जयपुर. कोविड-19 का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है साथ ही कोविड-19 क्रमिक मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है. इसके साथ ही नए साल का आगमन भी हो रहा है. हालांकि क्रिसमस तो बीत गया, लेकिन नए साल पर राजधानी जयपुर में हर साल हर होटल और रेस्टोरेंट के अंतर्गत कई तरह के छोटे-बड़े आयोजन होते थे. जिनके अंतर्गत पांच सितारा होटल से लेकर पब और क्लब संचालक भी कई बड़े आयोजन करते थे.
इसी के चलते प्रदेश को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले विभागों में आबकारी विभाग को भी एक बड़ा राजस्व नए साल पर अर्जित होता था, लेकिन इस साल कोविड-19 की वजह से नए साल पर कोई भी बड़ा कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा. इससे जयपुर के अंतर्गत होटल इंडस्ट्री को भी करोड़ों रुपए का नुकसान होने का अनुमान भी होटल संचालकों की ओर से लगाया जा रहा है. क्योंकि पर्यटन सत्र भी चल रहा है और पर्यटन क्षेत्र में बाहर से लोग जयपुर में आकर भी बड़ी संख्या में नए साल का सेलिब्रेशन करते हैं.
नाइट कर्फ्यू से बढ़ गई है परेशानीः
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा प्रदेश के अंतर्गत रात 8:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक नाईट कर्फ्यू लगा रखा है. जिसके अंतर्गत किसी भी तरह के आयोजन करना या बाहर जाने पर सरकार के द्वारा पाबंदी लगाई गई है. ऐसे में नए साल पर 31 दिसंबर की रात को जयपुर के अंतर्गत कई बड़े आयोजन भी होते हैं. जिसके अंतर्गत बड़े पांच सितारा होटल और क्लब कई बड़ी पार्टियों की मेजबानी भी करते हैं.
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हर साल नए साल के स्वागत को लेकर दिसंबर महीने के शुरुआती सप्ताह से ही तैयारियां भी शुरू हो जाती हैं, लेकिन इस बार नाइट कर्फ्यू से एक बड़ा असर जयपुर के अंदर देखने को मिल रहा है. जयपुर के किसी भी बड़े होटल और रेस्टोरेंट के अंतर्गत किसी भी तरह की पार्टी का आयोजन नहीं किया जा रहा है. जिससे इस बार जयपुर वासियों को अपने घरों पर रहकर ही नए साल की तैयारी करनी पड़ेगी.
होटल संचालकों के पास नहीं है स्टाफ को देने के लिए तनख्वाहः
जब ईटीवी भारत ने होटल संचालकों के पास जाकर नए साल की तैयारियों को लेकर बात की, तो होटल संचालकों ने अपना दर्द बयां किया. होटल संचालकों ने बताया कि नाइट कर्फ्यू के चलते उनके रोजगार पर एक बड़ा असर देखने को मिला है.
ऐसे में वह जिस जगह पर होटल या क्लब रेस्टोरेंट चलाते हैं वहां का किराया देने के लिए भी पैसे नहीं है. इसके साथ ही वह अपने स्टाफ को समय पर तनख्वाह भी नहीं दे पा रहे हैं. ऐसे में नए साल पर आयोजन करने को लेकर भी लगातार शंशय बना हुआ है. होटल संचालक का कहना है, कि वह इस नाइट कर्फ्यू की वजह से दोबारा से परेशानी में फंस गए हैं.
दिन में हुए आयोजन तो होगी कोविड-19 गाइडलाइन की पालनाः
होटल संचालकों से नए साल पर दिन में यदि किसी भी तरह के आयोजन को लेकर बात की गई तो संचालकों का कहना है, कि यदि दिन में किसी भी तरह का कोई बड़ा आयोजन संचालकों के द्वारा किया जाता है, तो वह कोविड-19 गाइडलाइन की पालना अवश्य करेंगे. ऐसे में सरकार की ओर से जो भी गाइडलाइन बनाई गई है उसका पूरी तरह से पालन किया जाएगा. उसी को लेकर ही अभी तक दिन में भी होटलों का संचालन किया जा रहा है. वहीं, होटल संचालकों का कहना है, कि सरकार उन्हें राहत प्रदान करें और उनके लिए भी किसी तरह का कोई आर्थिक पैकेज जारी करें.