौथ की दोहरी खुशी है.
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वार्ड 43 की पार्षद मुनेश गुर्जर ने बताया कि अब तक जो त्योहार परिजनों के साथ मनाया करते थे, वो अब नए साथियों के साथ मना रहे हैं, लेकिन यहां बड़ों का आशीर्वाद भी मिल रहा है और छोटों का प्यार भी. इस करवा चौथ की पूजा अर्चना में अल्पसंख्यक महिला पार्षद भी जुड़ती दिखी. जिन्होंने शहर की गंगा जमुनी तहजीब को सार्थक किया.
वार्ड 61 की पार्षद आयशा सिद्दीकी ने बताया कि साथी महिला पार्षदों ने अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा है. पूजा अर्चना कर रही है. जिसे देखकर उन्हें भी काफी खुशी हो रही है. वहीं, सबसे कम उम्र की पार्षद बनी वार्ड 81 की अस्मा खान ने बताया कि उनका ये पहला अनुभव है.
बहरहाल, कांग्रेस की महिला पार्षदों ने अपने पति के लिए करवा चौथ का व्रत रखा है. अब उन्हें उम्मीद है कि इस पॉलिटिक्स के बीच शाम को उनके पति उनके साथ होंगे, ताकि उनका ये व्रत सफल हो.