जयपुर. परिवहन विभाग में इन दिनों अधिकारियों और मंत्री के बीच आपसी तकरार देखने को मिल रही है. ऐसे में सोमवार को परिवहन मुख्यालय में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने प्रदेश के सभी आरटीओ के साथ मीटिंग की. मीटिंग में एक रोचक पहलू देखने को मिला. परिवहन मंत्री जब मीटिंग लेने परिवहन मुख्यालय पहुंचे तो, उससे पहले ही एसीएस होम राजीव स्वरूप अधिकारियों की मीटिंग लेकर निकल चुके थे.
वहीं एसीएस ने बैठक में अधिकारियों को खरी-खोटी भी सुनाई. बता दें कि एसीएस ने बैठक में अधिकारियों को कहा कि, मैंने आपको जुलाई की बैठक में ही निर्देश दे दिए थे. परिवहन विभाग की छवि सुधारने के लिए एसीएस ने जुलाई महीने में हुई बैठक में ही सभी अधिकारियों को छवि सुधारने के निर्देश दिए थे. अधिकतर अधिकारियों ने इस और ध्यान नहीं दिया.
राजीव स्वरूप ने बैठक में कहा कि अगर एसीबी में किसी तरह की शिकायत जाएगी, तो एसीबी भी इस तरह की बड़ी कार्रवाई करेगा. जिसके बाद एसीएस ने सभी अधिकारी को निर्देश दिए कि वह अपना काम सही से करें और सड़क पर अवैध वसूली नहीं करें. साथ ही परिवहन विभाग की छवि सुधारने पर पहले दिन से ही ध्यान देना शुरू करें. जब परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास बैठक के बाद बाहर निकले तो, उनसे अधिकारी और मंत्री के बीच होने वाले वार को लेकर भी पूछा गया, तब मंत्री ने कहा कि एक बात आप मान कर चलिए, चाहे एसीएस हो या सीएस वह सरकार के नीचे ही काम करता है.
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इसलिए उनको कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए कि वह सरकार से ऊपर है. मंत्री ने कहा कि सरकार चाहे कांग्रेस की बने चाहे बीजेपी की बने वह लोकतांत्रिक होती है. मंत्री ने कहा कि रूल ऑफ बिजनस जो होता है. वह रूल ऑफ बिजनस के अनुसार डिपार्टमेंट चलते हैं, तो देश भर में ऐसा नहीं होगा तो लोकतंत्र भी खतरे में आ जाएगा. उन्होंने कहा कि अधिकारियों का अपनी जगह सम्मान है, लेकिन अधिकारियों को मंत्री के आदेशों का पालन करना चाहिए. यह लोकतंत्र की मर्यादा का पालन होता है.