जयपुर. राज्यसभा चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग मामले में टेप रिकॉर्डिंग के आधार पर हुई गिरफ्तारी को लेकर सियासत गर्म है. इस मामले में मुख्यमंत्री की ओर से लगाए गए आरोपों को आरएलपी संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने मनगढ़ंत कहानी करार दिया हैं. हनुमान बेनीवाल ने एक के बाद एक ट्वीट करते हुए प्रदेश सरकार पर जुबानी हमला किया, तो वहीं गहलोत के बयान को आधार बनाकर इसे गहलोत और पूर्व सीएम राजे का आपसी तालमेल का हिस्सा तक करार दे दिया.
हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट के जरिए पिछली वसुंधरा राजे सरकार कार्यकाल के आखिरी माह में तत्कालिक मुख्यमंत्री के भरोसेमंद अफसरों जो एसओजी के मुखिया थे, उन्हें वर्तमान मुख्यमंत्री ने भी एसओजी की कमान दे दी है. जो अपने आप में गहलोत वसुंधरा राजे के गठजोड़ की कहानी को बयां करते हैं.
ट्विटर के जरिए बेनीवाल ने यह भी कहा कि इस पूरी पटकथा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खरीद-फरोख्त को लेकर बीजेपी पर जो आरोप लगा है. वह पूर्ण रुप से निराधार है और यह आरोप से मुख्यमंत्री की बौखलाहट को बया करते हैं.
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बेनीवाल ने अपने ट्वीट लोकायुक्त एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि जबसे वैधानिक संस्था की सिफारिश पर मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सकता, तो निजी व्यक्तियों की बातचीत को आधार बनाकर सीएम और डिप्टी सीएम का नाम उल्लेखित करके कैसे मुकदमा दर्ज किया जा सकता है. बेनीवाल जनप्रतिनिधियों के फोन रिकॉर्डिंग के कृत्य की भी निंदा की.