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जयपुर: रेडिएशन टेक्नोलॉजिस्ट पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन - रेडिएशन टेक्लोलॉजिस्ट न्यूज

जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज में भारतीय रेडियोग्राफर्स और रेडिएशन टेक्लोलॉजिस्ट पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया जा रहा है. सेमिनार में देश भर के करीब 500 रेडियोलॉजिस्ट हिस्सा ले रहे हैं.

Jaipur Medical College News, जयपुर न्यूज
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Published : Oct 12, 2019, 8:44 PM IST

जयपुर. एसएमएस मेडिकल कॉलेज के रेडियोलॉजिकल फिजिक्स विभाग की ओर से दो दिवसीय भारतीय रेडियोग्राफर्स और रेडिएशन टेक्नोलॉजिस्ट पर राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया जा रहा है. सेमिनार के उद्घाटन सत्र में चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ सुभाष गर्ग मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे.

'एडवांसेज इन रेडिएशन टेक्नोलॉजी: शेपिंग द फ्यूचर ऑफ मॉडर्न हेल्थ केयर' थीम पर आयोजित हो रही इस सेमिनार में देश भर के करीब 500 रेडियोलॉजिस्ट हिस्सा ले रहे हैं. सेमिनार में रेडिएशन टेक्नोलॉजी के जरिए बेहतरीन उपचार की प्रक्रिया पर चर्चा की जा रही है.

रेडिएशन टेक्नोलॉजिस्ट पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

इस दौरान एईआरबी मुंबई के डायरेक्टर डॉ एयू सुनावने ने बताया कि रेडिएशन के बढ़ते उपयोग को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 1999 में सभी राज्यों को विकिरण सुरक्षा निदेशालय की स्थापना करने की सिफारिश की थी. जिसकी पालना अभी तक केरल, मिजोरम, आंध्र प्रदेश, मेघालय सहित 8 से 9 राज्यों ने ही की है. इसी के साथ सुनावने ने बताया कि रेडिएशन मशीनों को संचालित करने के लिए पहले मशीन का लाइसेंस जरूरी होने के निर्देश दिए हैं.

पढ़ें- भंवरलाल शर्मा मेरे मार्गदर्शक हैं और उन्होंने हर मौके पर मुझे चेताया भी है: जगदीप धनखड़

एईआरबी ने ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा कर रखी है. लेकिन फिर भी राजस्थान में संचालित 5 हजार एक्स रे मशीनों में से महज 750 मशीनों के ही लाइसेंस हैं. इसको लेकर चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने कहा कि राजस्थान सरकार भी जल्द विकिरण सुरक्षा निदेशालय का गठन करेगी.

साथ ही चिकित्सा मंत्री ने कहा कि अन्य पैरामेडिकल और रेडियोलॉजिस्ट की तकनीकी सुविधा और प्रोफेशनल को बढ़ाया जाएगा. आने वाले समय में रेडियोलाजिस्ट, रेडियोथेरेपिस्ट सहित मरीज और उनके अटेंडेड के साथ कोई संकट ना हो इसके लिए सरकार काम कर रही है.

जयपुर. एसएमएस मेडिकल कॉलेज के रेडियोलॉजिकल फिजिक्स विभाग की ओर से दो दिवसीय भारतीय रेडियोग्राफर्स और रेडिएशन टेक्नोलॉजिस्ट पर राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया जा रहा है. सेमिनार के उद्घाटन सत्र में चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ सुभाष गर्ग मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे.

'एडवांसेज इन रेडिएशन टेक्नोलॉजी: शेपिंग द फ्यूचर ऑफ मॉडर्न हेल्थ केयर' थीम पर आयोजित हो रही इस सेमिनार में देश भर के करीब 500 रेडियोलॉजिस्ट हिस्सा ले रहे हैं. सेमिनार में रेडिएशन टेक्नोलॉजी के जरिए बेहतरीन उपचार की प्रक्रिया पर चर्चा की जा रही है.

रेडिएशन टेक्नोलॉजिस्ट पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

इस दौरान एईआरबी मुंबई के डायरेक्टर डॉ एयू सुनावने ने बताया कि रेडिएशन के बढ़ते उपयोग को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 1999 में सभी राज्यों को विकिरण सुरक्षा निदेशालय की स्थापना करने की सिफारिश की थी. जिसकी पालना अभी तक केरल, मिजोरम, आंध्र प्रदेश, मेघालय सहित 8 से 9 राज्यों ने ही की है. इसी के साथ सुनावने ने बताया कि रेडिएशन मशीनों को संचालित करने के लिए पहले मशीन का लाइसेंस जरूरी होने के निर्देश दिए हैं.

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एईआरबी ने ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा कर रखी है. लेकिन फिर भी राजस्थान में संचालित 5 हजार एक्स रे मशीनों में से महज 750 मशीनों के ही लाइसेंस हैं. इसको लेकर चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने कहा कि राजस्थान सरकार भी जल्द विकिरण सुरक्षा निदेशालय का गठन करेगी.

साथ ही चिकित्सा मंत्री ने कहा कि अन्य पैरामेडिकल और रेडियोलॉजिस्ट की तकनीकी सुविधा और प्रोफेशनल को बढ़ाया जाएगा. आने वाले समय में रेडियोलाजिस्ट, रेडियोथेरेपिस्ट सहित मरीज और उनके अटेंडेड के साथ कोई संकट ना हो इसके लिए सरकार काम कर रही है.

Intro:जयपुर- एसएमएस मेडिकल कॉलेज के रेडियोलॉजिकल फिजिक्स विभाग की ओर से दो दिवसीय भारतीय रेडियोग्राफर्स और रेडिएशन टेक्नोलॉजिस्ट पर राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया जा रहा है। सेमिनार के उद्घाटन सत्र में चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ सुभाष गर्ग मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। 'एडवांसेज इन रेडिएशन टेक्नोलॉजी: शेपिंग द फ्यूचर ऑफ मॉडर्न हेल्थ केयर' थीम पर आयोजित हो रही इस सेमिनार में देश भर के करीब 500 रेडियोलॉजिस्ट हिस्सा ले रहे है। सेमिनार में रेडिएशन टेक्नोलॉजी के जरिए बेहतरीन उपचार की प्रक्रिया पर चर्चा की जा रही है। इस दौरान एईआरबी मुंबई के डायरेक्टर डॉ एयू सुनावने ने बताया कि रेडिएशन के बढ़ते उपयोग को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 1999 में सभी राज्यों को विकिरण सुरक्षा निदेशालय की स्थापना करने की सिफारिश की थी जिसकी पालना अभी तक केरला, मिजोरियाम, आंध्र प्रदेश, मेघालय सहित 8 से 9 राज्यों ने ही की है। इसी के साथ सुनावने ने बताया कि रेडिएशन मशीनों को संचालित करने के लिए पहले मशीन का लाइसेंस जरूरी होने के निर्देश दिए है।


Body:एईआरबी ने ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा कर रखी है लेकिन फिर भी राजस्थान में संचालित 5 हजार एक्स रे मशीन में से महज 750 मशीनों के ही लाइसेंस है। इसको लेकर चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने कहा कि राजस्थान सरकार भी जल्द विकिरण सुरक्षा निदेशालय का गठन करेगी साथ ही अन्य पैरामेडिकल और रेडियोलॉजिस्ट की तकनीकी सुविधा और प्रोफेशनल को बढ़ाया जाएगा। मंत्री ने कहा कि आने वाले समय मे रेडियोलाजिस्ट, रेडियोथेरपीस्ट सहित मरीज और उनके अटेंडेड के साथ कोई संकट ना हो इसके लिए सरकार काम कर रही है।

बाईट- डॉ सुभाष गर्ग, चिकित्सा मंत्री
बाईट- डॉ एयू सुनावने, निदेशक, एईआरबी मुंबई


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